फर्जी हाजिरी व मूल्यांकन से पंचायत मे चल रही जमकर धांधली, जिम्मेदार मौन, कौन करेगा कार्यवाही
अनूपपुर
जिले के ग्राम पंचायतों में कुछ नौकरशाह विकास कार्य पर नासूर बनकर डीमक की तरह खोखला करने में लगे हुए हैं। व्यापक रूप से फैले भष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कहीं ना कहीं प्रशासन तंत्र नाकाम साबित हो रहा है और आज ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो की उल्टी गंगा बह रही। मनरेगा योजना के कार्यों में रोजगार सहायक मास्टर रोल में जॉब कार्ड के सहारे फर्जी हाजिरी भरकर शासकीय राशि गबन कर रहे हैं। जिला जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत ग्राम पंचायत भाद में शासकीय राशि की हुई जमकर धांधली बाजी , जिन हाथों में ग्राम पंचायत के खजाने की चाबी वही जिम्मेदार नौकरशाह कर्मचारी,अधिकारी अपने निजी स्वार्थ व अपने चहेतों को लाभ अर्जित करने के चक्कर में भारी पैमाने पर मनरेगा कार्यों में फर्जी हाजिरी मास्टर रोल में भरकर शासकीय राशि का बंदरबांट किया गया। ग्राम पंचायत भाद में पदस्थ रोजगार सहायक रमाकांत प्रजापति, तत्कालीन सचिव बिसाहूलाल सिंह एवं पूर्व सरपंच की तिकड़ी मिलकर मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार के नए नए अध्याय लिखे गए और जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत बदरा में बैठे मठाधीश अधिकारी एसडीओ सीईओ कुंभकरणी नींद पर सो रहे हैं। रोजगार सहायक एक ही परिवार पर मेहरबान -ग्राम पंचायत भाद के रोजगार सहायक रमाकांत प्रजापति भ्रष्टाचार की सभी हदें पार कर दी हैं , विगत 5 वर्षों में मनरेगा के कार्यो में एक ही परिवार पर ज्यादा ही मेहरबान नजर आए। ग्राम पंचायत में होने वाले मनरेगा योजना के तहत मेड बंधान, तालाब बंधान,पीसीसी रोड, वृक्षारोपण निर्माण कार्यो में जमकर अनियमितताएं कर भ्रष्टाचार परोसा गया। नियम कायदों को दरकिनार कर मास्टर रोल में अपने चहेते व्यक्तियों की फर्जी हाजिरी जॉब कार्ड के सहारे भरकर कई लाखों रुपए गबन किए एवं कराए गए। शिकायतकर्ता उदित मिश्रा निवासी भाद ने रोजगार सहायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया की वर्ष 2017 में मनरेगा योजना के तहत पीसीसी रोड निर्माण कार्य लगभग 8 लाख 82 हजार की लागत से पटेल केवट के घर से भवन लाल केवट के घर की ओर निर्माण कार्य हो, वर्ष 2018 में राममिलन दुबे के घर से हुबलाल केवट के घर की ओर लगभग 3 लाख 85 हजार रुपए की पीसीसी रोड निर्माण कार्य हो,2018 में हाई स्कूल भाद एवं शमशान घाट में ढाई ढाई लाख के वृक्षारोपण कार्य या फिर मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2017 से 2022 के बीच खेत मेड बंधान एवं तालाब बंधान कार्यों में अपने चहेते व्यक्तियों को लाभ अर्जित कराने के चक्कर में मास्टर रोल में फर्जी हाजिरी भर कर कई लाख रुपया शासन का चूना लगाया गया।मदन के सहारे रोजगार सहायक शासकीय राशि का किया बंटाधार-शिकायतकर्ता उदित मिश्रा ने बताया विगत 5 वर्षों से रोजगार सहायक रमाकांत प्रजापति ने मदन केवट के परिवार पर ज्यादा ही मेहरबान नजर आए, मदन केवट निवासी भाद जिनका जॉब कार्ड नंबर MP 46002009001/328 एवं परिवार समग्र आईडी 39919059 हैं। जिसमें मदन केवट के समग्र परिवार आईडी में 6 व्यक्तियों का नाम भी दर्ज है। वही दूसरी ओर मदन केवट के जॉब कार्ड में 7 व्यक्तियों का नाम दर्ज कर, रोजगार सहायक बहुत ही चतुराई के साथ मदन केवट एक पुत्री सुमन केवट का नाम हिंदी एवं इंग्लिश में दो बार जॉब कार्ड में दर्ज कर फर्जी हाजिरी भरकर लाखों रुपए का बंदरबांट किया गया।फर्जी जॉब कार्ड के सहारे मास्टर रोल में फर्जी हाजिरी भरकर रोजगार सहायक रामाकांत प्रजापति शासकीय पैसे का गबन करता रहा, जब इस पर भी रोजगार सहायक का पेट नहीं भरा तो, मदन केवट के पुत्र एवं पुत्री जो स्कूल कॉलेज में रेगुलर शिक्षा दीक्षा ग्रहण करते हैं उनका भी मनरेगा के कार्यों में मास्टर रोल में फर्जी मजदूरी दर्शा कर पैसे का गबन कर गाढी कमाई की गई।
*इनका कहना है*
आप भी जानते हैं ज्यादातर ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य में मशीनरी करण से कार्य होता है, कोई गैरकानूनी कार्य नहीं किया गया, थोड़ी बहुत गलती तो हो ही गई है।
*रमाकांत प्रजापति रोजगार सहायक ग्राम पंचायत भाद*
मनरेगा योजना के तहत कार्यों का देखरेख रोजगार सहायक का होता है यदि फर्जी जॉब कार्ड के सहारे फर्जी मजदूरी भरकर शासकीय राशि का गबन किया गया है तो निश्चित तौर पर गलत है।
*लल्लू राम केवट सचिव ग्राम पंचायत भाद*
मैंने अभी-अभी शपथ ग्रहण लिया है आपने पूरे मामले को मेरे संज्ञान में डाला है मैं निष्पक्ष जांच कर करवाऊंगा यदि रोजगार सहायक की भूमिका मनरेगा कार्यों में किसी प्रकार की संदिग्ध पाई जाती है सक्षम अधिकारियों को अवगत कराकर कार्यवाही कराई जाएगी।
*चंद्रभान सिंह सरपंच भाद*
