भ्रष्टाचार की कहानी कह रहा पंचायत, पौधों को मशीनों से कुचलवाकर पर्यावरण को क्षति

भ्रष्टाचार की कहानी कह रहा पंचायत, पौधों को मशीनों से कुचलवाकर पर्यावरण को क्षति


*जनपद जैतहरी के पंचायत थोड़ीपानी में चल रही मनमानी, शासन के फैसले को दरकिनार कर कराया जा रहा कार्य*

*सचिव सरपंच के मनमानी से हुवा पर्यावरण का विनाश,थोड़ीपानी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर*

अनूपपुर / जैतहरी


इन दिनों जहां जिले में और पूरे देश में कोविड-19 का हाहाकार मचा हुआ है जहां एक और लोगों की जाने जा रही हैं वहीं दूसरी ओर जनपद पंचायत जैतहरी के पंचायतों में लूट की होड़ मची हुई है। जहां प्रदेश शासन और राज्य शासन द्वारा कोविड-19 से ग्रसित परिस्थितियों को देखकर पलायन मजदूर को रोजगार देने और गरीबी दूर करने हेतु ग्रामीणों को कार्य देने की योजनाएं बनाई गई वही जिले भर में ऐसे कई पंचायतें हैं जहां भ्रष्टाचार उतनी तेजी से अपने चरम पर है।

*यह है मामला*

दरअसल मामला जिला अनूपपुर के जनपद एवं तहसील व थाना जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत थोड़ीपानी में इन दिनों बाउंड्री वाल निर्माण कार्य की तैयारी चल रही है जिसमें पंचायत के द्वारा ग्रामीणों के पट्टे की जमीन को जबरजस्ती लूटते हुए उस पर जेसीबी से खुदाई करवाकर जबरन उस जमीन को अपने अंतर्गत लेने की कोशिश की जा रही है और जेसीबी से कार्य होने पर भी मजदूरों का नाम देकर शासन के पैसे का आहरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ इस मामले पर शासन के द्वारा जो नियम दिए गए हैं उसे दरकिनार कर अपनी मनमानी करते हुए पंचायत एजेंसी ग्रामीणों का नाम लेते हुए विभिन्न माध्यमों से कार्य करा कर भ्रष्टाचार की इबारत लिखने में भी अपनी मिसाल पेश की है। वहीं खबर यह भी आ रही है कि उच्च न्यायालय मध्य प्रदेश प्रार्थना जबलपुर के द्वारा विवादित जमीन पर यात्रा संभव उस जमीन पर किसी भी प्रकार से निर्माण कार्य न कराया जाए एवं युवाओं का त्यों 15 जून तक रहने दिया जाए जैसे आदेश भी आ चुके हैं। गिरते पंचायत द्वारा दरकिनार कर कोर्ट के फैसले को अवहेलना करते हुए चुनौती देकर पंचायत द्वारा संविधान को भी क्षति पहुंचाने का कार्य किया गया है। वही एक बार जो भी जमीन के हकदार पट्टे के साथ राजस्व विभाग में इन सब को रोकने के लिए अपील कर शासन से न्याय की मंशा में लगे हुए हैं वही पंचायत राजस्व विभाग के स्टे आर्डर को भी दरकिनार कर अपनी मनमानी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

*फर्जीवाड़े तरीके से आहरण की जा रही है राशि*

पंचायत में जेसीबी मशीनों के द्वारा कार्य करा कर मजदूरों के नाम भी पैसे निकालने का कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है लगातार विगत 5 दिनों से चार जेसीबी और 10 ट्रेक्टर के माध्यम से किसानों के जमीन को छलनी करने का कार्य पंचायत के द्वारा करते हुए अपनी मनमानी पूर्ण भ्रष्टाचार और तानाशाही कार्य करने में भी विशाल पेश की जा रही है।


*ना शासन का भय है ना किसी का डर*

पंचायत के सचिव एवं सरपंच के द्वारा नाही शासन का भय है ना ही किसी का डर है जिस तरह से पंचायत के द्वारा उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौतीपूर्ण उल्लंघन करते हुए सामाजिक एवं प्रशासनिक नियमों को तोड़कर अपराध किया जा रहा है वहीं राजस्व विभाग के फैसले पर भी सवालिया निशान उठाते हुए एक ओर सोचने पर विवश कर रहा है कि जहां राजस्व विभाग किसानों और राज्य के जमीनों और स्थानों के लिए बनाई गई है नियम बनाए गए हैं यदि उनका ऐसे उल्लंघन किया जाएगा तो फिर गरीब किसान कहां जाएंगे और न्यायालय के फैसलों का उल्लंघन किया जाएगा तो फिर न्याय और नियम किस काम के रह जाएंगे।

*संलिप्त है इसमें पदाधिकारी*

जब मीडिया की टीम के द्वारा जानकारी होने पर मौके को देखते हुए उच्च अधिकारियों के द्वारा संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा झूठा आश्वासन देते हुए यह कहा गया कि हम तत्काल ही सचिव से बात कर पूछते हैं की यह बात सही है या गलत।

*राजस्व विभाग के अमले दे रहे हैं साथ*

इस बात की जानकारी राजस्व विभाग के अमले राजस्व निरीक्षक कानूनगो को दिया गया की इस बार स्टे आर्डर लगा हुआ है आप तत्काल ही आकर इस पर कार्यवाही करें तो उनके द्वारा कहा गया कि हमें किसी तरह का स्टे आर्डर नहीं प्राप्त हुआ है और ना ही ऐसा फैसला तहसील के द्वारा किया गया है इन सब बातों को धता बताते हुए उनके द्वारा झूठा आश्वासन दिया गया कि हम आधे घंटे में आएंगे और देख लेंगे आप अपना काम कीजिए। जबकि सच्चाई यह है कि राजस्व विभाग तहसील जैतहरी के द्वारा विवादित जमीन पर स्टे आर्डर दिया गया है।

