एफआईआर न होने पर आदिवासी छात्र संगठन का प्रदर्शन, प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

*जनजातीय विश्वविद्यालय का मामला गरमाया*


अनूपपुर

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में छात्रा से कथित दुर्व्यवहार का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपी प्रोफेसर डॉ. नयन साहू पर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं होने से नाराज आदिवासी छात्र संगठन ने एसडीओपी कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने आरोपी प्रोफेसर का पुतला दहन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।

प्रदर्शन के दौरान आदिवासी छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित मरावी ने साफ शब्दों में कहा कि यदि जल्द से जल्द FIR दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई, तो यह आंदोलन केवल अनूपपुर तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि आदिवासी छात्र संगठन पूरे प्रदेश के जिलों में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन करेगा। मरावी ने कहा कि छात्रा को न्याय दिलाना संगठन की प्राथमिकता है और किसी भी कीमत पर आरोपी को बचने नहीं दिया जाएगा।

छात्रों का कहना है कि शिकायत, बयान और विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन के बावजूद एफआईआर दर्ज न होना बेहद गंभीर मामला है। प्रदर्शन के दौरान “पुलिस प्रशासन होश में आओ”, “आरोपी को बर्खास्त करो” और “छात्रा को न्याय दो” जैसे नारे लगाए गए।

आदिवासी छात्र संगठन ने एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नाम राजेंद्रग्राम थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर होम साइंस विभाग की पांचवें सेमेस्टर की छात्रा के साथ उत्तर-पुस्तिका अवलोकन के दौरान हुए अनुचित व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई थी। संगठन ने इसे छात्र-शिक्षक मर्यादा और शैक्षणिक नैतिकता का उल्लंघन बताया है।

ज्ञापन में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने, बर्खास्तगी, निष्पक्ष जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की मांग की गई है। फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

*इनका कहना है।

 हमारे वरिष्ठ अधिकारी विश्वविधालय में ही है इस मामले की जांच की जा रही है सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है।

*पी. सी.कोल थाना प्रभारी राजेंद्रग्राम*

मॉडर्न नर्सिंग कॉलेज, राजेन्द्रग्राम जिला अनूपपुर नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु आवेदन आमंत्रित है।


माननीय सर्वोच्च न्यायालय के S.L.P. No. 29570/2025 में दिनांक 03/12/2025 को दिए गए अंतरिम आदेश के परिपालन में उन सभी प्रवेश अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित है, जो PNST, GNST Entrance Test में सम्मिलित हुए हैं। कॉलेज में उपलब्ध नर्सिंग पाठ्यक्रम एवं उनमें रिक्त सीटों का विवरण निम्नानुसार है।

पाठ्यक्रम का नाम- जी.एन.एम., रिक्त सीटें- 60

यदि Entrance Test में सम्मिलित अभ्यर्थियों के आवेदन पर्याप्त संख्या में प्राप्त नहीं होते हैं, तो शेष रिक्त सीटों पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भावना से आई.एन.सी. द्वारा निर्धारित योग्यता वाले प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों से पृथक आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। ऐसे छात्रों का प्रवेश माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अधीन रहेगा। इच्छुक अभ्यर्थी 7 दिवस के भीतर संबंधित दस्तावेजों के साथ कॉलेज में स्वयं उपस्थित होकर आवेदन जमा करें।

पता - मॉडर्न नर्सिंग कॉलेज, कन्या शिक्षा परिसर रोड किरगी राजेन्द्रग्राम, जिला अनूपपुर, मध्य प्रदेश पिनकोड़ - 484224

मोबाइल No-9111819104

निलंबित प्रबंधक की धान खरीदी केंद्र में दबंगई, किसानों की फसल पर फिर मंडराया भ्रष्टाचार का साया


अनूपपुर

एक ओर मध्य प्रदेश शासन एवं भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्ट तंत्र इन प्रयासों पर पानी फेरता नजर आ रहा है। कोतमा तहसील अंतर्गत कृषि उपज मंडी कोतमा स्थित धान खरीदी केंद्र इन दिनों गंभीर आरोपों के घेरे में है। आरोप है कि देवगवा सहकारी समिति का निलंबित प्रबंधक सुरेंद्र पांडे, जो पूर्व कार्यकाल में धान खरीदी का प्रभारी रह चुका है, आज भी खुलेआम खरीदी केंद्र में दखल दे रहा है।

*आपराधिक इतिहास, फिर भी केंद्र में दमदार*

सूत्रों के अनुसार उक्त प्रबंधक के काले कारनामे पहले ही उजागर हो चुके हैं। पूर्व में विभाग द्वारा उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया था। लंबे समय तक फरार रहने के बाद किसी तरह जमानत प्राप्त करने में सफल हुआ, लेकिन जमानत के बाद सुधरने के बजाय उसका हौसला और बढ़ गया व्यापारियों से सांठगांठ, किसानों के साथ छल आरोप है कि यह प्रबंधक धान खरीदी केंद्र प्रभारियों पर दबाव बनाकर। व्यापारियों से सांठगांठ कर नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से धान की खरीदी करवा रहा है।इस पूरे खेल में असल नुकसान किसानों को हो रहा है, जिनकी मेहनत की फसल औने-पौने दाम और फर्जी प्रक्रियाओं में फंसती जा रही है। नियमों की खुलेआम अवहेलना शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसे विवादित एवं भ्रष्टाचार के आरोपित अधिकारियों को खरीदी केंद्र से दूर रखा जाए और वे अपने मुख्यालय में ही कार्य करें। इसके बावजूद यह प्रबंधक खरीदी केंद्र में डेरा जमाए बैठा है, जो प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है। इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र के किसानों एवं किसान संगठनों में भारी आक्रोश है। किसानों की मांग है उक्त प्रबंधक को तत्काल खरीदी केंद्र से हटाया जाए।पूरे धान खरीदी की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए क्या किसानों की मेहनत की फसल पर इसी तरह भ्रष्टाचार हावी रहेगा क्या जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे रहेंगे?अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर और सनसनीखेज मामले पर कब तक कार्रवाई करता है या फिर किसान एक बार फिर सिस्टम के शिकार बनते रहेंगे।

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