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करेंट से हुई थी मौत, गैर इरादतन हत्या के मामले में आरोपी को न्यायालय ने सुनाई 10 वर्ष का कारावास

अनूपपुर

लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा बताया गया कि आरोपी सोनू उर्फ बृजभान महरा पिता मोतीलाल महरा उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम गोधन, थाना जैतहरी, जिला अनूपपुर ने घटना दिनांक 10 मार्च 2023 को समय लगभग 11ः00 बजे से 11ः15 बजे के मध्य बिजली के पोल से अपने आवास तक विद्युत प्रवाहित किये जाने के लिये इस प्रकार का तार लगाया, जिसके संबंध में अभियुक्त को यह ज्ञान था कि उस तार से अन्य तार के सम्पर्क मे आने से करेंट फैल सकता है तथा उसके किसी व्यक्ति के सम्पर्क में आने से उसकी मृत्यु हो सकती है, परंतु उसका इरादा मृत्यु कारित करना नहीं था, ऐसा कृत्य किया तथा उसके उक्त कृत्य के परिणामस्वरूप प्रवाहित विद्युत धारा के सम्पर्क में आने से लगभग 04 वर्ष के अंकुश राठौर की मृत्यु कारित हुयी, जो आपराधिक मानववध की कोटि में आता होकर हत्या की कोटि में आता है, सूचनाकर्ता की सूचना पर थाना जैतहरी में प्रथम सूचना रिपोर्ट अपराध क्र0-121/2023 धारा 304 भाग-2 भ0दं0स0 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया और विवेचना प्रारम्भ की गई। विवेचना के दौरान नीले व मटमैले रंग का पी0वी0सी0 वायर लंबाई 80 फिट कटा फटा व छिला हुआ जप्त किया गया और साक्षियो के कथन लेखबद्ध किया गया। मामले में पुलिस की ओर सेे न्यायालय में संपूर्ण विवेचना के उपरांत अंतिम प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश नरेन्द्र पटेल कें न्यायालय में सुनवाई की गयी जिसमें शासन की ओर से लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा ने 15 साक्षियों के साक्ष्य कराये और 14 दस्तावेजों को परीक्षत कराया गया। वही पर आरेापी के अधिवक्ता ने 4 दस्तावेज प्रस्तुत किये। साक्ष्य एंव विचारण उपरांत शासन की ओर से पैरवी कर रहे लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा रखे गए तर्कों और बहस तथा मामले की गम्भीरता एवं परिस्थितियों को देखते हुए गैर इरादतन हत्या के आरोपी सोनू उर्फ बृजभान महरा को भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 304 भाग-2 मेें दोषी पाते हुए दोषसिद्ध ठहराया गया जिसमें आरोपी को 10 साल का कारावास एवं 5,000/-रू0 जुर्माना से दंडित किया गया। आरोपी को निर्णय उपरान्त न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल अनूपपुर भेज दिया गया।                                                    

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कोयला चोरी बढ़ी, एसईसीएल को हर दिन हो रहा लाखो का नुकसान, ईंट भट्ठा में खो रहा चोरी का कोयला

अनूपपुर/ भालूमाड़ा

जमुना कोतमा क्षेत्र के गोविंदा कालरी रेलवे साइडिंग से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में अवैध कोयला चोरी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चोरी में सुरक्षा में तैनात कुछ कर्मियों की मिलीभगत की आशंका भी है। चोर सुबह और शाम के समय दोपहिया वाहनों और साइकिलों से बोरियों में भरकर कोयला ले जाते हैं।

चोरी किए गए कोयले को मुख्य रूप से कोतमा और भालूमाड़ा क्षेत्र में संचालित अवैध ईंट भट्ठों में बेचा जाता है। इससे एसईसीएल कम्पनी को हर दिन लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है। स्थानीय लोग और व्यापारी लगातार प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि समय रहते चोरी पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो घटनाएँ और बढ़ सकती हैं।

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोग और व्यापारी आरोप लगा रहे हैं कि सुरक्षा व्यवस्था की कमी और निगरानी में लापरवाही के कारण ही इतनी बड़ी चोरी संभव हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुरक्षा में सुधार, निगरानी बढ़ाना और अवैध कारोबार पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। स्थानीय लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि मामले को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए, ताकि कम्पनी का आर्थिक नुकसान रोका जा सके।

प्रबंधन ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगरानी बढ़ाई जा रही है और चोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

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ट्रेन स्टॉपेज के लिए ग्रामीणों ने स्टेशन मास्टर को सौपा ज्ञापन,  निराकरण नही हुआ तो होगा आंदोलन

