गुफा मे आराम फरमाता मिला घायल बाघ छोटा भीम, इलाज के लिए वन विभाग भेजा भोपाल
उमरिया
जिले के बांधवगढ़ नेशनल पार्क के घायल बाघ का तीन दिनो के कठिन परिश्रम के बाद अंतत: रेस्क्यू कर लिया गया। शुक्रवार को यह खितौली तथा पनपथा बफर परिक्षेत्र की सीमा पर स्थित एक गुफा मे आराम फरमाता मिला। टैंक्यूलाईज के बाद सबसे पहले उसके गले से लोहे का फंदा निकाला गया। बताया गया है कि इसकी वजह से छोटे भीम के गले पर घाव बन गया था। प्राथमिक उपचार कर बाघ को पिंजरे मे विशेष वाहन द्वारा ताला लाया गया। जहां से उसे वन विहार भोपाल के लिये रवाना किया गया। पार्क के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि बेहतर इलाज के लिये बाघ को भोपाल भेजा गया है। उल्लेखनीय खितौली रेंज के डमडमा इलाके मे विचरण करने वाला छोटा भीम गत 26 नवंबर को गले मे फंसे कड़े के सांथ देखा गया था। तभी से विभागीय अमला उसकी तलाश मे जुटा हुआ था।
एक बार पुन: घायल बाघ की खोजबीन शुरू हई। इस कार्य मे 5 हांथी, 15 से 20 जिप्सियां, रेस्क्यू वाहन तथा करीब 80 के आसपास अधिकारी, कर्मचारी लगाये गये थे। मुहिम का नेतृत्व उप संचालक पीके वर्मा कर रहे थे। मौके पर दो अनुविभागीय अधिकारी तथा 5 रेंजर भी मौजूद थे। इसी बीच खितौली तथा पनपथा बफर की सीमा पर बाघ के होने की खबर मिली। जिस पर तत्काल पहुंच कर टीम द्वारा रेस्क्यू कार्यवाही की गई। जानकारी के मुताबिक रात मे ही अधिकारियों का दल बाघ को लेकर भोपाल रवाना हो गया।