ऐसे बिकती है रात के अंधेरे शराब,आबकारी व ठेकेदार की मिलीभगत, होटल में जमती है शराब की महफिल
अनूपपुर/कोतमा
अनूपपुर जिला मुख्यालय में कंपोजिट शराब दुकान जो अमरकंटक तिराहा यूनियन बैंक के बगल मे दिनेश खेमका के कान्हा इंटरनेशनल होटल के नीचे मौजूद में वहाँ पर शराब दुकान बंद होने के बाद रात के अंधेरे में मनमाने रेट पर शराब दुकान के अंदर मनचाही शराब बेची जाती हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राहक शराब लेकर कान्हा इंटरनेशनल होटल में कमरा लेकर शराब की महफ़िल सजती है। जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है। मगर सब कुछ सेटिंग होने से किसी के ऊपर कोई कार्यवाही नही होती हैं। पूरे जिले का अवैध शराब मामले में यही हाल है। कुछ वायरल फ़ोटो वीडियो में पूरा सच देखा जा सकता है।
मध्य प्रदेश सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए जिला प्रशासन से आंख मिचौली खेलते हुए अनूपपुर जिले के शराब ठेकेदार द्वारा शराब की पैकारी गांव-गांव नगर के हर गली मोहल्ले में की जा रही है। मध्य प्रदेश प्रशासन के नियम अनुसार मध्यप्रदेश शासन से अनुबंध में खुली हुई दुकानें अनुबंध में किए गए नियम एवं शर्तों का खुला उल्लंघन कर रही हैं। अनूपपुर जिले में रात्रि के 10 बजे के बाद शराब दुकान के संचालक द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए देर रात तक शराब बेची जा रही है वही आबकारी विभाग से सांठगांठ कर रात के समय शराब की तस्करी भी जोरो से हो रही है। मध्य प्रदेश शासन के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए रसूख के बल पर ठेकेदार द्वारा नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है नियमों के उल्लंघन को लेकर जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं वही पुलिस प्रशासन भी सांठगांठ कर अपनी आंख बंद कर लिए हैं। अनूपपुर में 10 बजे के बाद शराब की दुकानें से बाइक के माध्यम से शराब की तस्करी हो रही है । अनूपपुर जिला के मुख्यालय अनूपपुर और कोतमा में प्रशासन के आदेश कानूनी किताबों तक सिमट कर रह गए हैं। ठेकेदार प्रशासन के आदेश और अनुबंध की शर्तों को मानते नहीं हैं। दरअसल 10 बजते ही शराब की दुकानें तो बंद हो जाती हैं लेकिन फिर खुलता है जादू का झरोखा। वहां से पर्ची अंदर जाती है... फिर वापस पर्ची बाहर आती है। पर्ची में रुपए लिखे होते हैं, ये रुपए अंदर भेजो और मनचाही शराब डेढ से दुगनी कीमत में हाथ में लो। ये हाल तो अनूपपुर, कोतमा, बिजुरी, जैतहरी, जमुना में हैं। जब से आबकारी जिला अधिकारी सावित्री भगत जिले का पदभार ग्रहण किया है तब से जिले में अवैध शराब नियम विरुद्ध शराब की बिक्री जोरो पर है। जिले की बागडोर इनसे नही संभाला जाता जब भी इनको किसी मामले की जानकारी देने के लिए कॉल किया जाता हैं तो इनका मोबाइल रिसीव नही होता ऐसे में पूरा जिला अवैध शराब भण्डार बन गया हैं। आबकारी विभाग राम भरोसे ही चल रहा है। जब कि पूरे प्रदेश में अवैध शराब के मामले में मुहिम चल रही है मगर आबकारी विभाग के खानापूर्ति तक ही सीमित रहने का आदी हो गया है।
*झूठे दावे और ढकोसला पर टिका अबकारी और पुलिस विभाग*
अनूपपुर जिले में आलम यह है कि आबकारी विभाग और पुलिस विभाग की सांठगांठ से शराब माफिया अंगड़ाइयां ले रहे हैं और आबकारी और पुलिस का दावा है कि शराब की कोई दुकान खुली नहीं रहती और अगर खुली रहती भी है तो उसके खिलाफ एक्शन होता हैं। जबकि जमीनी स्तर पर देखा जाए तो यह पूर्णता है असत्य है अनूपपुर जिले की आबकारी विभाग और पुलिस विभाग झूठे दावों और ढकोसला पर टिकी हुई है जिससे आम जनमानस की स्थिति बेहद दयनीय होती जा रही है। सूत्रों की माने तो नोटों के बंडल से जिला प्रशासन को काबू में ठेकेदार द्वारा कर लिया गया है यह तंत्र मंत्र नोटों का जरिया ही है जो कि प्रशासन को कार्यवाही के लिए रोक रखा हुआ है।
देशी एवं अंग्रेजी शराब दुकान (कम्पोजिट) कोतमा के कर्मचारी द्वारा अवैध पैकारी आबकारी विभाग की मिलीभगत से कोतमा नगर में जगह जगह शराब परोसा जा रहा है तथा उचित दर से अधिक दामो मे शराब की बिक्री करते हैं अथवा शासकीय रेट लिस्ट जो शासन द्वारा जारी किया गया है वो दुकान के बाहर नहीं लगाया गई है जब इसका विरोध नगर के लोगों के द्वारा किया गया तो सेल्समैन के द्वारा कहा जाता है कि मेरा कोई किसी भी प्रकार से कुछ नहीं कर पाएगा इस तरह की टीका टिप्पणी अथवा तानाशाह सेल्समैन के द्वारा चल रहा है।
*इनका कहना हैं*
*इस मामले पर जिला आबकारी अधिकारी सावित्री भगत से बात करना चाहे तो उनका मोबाइल रिसीव नही हुआ।*
मेरे होटल में कमरा लेकर कमरे में शराब पीते हैं या क्या करते हैं मुझे कोई लेना देना नही है आप कहे तो होटल में ताला मार दू और अनूपपुर में ऐसी कौन सी होटल है जहाँ लोग शराब बैठकर न पीते हो।
*दिनेश खेमका मालिक कान्हा इंटरनेशनल होटल*