अनूपपुर

रेलवे स्टेशन छुलहा में ट्रेनों को स्टापेज को लेकर एक आवेदन पत्र स्टेशन मास्टर को सौपा है। सभी ग्रामवासियों ने ज्ञापन में बताया है है कि रेलवे स्टेशन छुलहा जो कि ग्राम पंचायत सेन्दुरी, खुलहा, बेलिया, नगदहा अमगंवा, मौहरी, पिपरिया (बेला, टाकी) जैसे बड़े पंचायतों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है इन ग्रामों में लगभग 25000 हजार जनसंख्या निवासरत है जो कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भी है जिसमें सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन छात्र-छात्रायें, किसान, मजदूर, यात्री जैतहरी, पेन्ड्रा, बिलासपुर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, भोपाल के लिये यात्रा करते है। कोरोना काल के पहले सभी ट्रेनों का स्टापेज खुलहा स्टेशन में होता था लेकिन कोरोना काल समाप्त होने के बावजूद उन ट्रेनों का स्टापेज स्टेशन में नहीं दिया गया। जिससे ग्रामीणजनों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए, छात्रों को कॉलेजों के लिए, नौकरी पेशा लोगों, व्यापारियों को, प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए भारी समस्याओं का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता हैं जिन ट्रेनों का स्टापेज रोका गया है उनकी जानकारी निम्नानुसार है। जिन ट्रेनों की माँग ग्रामीण कर रहे है, जिसमे नर्मदा एक्सप्रेस, 18234/18233, रीवा बिलासपुर एक्सप्रेस 18248/18247, बिलासपुर भोपाल एक्सप्रेस कम पैसेंजर 18236/18235, बिलासपुर चिरमिरी एक्सप्रेस 18257/18258 बताई जा रही है।

छुलहा स्टेशन में स्टॉपेज को लेकर उक्त मामले को गंभीर समस्या बताया है। छूलहा स्टेशन पर उक्त सभी ट्रेनों का स्टापेज दिलाये जाने की बात कही है। ताकि इस समस्या से लोगों का निदान मिल सके। साथ ही अगर इस समस्या का समाधान 15 दिवस के अंदर नहीं हुआ तो समस्त ग्रामवासी रेल रोको आंदोलन में भाग लेंगे जिसकी समस्त जिम्मेवारी रेलवे प्रशासन की होगी।

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गोविन्दा कॉलोनी में खुलेआम नशे का कारोबार, युवक हो रहे हैं नशे के शिकार, प्रशासन मौन

अनूपपुर/कोतमा

कोतमा थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 12 स्थित गोविन्दा कॉलोनी में नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार लगातार फैल रहा है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार इलाके में कोरेक्स सिरप, गांजा, ब्राउन शुगर सहित अन्य नशीली दवाइयों का सेवन और कथित रूप से गैरकानूनी बिक्री हो रही है, जिससे कॉलोनी का सामाजिक वातावरण प्रभावित हो रहा है।

इस बढ़ती समस्या का सबसे अधिक असर युवा वर्ग पर पड़ रहा है। कई परिवारों ने चिंता व्यक्त की है कि उनके बच्चे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं, जिससे उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य पर प्रतिकूल असर हो रहा है। शाम के समय क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियाँ बढ़ जाती हैं, जिससे महिलाओं और बुजुर्गों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है।

स्थानीय रहवासियों का कहना है कि नशीले पदार्थों के कारोबार के कारण चोरी, झगड़े और अन्य आपराधिक घटनाओं की आशंका बनी रहती है। कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने कोतमा थाना प्रभारी और जिला प्रशासन से मांग की है कि गोविन्दा कॉलोनी में सक्रिय नशा तस्करों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

थाना प्रभारी का बयान इस मामले की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हम क्षेत्र में नियमित गश्त बढ़ा रहे हैं ताकि नशे के कारोबार पर रोक लग सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपेक्षा जताई है कि जल्द प्रभावी कदम उठाकर कॉलोनी को नशे के दुष्प्रभाव से मुक्त किया जाए।नागरिकों को उम्मीद है कि शीघ्र कार्रवाई से युवाओं का भविष्य सुरक्षित होगा और क्षेत्र का सामाजिक माहौल सुधरेगा।

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मुख्यमंत्री सपरिवार पहुँचे विरासनी माता के मंदिर, दर्शन कर प्रदेश वासियों के लिए मांगी मन्नत