*थाना जैतहरी की कार्यशैली संदेह में*

इन सब बातों पर जब पुलिस विभाग जैतहरी को सूचित कर प्रकाश डाला गया कि राजस्व विभाग द्वारा स्टे आर्डर जारी कर आपको संप्रेषित किया गया है तो उनके द्वारा कहा गया कि यह कार्य हमारा नहीं है यह कानूनगो का काम है आप उन्हें सूचित करें जबकि स्टे आर्डर में स्पष्ट लिखा हुआ है कि थाना प्रभारी के द्वारा और संबंधित अधिकारी के द्वारा कार्य कराए जाने की स्थिति में समस्त सामान की जब्ती कर तत्काल कड़ी कार्यवाही की जाए।

*नागरिकों का उठ रहा भरोसा*

इस तरह के कार्यशैली को देखते हुए आमजन और नागरिकों का प्रशासन के नुमाइंदों और अमला के मनमानी के कारण भरोसा उठता जा रहा है नागरिकों का यह कथन है कि इस तरह की मनमानी करेंगे तो फिर हम किसके दरवाजे जाएंगे और यह पीड़ित अब किसके पास गुहार लगाए। इस संबंध में सरपंच से फोन करने की कोशिश की गई पर उनके द्वारा फोन उठाने का समय ही नहीं था बाद में इस मसले को सुलझाने के लिए बता बुलाया गया तो उनका भी इशारा उनके जबरदस्ती कराए गए कार्य को सही है के तरफ था।


*इनका कहना है*

पंचायत द्वारा मुझ पर प्रताड़ना किए जाने पर कोई कसर नहीं छोड़ी गई है और यदि मैं कुछ कहता हूं तो दबाव भी बनाया जाता है मेरे मना करने के बाद भी जबरन कार्य कराए जा रहे हैं मैं शासन से गुहार लगा रहा हूं लेकिन कोई सुन नहीं रहा है स्टे आर्डर लगने के बाद भी किसी तरह से कोई सुनवाई नहीं हो रहा है पंचायत अपनी मनमानी किए जा रहा है मेरे पास मरने के अलावा कोई चारा ही नहीं बचा है मैं कहां अपना भरण-पोषण करूंगा अपने बाल बच्चे कहां लेकर जाऊं।

*पूरन प्रसाद राठौर पीड़ित ग्राम पंचायत थोड़ीपानी*

पंचायत का काम है आप जानते हैं यह सब तो चलता रहता है आपसे कुछ छुपा नहीं है आप चाहे तो उजागर कर सकते हैं आप चाहे तो छुपा सकते हैं क्या करें कार्य तो हो रहा है और जो भी हो रहा है अच्छा हो रहा है उनके पास पट्टा है पर उससे पहले कई बातें आई हैं पट्टा उठा कोई मतलब नहीं रखता है हमें तो काम कराना है पंचायत का काम है समिति के द्वारा कार्य कराया जा रहा है जेंसी के द्वारा कार्य कराया जा रहा है इसे चलने दीजिए आप समाचार मत लगाइए जाने दीजिए इसमें सरपंच साहब रहकर कार्य कराते हैं देख लेंगे पर मेरे को लगता है काम सही हैं थोड़ा बहुत इधर-उधर चलता है नियम में है जेसीबी चलाना कौन कहता है जैसी भी नहीं चलता है थोड़ा बहुत जहां नहीं बनता है मजदूरों से वहां चल बाय जा रहा है आपको किसने कहा जेसीबी से काम चल रहा है बाकी जेसीबी से काम करना नियम में है।

*महावीर सिंह सचिव ग्राम पंचायत थोड़ीपानी*

मैं इस बात की पुष्टि कर लेता हूं सचिव से बात करके वैसे तो सभी कार्य एलाऊ है अभी किसी तरह से स्टे ऑर्डर नहीं लगाया गया है बाकी पूछ लेता हूं सचिन से इस मुद्दे पर फिर मैं बताता हूं।

*पीसीओ जनपद पंचायत जैतहरी अमृत लाल पैकरा*

यदि उस पर स्टे लगा हुआ है तो आप कानूनगो को बताएं यह हमारा काम नहीं है यह काम उनका है वह जाकर सामान की जब्ती करें और कार्यवाही कराएं।

*के.के.त्रिपाठी थाना प्रभारी जैतहरी*

आपने हमें बताया है पर हमको अभी तक ऐसी कोई भी सूचना नहीं प्राप्त हुई है जब तक मेरे पास कागज नहीं आ जाता तब तक मैं कोई एक्शन नहीं लूंगा आपके पास कागज है या किसी के पास कागज है वह उनके पास है मेरे पास नहीं है मैं अपने स्तर से देख लूंगा आप अपना काम कीजिए आधे घंटे में आता हूं 1 घंटे में आता हूं।

*राजस्व निरीक्षक जैतहरी*

साहब से संपर्क करने की कोशिश की गई पर इनका नंबर ही नहीं लगा और व्हाट्सएप के द्वारा इनके पास स्टे आर्डर भेजा गया तो इनके द्वारा किसी तरह से प्रतिक्रिया भी नहीं आई।

*पटवारी दिनेश चारेल पटवारी हल्का थोड़ीपानी*

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