अभद्र बयान के विरोध में विप्र समाज का उफान, विरोध सभा व पुतला दहन, प्रशासन को सौपा ज्ञापन
अभद्र बयान के विरोध में विप्र समाज का उफान, विरोध सभा व पुतला दहन, प्रशासन को सौपा ज्ञापन
*कार्यवाही की मांग*
अनूपपुर
अजाक्स कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज के प्रति कथित अभद्र टिप्पणी के विरोध में मंगलवार को अनूपपुर में व्यापक जनाक्रोश देखने को मिला। जिला विप्र समाज, अखिल भारतीय एकीकृत ब्राह्मण परिषद, अखंड ब्राह्मण समाज एवं आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा के संयुक्त तत्वावधान में इंदिरा चौक हॉस्पिटल के समीप विशाल विरोध सभा एवं पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिलेभर से सैकड़ों विप्रजन, मातृशक्ति एवं युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए।
विरोध कार्यक्रम की सबसे प्रमुख विशेषता रही समाज की मातृशक्ति की सशक्त उपस्थिति। महिलाओं ने संतोष वर्मा का पुतला दहन कर अपना आक्रोश प्रकट किया तथा प्रतीकात्मक रूप से चूड़ियाँ भेंट कर यह संदेश दिया कि किसी भी समाज की महिलाओं की गरिमा पर प्रहार किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। “जय जय परशुराम” और “ब्राह्मण समाज एक हो” के नारे से पूरा क्षेत्र गूँज उठा।
इंदिरा चौक पर बनाए गए विशाल पंडाल में जैतहरी, कोतमा, बिजुरी, बर्थरई, बरगवां, देवहरा,कोतमा, मेड़ियारास,वैक्टनगर, सहित दूरस्थ अंचलों से श्रद्धालु और समाजजन पहुंचे। विरोध पूरी तरह अनुशासित रहा। विरोध की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी स्वयं सभा स्थल पर पहुंचे और ज्ञापन प्राप्त किया। ज्ञापन में संतोष वर्मा पर तत्काल FIR दर्ज करने एवं कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग प्रमुख रही।सभा में अनेक सामाजिक कार्यकर्ता, ब्राह्मण संगठनों के प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ पदाधिकारी के अलावा मातृशक्ति की रही उपस्थिति रहे।
वक्ताओं ने कहा कि यह मामला किसी एक संगठन का नहीं, बल्कि समाज की सांस्कृतिक मर्यादा, सम्मान और अस्तित्व से जुड़ा गंभीर प्रश्न है।वक्ताओं ने चेताया कि यदि संतोष वर्मा पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो जिलेभर में चरणबद्ध और व्यापक आंदोलन खड़ा किया जाएगा।जनभावनाओं की गंभीरता और भीड़ की व्यापकता को देखते हुए नायब तहसीलदार मंगलदास चक्रवर्ती अपनी टीम के साथ पंडाल में पहुंचे और आयोजकों से ज्ञापन प्राप्त किया। संतोष वर्मा पर तत्काल एफआईआर,कठोर दंडात्मक कार्रवाई, समाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बयानों पर कानूनी नियंत्रण प्रमुख रूप से रहा।