उमरिया

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के एक दिवसीय निजी दौरे पर बिरसिंहपुर पाली पहुँच कर जगत जननी जगदम्बा माँ के दर्शन कर मन्नत मांगी, ताकि उनकी कुर्सी सलामत बनी रही। बताया जाता है कि इसके पहले वह राज्य स्तरीय पेशा एक्ट महा सम्मेलन कार्यक्रम में पाली विकास खंड के गोरईया ग्राम पंचायत आये थे, तब माँ बिरासनी मंदिर में माथा नहीं टेंक पाये थे तब से ही यह चर्चा चल पडी थी की पाली आने के बाद जो जगत जननी के दर्शन नहीं करते उन्हें अपनी कुर्सी गवानी पडती है।यद्यपि यह बात अपने उद्बोधन में भी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि जब मैं शिक्षा मंत्री था तब माँ बिरासनी मां के दर्शन किया था,और  मां ने मुझे मुख्यमंत्री बना दिया,मैं माता के दर्शन के लिये जरूर जाऊगा, लेकिन वह दर्शन करने के लिए कार्यक्रम स्थल से निकले, लेकिन आखिर कार आनन फानन में बीच रास्ते से कार्यक्रम बदल गया था और वह माता के दरबार में माथा टेकने नही पहुँच पाये। कही न कहीं इसकी कसक उनके मन में बनी रही। इस बात झलकियाँ भी राजनैतिक परिदृश्य में मिलने लगी थी और उनके मन में बैठी पीड़ा उन्हें माता के दरबार में खीच ले आयी। विदित होवे की बीते दिवस मुख्यमंत्री मोहन यादव सपत्नीक बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के दौरे पर आये हुए थे, जहाँ पर उन्होंने रात्रि विश्राम किया और सुबह राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण किया तत्पश्चात वह बिरसिंहपुर पाली पहुँच कर माता के दर्शन किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक मीना सिंह, जैतपुर विधायक जय सिंह मरावी,नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष सुश्री शकुंतला प्रधान, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश पटेल के अलावा सैकड़ों भाजपाई कार्यक्रम में शिरकत की। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव साल के अंतिम में छुट्टियां मनाने उमरिया जिले पहुंचे। जहां बांधवगढ़ में सफारी में बाघों के दीदार किये।और आज हेलीकॉप्टर विमान द्वारा प्रकाश नगर स्थित हेलीपैड पर उतरे, जहां प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता रही। मंदिर परिसर से लेकर पूरे मार्ग पर पुलिस बल तैनात रहा, वहीं जिला प्रशासन लगातार निरीक्षण करता नजर आया। मुख्यमंत्री का यह दौरा पूरी तरह निजी बताया जा रहा है तो वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भव्यता के साथ स्वागत किया उनके आगमन से क्षेत्र में उत्साह का माहौल है।

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ड्रिंक एंड ड्राइव करने वाले 3 वाहन चालकों पर यातायात पुलिस की कार्रवाही

अनूपपुर

आगामी नववर्ष के अवसर पर पुलिस अधीक्षक अनूपपुर मोती उर रहमान के निर्देश पर जिले में सड़क सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यातायात पुलिस अनूपपुर द्वारा सघन चेकिंग एवं निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में नववर्ष के 2 दिन पूर्व संध्या पर शहर के प्रमुख मार्गों, चौराहों एवं प्रवेश बिंदुओं पर विशेष जांच की गई।

चेकिंग के दौरान शराब के नशे में वाहन चलाते हुए 3 चालकों को पकड़ा गया। ब्रैथ एनालाइज़र जांच में नशा प्रमाणित होने पर संबंधित चालकों के विरुद्ध मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उनके वाहन जब्त किए गए। यह कार्रवाई यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त संदेश देने के उद्देश्य से की गई।

अनूपपुर पुलिस  द्वारा स्पष्ट किया गया कि नशे की हालत में वाहन चलाना एक गंभीर अपराध है, जिससे न केवल चालक की बल्कि अन्य राहगीरों की जान भी खतरे में पड़ती है। नववर्ष के अवसर पर इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

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संगीतमय भागवत सुनने भक्त व श्रोता की लग रही भीड़, समापन में होगा भव्य भंडारा

जिले के जैतहरी सिवनी में संगीत में भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। रामनारायण प्रसाद शास्त्री के मार्गदर्शन में 29 दिसंबर से 5 फरवरी तक भागवत कथा का आयोजन, श्रोता गोपाल प्रसाद मिश्रा की उपस्थिति में उमड़ी भक्तों की भीड़ लग रही है।

आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति की अनूठी धारा से करने वाला एक दिव्य आयोजन  में संपन्न हो रहा है। 29 दिसंबर से शुरू हुई और 5 फरवरी तक चलने वाली इस भागवत कथा का सूत्रधार हैं परम पूजनीय श्री राम नारायण प्रसाद शास्त्री जी। उनके प्रवचनों में श्रीमद्भागवत महापुराण के दिव्य प्रसंगों ज्ञान का सरल तरीके  हो रहा है।

इस पावन आयोजन की एक विशेषता यह है कि इसमें गोपाल प्रसाद मिश्रा विशेष श्रोता के रूप में उपस्थित हैं। उनकी उपस्थिति और रामनारायण शास्त्री  के हाथी में चलूंगा सब पैदल चलेंगे घंटा बजाते जा प्रवचनों ने भक्तों के बीच अभूतपूर्व उत्साह पैदा किया है। ग्रामीण ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों से भी भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस पावन कथा का लाभ लेने पहुंच रहे हैं।

मंच सज्जा, ध्वनि व्यवस्था और भक्तों के बैठने की उचित व्यवस्था की गई है। भजन-कीर्तन और आरती के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया है। आयोजन समिति के अनुसार, कथा के अंतिम दिन विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।

स्थानीय निवासी इस  भागवत कथा आयोजन  विशेष ज्ञान एवं लाभ प्राप्त हुआ भक्त जनों का कहना है कि रामनारायण शास्त्री के मुखारविंद से निकल रही भागवत की पवित्र कथा ने पूरे गाँव को एक आध्यात्मिक परिवार में बदल दिया है और सभी के मन में अद्भुत शांति और उल्लास का संचार हुआ है।

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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमरकंटक में माँ नर्मदा जी का किया दर्शन एवं पूजन-अर्चन, सुख-समृद्धि की कामना

अनूपपुर

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भगवान शिव की तपोस्थली एवं माँ नर्मदा के पावन उद्गम स्थल अमरकंटक (मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र) में स्थित माँ नर्मदा देवी के शक्तिपीठ में विधिवत दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने माँ नर्मदा के पावन जल से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रदेश व देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

अमरकंटक को नर्मदा नदी का उद्गम स्थल होने के साथ-साथ हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र एवं दिव्य स्थान माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से श्रद्धालुओं को मानसिक शांति, आध्यात्मिक ऊर्जा एवं जीवन में सकारात्मकता की अनुभूति होती है।

भूपेश बघेल ने नर्मदा मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना एवं आरती में भाग लिया। श्रद्धा-भाव के साथ उन्होंने माँ नर्मदा के चरणों में शीश नवाया और मंगलकामनाएँ अर्पित कीं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमरकंटक स्थित यह शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक प्रमुख स्थल माना जाता है, जिसका उल्लेख रामायण एवं विभिन्न पुराणों में भी मिलता है।

अमरकंटक को भगवान शिव की तपोभूमि कहा जाता है, जहाँ माँ नर्मदा का प्राकट्य हुआ। यहाँ स्थित नर्मदा उद्गम कुंड, मंदिर एवं गुफा क्षेत्र में प्रतिदिन पूजा, अभिषेक एवं आरती का आयोजन होता है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस पावन नगरी में आकर आत्मिक शांति एवं आध्यात्मिक संतुलन का अनुभव करते हैं।

दर्शन उपरांत भूपेश बघेल ने कहा कि माँ नर्मदा की कृपा से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि एवं मानसिक शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र स्थलों पर आकर पूजा-अर्चना करने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अमरकंटक न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी भारतीय विरासत का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह धार्मिक यात्रा आध्यात्मिक अनुभूति से परिपूर्ण रही, जिसने श्रद्धा, आस्था एवं संस्कृति के महत्व को पुनः रेखांकित किया।

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5 लाख के 55 गुमे मोबाईलो मिले

अनूपपुर                  

जिले के थाना बिजुरी क्षेत्रांतर्गत विभिन्न फरियादियो द्वारा अपने अपने मोबाइल फोन गुम हो जाने की संबंध मे आवेदन प्रस्तुत किये गये थे । थाना प्रभारी बिजुरी विकास सिह के नेतृत्व मे उक्त आवेदनो पर गंभीरता से कार्यवाही की गयी। थाना बिजुरी पुलिस टीम द्वारा तकनीकी सहायता एवं सतत प्रयासों से कुल 55 गुम मोबाइल फोन सफलतापूर्वक खोजे गये। आवश्यक सत्यापन एवं वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरांत उक्त आवेदको को मोबाइल फोन सुपुर्द किये गये है।


