भाजपा के कथनी करनी में फर्क नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य ने भाजपा को दिया खुला चैलेंज
शहड़ोल
शहड़ोल जिला पंचायत सदस्य की नव निर्वाचित अंजु गौतम रैदास ने भाजपा को पत्र के माध्यम से एक खुला चैलेंज करते हुआ कहा कि यदि भा.ज.पा. समर्थित हो दलित आदिवासी हो, अध्यक्ष पद का प्रत्याशी तो मैं दे सकती हूँ समर्थन
जिला पंचायत सदस्य एवं अध्यक्ष पद की दावेदार सुश्री अंजु गौतम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जिस तरह कांग्रेस के पास सुश्री पुष्पा शर्मा एवं अमरावती सिंह जैसे महिला सदस्य होने के उपरांत भी उन्होंने पढ़ी-लिखी एवं पूर्व से समाज के कार्यों में समर्पित दलित समाज की गरीब वर्ग से आई मुझ अंजु गौमत (रैदास) को जिस तरह समर्थन देकर दलित समाज का मनोबल बढ़ाया है यदि भा.ज.पा. भी अपने समर्थन से किसी दलित आदिवासी वर्ग की महिला को अध्यक्ष पद का दावेदार घोषित करती है तो मैं उसे समर्थन दे सकती हूँ। अंजु ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य के रूप में 10 निर्वाचित सदस्य दलित आदिवासी एवं अन्य पिछड़ा वर्ग से आये हैं जबकि 4 लोग ही समान में माने-जाने वाले उच्च वर्ग से आये हैं। ऐसी स्थिति में संख्या को तथा लोकतंत्र को ध्यान में रखते हुए उसी वर्ग का कोई भी व्यक्ति वास्तविक रूप से अध्यक्ष पद का दावेदार होना चाहिए।
अंजु गौतम (रैदास) ने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ओ.बी.सी. आरक्षण को लेकर बहुत घोषणाएं की जो किन्हीं कारणों से लागू तो नहीं हो सकी किन्तु यदि वास्तविक रूप से भा.ज.पा. उन भावनाओं को मानती है तो शहडोल जिला पंचायत में अनारक्षित सीट से जीत कर आये पुष्पेन्द्र पटेल जी को उपाध्यक्ष पद का समर्थित उम्मीदवार घोषित कर सकती है किन्तु मैं जानती हूँ ऐसा वह कदापि नहीं करेंगे क्योंकि उनकी करनी और कथनी में बहुत फर्क है।