बंटवारे का दंश देने वालों RSS व उनके संगठन को आत्मग्लानि दिवस मनाना चाहिए- आजाद
शहडोल
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने आज शनिवार 14 अगस्त को जो पीएम के द्वारा "विभाजन विभीषिका दिवस" मनाने के ऐलान को लेकर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश को बंटवारे का दंश देने वालों आर एस एस और उनके संगठन को "आत्मग्लानि दिवस" मनाना चाहिए।
आजाद बहादुर ने जारी बयान में कहा कि पूरा देश जानता है कि नफरत और हिंसा फैला कर देश का बंटवारा कर आने वाला यदि कोई है तो भारतीय जनता पार्टी का मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उनका अनुषांगिक संगठन हिंदू महासभा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले द्वीराष्ट्रवाद की मांग बीजेपी और आर एस एस के गुरु माफी वीर सावरकर ने 1937 में अहमदाबाद अधिवेशन में प्रस्ताव किया। और तो और जिस मुस्लिम लीग ने 1940 में लाहौर अधिवेशन में पाकिस्तान की अलग मांग कर देश के बंटवारे की नींव रखी, उसी मुस्लिम लीग के साथ आर एस एस के संगठन हिंदू महासभा ने 1941 में बंगाल में सरकार बनाई। श्यामा प्रसाद मुखर्जी उस सरकार में मंत्री बने।
आजाद बहादुर ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बंटवारे का इतना दर्द है तो देश के लोगों से माफी मांगीए, आपकी पार्टी के मातृ संगठन आर एस एस के फैलाए नफरत और हिंसा की वजह से देश का विभाजन हुआ। जिसमें लाखों लोग विस्थापित हुए, लाखों लोग मारे गए इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का मातृ संगठन आर एस एस और उनकी नफरत वाली विचारधारा है।