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11 नाबालिग स्कूली छात्रों द्वारा दोपहिया वाहन चलाने पर पुलिस ने की कार्यवाही
अनूपपुर
जिले में नाबालिग स्कूली छात्रों द्वारा तेज गति और लापरवाही से दोपहिया वाहन चलाने की शिकायतों के मद्देनजर, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दूसरे दिन, शुक्रवार को, टीआई कोतवाली अरविंद जैन के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की।
टीम ने अमरकंटक रोड स्थित बेथेल मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान 11 दोपहिया वाहनों के नाबालिग चालकों को नियमों का उल्लंघन करते पाया गया। इन वाहनों को ज़ब्त कर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की गई।
गुरुवार को कोतवाली पुलिस ने भारत ज्योति स्कूल के पास चेकिंग के दौरान 6 नाबालिग चालकों के वाहन ज़ब्त किए थे।बेथेल मिशन स्कूल के प्रबंधन और प्राचार्य को थाना बुलाकर नोटिस दिया गया है। उनसे कहा गया कि नाबालिग छात्रों को वाहन चलाने से रोकने के लिए अभिभावकों को जागरूक करें। साथ ही, ज़ब्त वाहनों के 11 नाबालिग चालकों के अभिभावकों को थाना बुलाकर भविष्य में नाबालिगों को वाहन न देने की समझाइश दी गई।
पुलिस अधीक्षक ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं से बचाव के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को दोपहिया वाहन चलाने की अनुमति न दें। बिना वैध ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाना गैरकानूनी है। यह अभियान अनूपपुर पुलिस द्वारा सतत जारी रहेगा।
समाचार 02 फ़ोटो 02
अवैध रेत के उत्तखनन पर पुलिस ने मिनी ट्रक जप्तकर मामला किया दर्ज
अनूपपुर
रात्रिगस्त के दौरान सूचना मिली की एक मिनी ट्रक अवैध रेत उत्तखनन कर रामनगर की ओर जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई हेतु मौके पर पहुंचकर नाकाबंदी की गई है। न्यू डोला पेट्रोल पम्प के पास नाकाबंदी के दौरान मिनी ट्रक वाहन क्र. एमपी 65 GA -1711 रोककर जिसने की रेत लोड थी, वाहन चालक श्रीकांत बैगा पिता रत्तू बैगा उम्र 24 वर्ष निवासी वार्ड क्रं0 04 डोला का होना पाया गया, टाटा कम्पनी के मिनी ट्रक 909 में लोड रेत के परिवहन करने के सम्बंध में दस्तावेज चाहे गए जिसके द्वारा उक्त संबंध में परिवहन के कोई वैध कागजात नही होना तथा ट्रक मालिक अमन पांडे निवासी रामनगर के कहने पर चोरी की खनिज रेत ले जाना बताया। जिससे आरोपी वाहन चालक व वाहन मालिक का उक्त कृत्य अपराध धारा 303(2),317(5),3 (5) बीएनएस एवं 4/21 खान अधिनियम का दण्डनीय पाये जाने पर ट्रक 909 में लोड 05 घन मीटर रेत कीमती 5000/- रूपये एवं टिपर 909 क्रमांक एमपी 65 GA-1711 कीमती करीबन 07 लाख रूपये कुल कीमती करीब 705000/-रूपये का आरोपी चालक के कब्जे से विधिवत जप्त कर थाना प्रांगण में सुरक्षित रखवाया तथा आरोपियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
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11 नाबालिग स्कूली छात्रों द्वारा दोपहिया वाहन चलाने पर पुलिस ने की कार्यवाही
अनूपपुर
जिले में नाबालिग स्कूली छात्रों द्वारा तेज गति और लापरवाही से दोपहिया वाहन चलाने की शिकायतों के मद्देनजर, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दूसरे दिन, शुक्रवार को, टीआई कोतवाली अरविंद जैन के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की।
टीम ने अमरकंटक रोड स्थित बेथेल मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान 11 दोपहिया वाहनों के नाबालिग चालकों को नियमों का उल्लंघन करते पाया गया। इन वाहनों को ज़ब्त कर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की गई।
