भाजपा की सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि ट्रेन चलवा पाने में नाकाम
*शटल एवं चंदिया चिरमिरी पैसेंजर चलाया जाए, अमलाई में हो अंबिकापुर शहडोल का स्टॉपेज*
अनूपपुर/अमलाई
कोरोना काल में 22 मार्च 2019 से बंद हुई चिरमिरी कटनी शटल और चिरमिरी चंदिया पैसेंजर ट्रेन को प्रारंभ करने का इंतजार करते-करते आम आदमी अब परेशान हो चुका हैl इन दोनों ट्रेनों पर गांव के लोग पूरी तरह से निर्भर थे और इन्हीं दोनों ट्रेनों को नहीं चलाया जा रहा है जिससे लोगों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है अब तो गांव का आदमी भी समझ चुका है कि रेलवे सिर्फ कोयला गाड़ी निकालने पर पूरा ध्यान दे रही है और अधिकारियों को आम आदमी की परेशानी से कोई लेना देना नहीं हैl इसके अलावा अंबिकापुर शहडोल ट्रेन 25 जुलाई से प्रारंभ होकर दी गई लेकिन कोयलांचल सहित ग्रामीण अंचल से लगे अमलाई स्टेशन में इसका स्टॉपेज ना होने से लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा हैl
समाजसेवी सलीम अहमद की माने तो उनका कहना है कि सबसे दुख की बात तो यह है कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है और यहां से सभी विधायक सांसद और प्रदेश शासन के मंत्री भाजपा के जनप्रतिनिधि हैं लेकिन इस क्षेत्र की जनता के लिए ट्रेन की सुविधा बहाल कराने में यह सभी पूरी तरह से नाकाम एवं नकारा साबित हो रहे हैंl इन ट्रेनों के संचालन के लिए इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ने अपने आंख में पट्टी बांध रखी है इन ट्रेनों के संचालन के लिए आम नागरिक चाहे जितना खून के आंसू रोए उसको देखने सुनने वाला कोई नहीं हैl
*स्टॉपेज भी किए बंद*
युवा समाजसेवी अखिलेश सिंह का कहना है कि इस रूट में जो ट्रेन चालू हुई है उन ट्रेनों का स्टॉपेज भी बंद कर दिया गया हैl अंबिकापुर शहडोल का स्टॉपेज बंद कर कोयलांचल क्षेत्र अमलाई से जबरदस्त भेदभाव किया जा रहा हैl उनका कहना है कि अमलाई क्षेत्र भाजपाइयों का गढ़ माना जाता है और उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में लड़ाई लड़कर बेहतरीन रेलवे की सुविधा हासिल कर ली थी लेकिन यहां के लोग भी जनप्रतिनिधियों और सरकार से हार मान कर चुप बैठ गए हैंl
*नगरीय निकाय चुनाव में दिख सकती है नाराजगी*
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की मनमानी और उपेक्षा अब लोगों के अंदर फूल की तरह चुभने लगी है ट्रेनों के बार-बार बंद और चालू होने एवं अत्यंत महत्वपूर्ण गाड़ियों के वर्षों से ठप रहने के कारण क्षेत्र का जनमानस से अधिक है और धीरे-धीरे यह व्यथा गुस्से में परिवर्तित हो रही है जनमानस में क्षेत्र के उन्नत आरा जनप्रतिनिधियों के प्रति भी निराशा हैl आगामी दिनों में क्षेत्र में नगरीय निकाय चुनाव संपन्न होने हैं और यदि ऐसा ही रहा तो चुनाव में भाजपा से लोगों की नाराजगी दिख सकती हैl पड़ोसी क्षेत्र में पंचायत एवं निकाय चुनावों में महंगाई के अलावा रेलवे का मुद्दा भी काफी गर्म रहा आने वाले विधानसभा और लोकसभा में इसका असर दिखना तय है।