6वी मार्शल आर्ट्स नेशनल गेम्स में संभाग के लाठी खिलाड़ियों ने जीते 66 पदक


शहडोल

मध्यप्रदेश के महासचिव व राष्ट्रीय कोच प्रमोद विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय युद्ध कला प्राधिकरण और नेहरू युवा केंद्र युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा से मान्यता प्राप्त 6वी नेशनल मार्शल आर्ट्स गेम्स 27 से 29 दिसंबर तक उज्जैन के राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम नानाखेड़ा, उज्जैन में आयोजित हुई । 

इस प्रतियोगिता मे संभाग के 49 खिलाड़ियों ने एक लाठी चाल एवं दो लाठी चाल में हिस्सा लिया एवं अपने-अपने आयु एवं वजन वर्ग में पदक अर्जित किए । उक्त प्रतियोगिता में मुख्य कोच प्रमोद विश्वकर्मा,  संभाग के तकनीकी निर्देशक व भारत रेफरी कमीशन के सचिव किशोर साकेत, बालक दल प्रबंधक संजय सिंह कंघीकार, कोच गुरदीप सिंह , बालिका दल प्रबंधक सावित्री शर्मा, बालिका कोच शिवानी नामदेव की भूमिका रही। 

उक्त प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, राकेश मिश्रा- राष्ट्रीय बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष, एवं अन्य द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को मैडल पहनाकर सम्मानित किया। दल प्रबंधक संजय सिंह कंघीकार ने बताया गया कि इस प्रतियोगिता में परंपरागत लाठी के सहित 14 मार्शल आर्ट्स की  विधाओं का आयोजन किया गया। आलओवर चैंपियन मध्यप्रदेश तथा गुजरात दूसरे स्थान पर रहें । साथ ही सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन हेतु शहडोल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ । उक्त दल लाठी खेल संघ के संभागीय अध्यक्ष संजीव निगम "पथिक", क्रीड़ा भारती महाकौशल प्रांत के प्रांतमंत्री डॉ. राकेश त्रिपाठी एवं क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के मार्गदर्शन में शामिल हुये हैं।

पवित्र नगरी अमरकंटक शीतलहर की चपेट में एक सप्ताह से जम रही बर्फ, रुई के समान कांच की तरह जमी सफेद चादर


अमरकंटक।

मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में विगत एक सप्ताह से भीषण ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। तापमान लगातार शून्य के करीब बना हुआ है और ठंड नया रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर दिखाई दे रही है। बीते छह दिनों से लगातार बर्फ जमने की स्थिति बनी हुई है, जिससे संपूर्ण नगर शीतलहर की गिरफ्त में आ गया है।

मां नर्मदा नदी के रामघाट उत्तर एवं दक्षिण तट, आसपास के खुले मैदानों तथा इंद्रदमन तालाब क्षेत्र में घास, फूल और पत्तियों पर रुई के समान सफेद बर्फ जमती नजर आ रही है। रामघाट दक्षिण तट के पार्क एवं मैदानों की घास पर बर्फ की सफेद चादर बिछी रहती है, जो सुबह के समय कांच की तरह चमकती दिखाई देती है। दिन में भी ठंड का असर स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है। वर्तमान में दिन का तापमान जहां 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, वहीं रात्रि में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच जा रहा है। दिन और रात के तापमान में लगभग 20 डिग्री सेल्सियस का अंतर होने से ठंड का असर और अधिक बढ़ गया है।

भीषण ठंड के चलते गरीब, मजदूर एवं श्रमिक वर्ग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं नर्मदा परिक्रमा पर निकले साधु-संत एवं परिक्रमावासी भी इस ठंड से प्रभावित हैं। इसके बावजूद पर्यटक, तीर्थ यात्री एवं भक्त श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है और नर्मदा दर्शन व परिक्रमा का क्रम निरंतर जारी है।

ठंड के इस कठिन समय में सेवा और संवेदना का भाव भी देखने को मिल रहा है। दूरस्थ अंचलों से आए संपन्न भक्त श्रद्धालुओं एवं समाजसेवियों द्वारा गरीब, अनाथ एवं असहाय लोगों को ऊनी कंबल, शॉल एवं गर्म वस्त्र वितरित किए जा रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन एवं नगर परिषद अमरकंटक द्वारा नगर के विभिन्न स्थानों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर पवित्र नगरी अमरकंटक इन दिनों भीषण ठंड, बर्फबारी जैसी स्थिति और आस्था की गर्माहट—तीनों का अनूठा संगम प्रस्तुत कर रही है।

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