गुरुवार को कोतवाली पुलिस ने भारत ज्योति स्कूल के पास चेकिंग के दौरान 6 नाबालिग चालकों के वाहन ज़ब्त किए थे।बेथेल मिशन स्कूल के प्रबंधन और प्राचार्य को थाना बुलाकर नोटिस दिया गया है। उनसे कहा गया कि नाबालिग छात्रों को वाहन चलाने से रोकने के लिए अभिभावकों को जागरूक करें। साथ ही, ज़ब्त वाहनों के 11 नाबालिग चालकों के अभिभावकों को थाना बुलाकर भविष्य में नाबालिगों को वाहन न देने की समझाइश दी गई।
पुलिस अधीक्षक ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं से बचाव के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को दोपहिया वाहन चलाने की अनुमति न दें। बिना वैध ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाना गैरकानूनी है। यह अभियान अनूपपुर पुलिस द्वारा सतत जारी रहेगा।
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अधिकारियों की मिलीभगत से जांच में लीपापोती, जंगल की रक्षा कौन करेगा, बना चर्चा का विषय
अनूपपुर
जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, जब से सर्किल प्रभारी लतार विनोद कुमार मिश्रा एवं बीट धुरवासिन बीट गार्ड सोमपाल सिंह पदस्थ है, तब से पूरा जंगल की वृक्षों वन भूमि वन मुनारा की तबाही मचा दिए है, आखिर किन अधिकारियों के संरक्षण से यह सब कृत हो रहा है, इन दोनों अधिरोपित कर्मचारियों के ऊपर लाखों की वसुली राशि इनके विरुद्ध लाखों की वन वृक्षों की कटाई के मामले में अधिरोपित किया गया है, मगर शासन की हुई लाखों की सम्पत्ति की हुई नुकसानी राशि को अधिरोपित कर्मचारियों से जमा न करने एवं आदेश न करने के वजह से उन कर्मचारियों के हौसले बुलंद होकर वन भूमि में अवैध अतिक्रमण एवं वृक्षों की अवैध कटाई सुर्खियों में छाया हुआ है, अब तो वन भूमि अतिक्रमणकर्ता बीट गार्ड डिप्टी रेंजर से साठगांठ बनाकर बीट धुरवासिन आर एफ 442 की ग्राम कोटमी में वन मुनारा क्रमांक 08 को भी तोड़कर नष्ट कर उसी वन भूमि के स्थान में अवैध कब्जा कर लिया गया, जिस संबंध में लिखित शिकायत ग्रामीणों द्वारा वन मंडल अधिकारी अनूपपुर को दी गई है, जिस पर भी जांच के नाम पर लीपापोती कर मामले को आधी अधूरी जांचकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर दिया है, और उन कर्मचारियों को जांच में भेजा जाता है, जिन कर्मचारियों के मिलीभगत के कारण जंगल की वन भूमि की क्षति हुई है और पेड़ पौधें भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रहा है आखिर जंगल की रक्षा कौन करेगा, इसी प्रकार की जंगल कटती रहेगी, वन भूमि में अवैध कब्जा एवं वन मुनारा टूटता रहेगा, इस पर रोक लगेगी या नही, शिकायत करने पर शिकायतकर्ता हो ही झूठे मामले में फसाने की साज़िश कर दी जाती है, कही वन मंडल अनूपपुर अधिकारियों की मिलीभगत से तो नहीं हो रहा है, जिससे बेखौफ़ होकर लगातार वन भूमि एवं वन संपत्ति वन भूमि अतिक्रमणकारियो द्वारा वन सम्पत्ति की क्षति पहुंचाई जा रही है। जिले के वन विभाग के सब अधिकारी चुप्पी साध कर बैठी हुई है। नवागत डीएफओ साहब संज्ञान में लेकर मौके की निष्पक्ष तरीके से निरीक्षण कर अधिरोपित कर्मचारियों साहित वन भूमि अतिक्रमणकर्ता के विरुद्ध कार्यवाही करे, जिससे वन वृक्षों की अवैध कटाई वन भूमि अतिक्रमण से रुक सके।
समाचार 05 फ़ोटो 05
डीजे बजाने को लेकर घराती-बरातियों में जमकर मारपीट, दोनों पक्षों पर मामला दर्ज
शहडोल
जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र के ग्राम जरवाही में विवाह कार्यक्रम के दौरान डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया, जिसके कारण मारपीट हुई। यह विवाद घराती और बाराती पक्ष के बीच हुआ।
जानकारी के अनुसार, ग्राम सोनवर्षा सेमरा से बारात ग्राम जरवाही के यादव परिवार में आई थी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन रात करीब 12:30 बजे लड़की वालों ने डीजे बंद करा दिया, जिस पर लड़के पक्ष के कुछ युवकों ने नाराजगी जताई और डीजे को फिर से चालू करने की मांग की। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे से उलझ पड़े।
मारपीट में कई लोग घायल हो गए। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के लोग विवाह समारोह से गायब हो गए, और केवल वर-वधू पक्ष के परिजनों के बीच विवाह का कार्यक्रम संपन्न हुआ। बाद में दोनों पक्षों ने थाना में शिकायत दर्ज कराई।
थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया कि कैलाश यादव, निवासी ग्राम सोनवर्षा, ने अपनी रिपोर्ट में आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। दूसरे पक्ष से राकेश यादव ने भी शिकायत दर्ज कराई। दोनों पक्षों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने घायलों का मेडिकल करवाया है और मामले की जांच जारी है। जांच के आधार पर आरोपों की धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं।
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नाली निर्माण कार्य की जाँच अध्यक्ष व पार्षद के समक्ष किए जाने को लेकर सीएमओ को सौंपा ज्ञापन
शहडोल
जिले के बकहो नगर परिषद् बकहो के वार्ड नं 1 में बन रही गुणवत्ताविहिन नाली को लेकर वार्ड वासियों ने मोर्चा खोल दिया है वही वार्ड के रहवासियों द्वारा नाली निर्माण कार्य की जाँच अध्यक्ष व पार्षद के समक्ष कराने के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद बकहो के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमें यह उल्लेख किया गया है। कि नगर परिषद बकहो में अनेको निर्माण कार्य चल रहे हैं लेकिन अपने बकहो वार्ड नंबर एक में जो नाली निर्माण का कार्य चल रहा है वह शासन के नियम विरुद्ध कार्य किया जा रहा है।
नाली बनना था वार्ड नंबर 2 में और नाली बनाया जा रहा है वार्ड नंबर 1 में। कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जो इंस्ट्रूमेंट में लिखा है की नाली में कितना रेत, सीमेंट, गिट्टी, राड, लगना चाहिए उन नियमों का पालन ठेकेदार व नगर परिषद बकहो के इंजीनियर के द्वारा नहीं किया जा रहा है। नाली का निरीक्षण करेंगे तो आपको पता चल जाएगा की ग्रामवासियों के टैक्स का पैसा व शासन प्रशासन के पैसे का कैसे दुरुपयोग किया जा रहा है। यह कि हम ग्रामवासियों के द्वारा अनेकों बार ठेकेदार व इंजीनियर के समक्ष कहा गया कि नाली का निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्वक किया जाए लेकिन यह लोग सुनने को तैयार ही नहीं है कर रहे हैं अपनी मनमानी कर रहा है।
ग्राम वासियों ने कहा कि पत्र का अवलोकन कर के ठेकेदार व इंजीनियर के ऊपर उचित कार्रवाही करें नहीं तो ग्रामवासियों के द्वारा ठेकेदार व इंजीनियर के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
समाचार 07 फ़ोटो 07
शहर की शांति की आवो हवा में युवा कांग्रेस नेताओं ने लगाये ग्रहण और घोल रहे जहर
*पीड़ित परिवार ने जताई नाराजगी, खुलेआम घूम रहे आरोपी, परिवार असुरक्षित*
उमरिया
जिले में आज युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों पर दंगाई गतिविधियों का आरोप लगाया गया है। दो पक्षों के बीच हुए इस विवाद ने जिले में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। आइए पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं। घटना का आरंभ दो पक्षों के बीच विवाद उमरिया के नए बस स्टैंड में दो पक्षों के बीच आपसी झगड़ा अचानक हिंसक हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत एक मामूली बहस से हुई, लेकिन देखते ही देखते यह गाली-गलौज और मारपीट में बदल गई। दंगाई गतिविधियों के आरोपी कौन हैं जिम्मेदार कौन हैं। महफूज अली आत्मज दिलदार हुसैन निवासी हनुमान ताल जबलपुर जिला जबलपुर म.प्र. ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों ने रंगदारी और गुंडागर्दी के उद्देश्य से इस झगड़े को उकसा कर अंजाम दिया गया। गाली-गलौज और हिंसक हमले का दावा प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झगड़े के दौरान गाली-गलौज और जान से मारने की धमकियां दी गईं। बृजेंद्र गहरवार उर्फ अब्बू सिंह निवासी धावड़ा कालोनी उमरिया और उनके समर्थकों पर लाठी-डंडों और हथियारों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया गया है। महफूज अली आत्मज दिलदार हुसैन निवासी हनुमान ताल जबलपुर जिला जबलपुर म.प्र.का हूं मेरे दोनों पुत्र हैदर अली एवं शेर अली के साथ वे बस स्टैंड पर सामान्य पेंटिग का काम करते है। इसी दौरान आज बृजेंद्र सिंह गहरवार अपने साथियों के साथ पहुंचे और लड़ाई-झगड़े की शुरुआत कर दी। जिसकी सूचना मिलने पर उमरिया पुलिस जांच में जुटी।
*पीड़ित परिवार ने जताई नाराजगी*
बस स्टैंड विवाद में प्रशासन पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लग रहा है। पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है, जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। परिवार का कहना है कि प्रशासन द्वारा दोषियों पर कार्रवाई न करने से उनका विश्वास टूट रहा है।
*खुलेआम घूम रहे आरोपी, परिवार असुरक्षित*
घटना के मुख्य आरोपी युवा कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों के ऊपर अब तक पुलिस की कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिससे वे खुलेआम घूम रहे हैं और उनका हौसला बुलंद है एवं पीड़ित परिवार को धमकियां दे रहे हैं। पीड़ित परिवार के सदस्य डरे हुए हैं और उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। न्याय की गुहार निष्पक्ष जांच की मांग पीड़ित परिवार ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
*सीसीटीवी फुटेज से क्या हुआ खुलासा*
घटना के बाद बस स्टैंड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों को विवाद स्थल पर आक्रामक व्यवहार करते हुए देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों और फुटेज के अनुसार, उन्होंने पीड़ित पक्ष पर दबाव डालने की कोशिश की और माहौल को हिंसक बना दिया। फुटेज में दिखा हिंसक व्यवहार फुटेज में बृजेंद्र सिंह और उनके साथी हाथ में डंडे और हथियार जैसे सामान लिए नजर आए। दूसरे पक्ष को धमकाते हुए देखे गए। इसके अलावा, मारपीट की पुष्टि भी फुटेज में साफ होती है। सीसीटीवी सबूत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज की जा सकती है।
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सिकल सेल एनीमिया पीड़ितों के लिए युवा टीम आई आगे किया रक्तदान
उमरिया
रक्तदान जीवनदान के उद्देश्य जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया द्वारा ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. मुकुल तिवारी के मार्गदर्शन पर पुलिस महिला थाना निरीक्षक अरूणा द्विवेदी की उपस्थिति में दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय उमरिया में सिकल सेल पीड़ितों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।रक्तदान महादान के इस पवित्र मानव सेवा के कार्य में युवाओं ने रक्तदान कर इस जीवनदान सेवा कार्य में अपना अमूल्य योगदान दिया।
डॉ मुकुल तिवारी ने कहा कि युवाओं को इसी तरह समाज के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।रक्त एक ऐसा दान है, जिसे केवल मनुष्य ही कर सकता है। इसे किसी भी मशीनरी द्वारा बनाया नहीं जा सकता। एक व्यक्ति द्वारा दिया हुआ रक्त 24 घंटे के भीतर दोबारा उसके शरीर में बन जाता है।हमें अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्त का विकल्प केवल मनुष्य ही है। हमारे द्वारा दिए रक्तदान से हम किसी को भी जीवनदान दे सकते हैं। यह एक ऐसा दान है, जिसके लिए आर्थिक रूप से मजबूत होने की जरूरत नहीं।हमें अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्त का विकल्प केवल मनुष्य ही है। हमारे द्वारा दिए रक्तदान से हम किसी को भी जीवनदान दे सकते हैं। लैब टेक्नीशियन वीरेंद्र शर्मा ने युवाओं से अपील करते हुए कहा की हमें इस पुनीत कार्य और जरूरतमंदों की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।
रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने बताया कि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कितनों की जिंदगी को बचाता है। इस बात का एहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जीता है, उस समय उनके लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं। कभी भी डिलीवरी, थैलिसीमिया, दुर्घटना या बीमारी का शिकार कोई भी हो सकता है।रक्तदान के महत्व को बताते हुए कहा कि, "रक्तदान ही महादान है।
समाचार 09 फ़ोटो 09
मौत के मामले मे निशांत को मिला अभयदान, लैब टेक्नीशियन बना बलि का बकरा
*बीएमओ पर नही हुई कोई कार्यवाही*
*यह खबर रेवांचल में राम विनोद पटेल के नाम से लगा दे*
उमरिया
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में ग्राम कछौहा निवासी हेमा पटेल की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण समय पर इलाज न होने से मौत हो गई थी, जिसके बाद हेमा पटेल के परिजनों के द्वारा शव को सीएचसी मानपुर के गेट पर रखकर मरीज का इलाज ना होने का आरोप लगाते हुए तत्काल बीएमओ निशांत सिंह परिहार के ऊपर दंडात्मक कार्यवाही व सीएचसी मानपुर से हटाने की मांग पर धरने में बैठ गए थे, देर रात तक अपनी मांगों को लेकर धरने में बैठे मृतक हेमा पटेल के परिजन व ग्रामवासियो को आखिरकार जिला कलेक्टर उमरिया द्वारा परिजनों से फोन पर बात कर धरना खत्म करने का आग्रह किया गया था, और पूर्ण विश्वास दिलाया गया था की मेरे द्वारा इस घटना के जिम्मेदार बीएमओ निशांत सिंह को सीएचसी मानपुर से हटाने की कार्यवाही जरूर की जाएगी, दूसरे दिन संयुक्त टीम बनाकर सीएचसी मानपुर की जांच की गई और व्याप्त अव्यवस्थाओ को चुस्त दुरुस्त करने निर्देशित किया गया, वहीं उक्त मामले के दोषी बीएमओ श्री परिहार का निलंबन तो दूर उनके अंगद की तरह जमे हुए पैरों को हिलाया तक नही जा सका, बल्कि यहां पर सेवारत निर्दोष लैब टेक्नीशियन सत्यम गुप्ता को पद से पृथक कर बली का बकरा बनाया गया। बता दे की बीएमओ निशांत सिंह परिहार मानपुर में पदस्थ होने के बाबजूद भी ब्योहारी में रहते है और महीनो में एक या दो बार ही मानपुर आते है, जिससे सीएचसी मानपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था को जंग सा लग गया है, उसी लापरवाही का नतीजा ही है की इलाज के लिए आई हेमा पटेल को क्या पता था की सीएचसी मानपुर की लचर स्वस्थ्य व्यवस्था ही मेरी मौत का कारण बनेगी बहरहाल इस मामले में जिम्मेदार बीएमओ निशांत सिंह के ऊपर अभी कोई कार्यवाही नहीं की गई है, कहीं ऐसा तो नहीं की हेमा पटेल की मौत के जिम्मेदारों के ऊपर कार्यवाही की फाइल लैब टेक्नीशियन सत्यम गुप्ता को हटाकर बंद कर दी जाएगी।