वन क्षेत्र में हो रही अंधाधुंध पेड़ों की कटाई मामला पहुंचा हाई कोर्ट, जंगल पर कब्ज़ाकर काटे जा रहे हैं पेड़

*लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम, फिर भी कब्ज़ा, अतिक्रमण की हुई पुष्टि*


अनूपपुर

जिले में आरक्षित वन भूमि पर बड़े पैमाने में हों रहे अतिक्रमण का गंभीर मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन की निष्क्रियता और वन क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जंगल की यह ज़मीन, जिसे सरकार द्वारा संरक्षित घोषित किया गया है। उस पर अतिक्रमणकारियों ने न केवल कब्ज़ा कर लिया है बल्कि मनमानी पेड़ों की कटाई भी की जा रही है। यह कटाई सिर्फ पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचा रही, बल्कि उस पूरे क्षेत्र को प्रभावित कर रही है, क्योंकि वहाँ के जानवर हो या ग्रामीण, सभी इन्हीं जंगलों पर निर्भर हैं। इसके बावजूद, संबंधित सरकारी विभाग और अधिकारी आंख मूंदकर बैठे हुए हैं।

*वकील हाईकोर्ट की शरण में*

इस मामले को उजागर करने वाले अनूपपुर निवासी अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत दास पटेल है। जिन्होंने खुद मौके पर जाकर हालात का जायज़ा लेते हुए इससे जुड़े दस्तावेज़ जुटाए। उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों को शिकायतें भेजीं, लेकिन जब कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने इस मुद्दे को जनहित याचिका (PIL) के जरिये मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के सामने रखा। उनकी याचिका एक आपदा का अलार्म है, जिसे अनदेखा करना आने वाली पीढ़ियों के लिए भयावह साबित हो सकता है।

*अतिक्रमण की हुई पुष्टि*

इस वन क्षेत्र में लगभग 1000 एकड़ पर अतिक्रमण कर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई चल रही है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर दो व्यक्तियों मदन पटेल और सदन पटेल के नाम प्रस्तुत किए हैं। उनका दावा है कि इन दोनों ने वर्षों पहले जंगल की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर लिया था। इस दावे की पुष्टि वर्ष 2012 में वन विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में भी हुई, जिसमें बताया गया कि आरएफ 276 कंपार्टमेंट की 5.408 हेक्टेयर भूमि पर मदन पटेल का कब्ज़ा है। इसके बाद, 2018 में एक न्यायिक आदेश में भी यह पाया गया कि मदन और सदन पटेल आरक्षित वन भूमि पर कब्ज़ा किए हुए हैं। इन रिपोर्टों से यह साफ जाहिर होता है कि शासन और प्रशासन इस अतिक्रमण से भलीभांति परिचित हैं, बावजूद इसके कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया।

*लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम, फिर भी कब्ज़ा* 

अधिवक्ता अभिषेक पांडे ने  कोर्ट के सामने यह तथ्य भी रखा कि जिस ज़मीन पर यह अवैध कब्ज़ा किया गया है, वह 'लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है, यानी सरकारी रिकॉर्ड में भी यह साफ है कि भूमि निजी नहीं है। इसके बावजूद, अतिक्रमणकारी न केवल ज़मीन का उपयोग खेती और निर्माण के लिए कर रहे हैं, बल्कि पेड़ों की अवैध कटाई करके वन संपदा को भी नुकसान पहुँचा रहे हैं। इस क्षेत्र में न केवल कानून की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, बल्कि सरकार की संपत्ति पर भी कब्ज़ा जमाया जा रहा है। इस मामले में तहसीलदार ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की। तहसीलदार की भूमिका भी संदिग्ध है, जिससे शक होता है कि कहीं अधिकारी खुद इस अवैध कब्ज़े में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल  हो सकते हैं। 

याचिका के जरिये उन्होंने कोर्ट से यह अपील की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सज़ा दी जाए। जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट में जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिविजनल बेंच ने राज्य सरकार सहित सभी प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया है। राज्य की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता ने नोटिस स्वीकार किया और जवाब प्रस्तुत करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा। कोर्ट ने आदेश देते हुए यह भी कहा कि जब तक अगली सुनवाई नहीं होती, तब तक आरक्षित वन भूमि पर किसी भी प्रकार की पेड़ों की कटाई या नया अतिक्रमण नहीं किया जाए, सिवाय इसके कि वन अधिकारी द्वारा नियम अनुसार अनुमति दी गई हो। अगली सुनवाई 10 सितंबर 2025 को होगी। 

समाचार 01 फोटो 01

वन क्षेत्र में हो रही अंधाधुंध पेड़ों की कटाई मामला पहुंचा हाई कोर्ट, जंगल पर कब्ज़ाकर काटे जा रहे हैं पेड़

*लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम, फिर भी कब्ज़ा, अतिक्रमण की हुई पुष्टि*

अनूपपुर

जिले में आरक्षित वन भूमि पर बड़े पैमाने में हों रहे अतिक्रमण का गंभीर मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन की निष्क्रियता और वन क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जंगल की यह ज़मीन, जिसे सरकार द्वारा संरक्षित घोषित किया गया है। उस पर अतिक्रमणकारियों ने न केवल कब्ज़ा कर लिया है बल्कि मनमानी पेड़ों की कटाई भी की जा रही है। यह कटाई सिर्फ पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुँचा रही, बल्कि उस पूरे क्षेत्र को प्रभावित कर रही है, क्योंकि वहाँ के जानवर हो या ग्रामीण, सभी इन्हीं जंगलों पर निर्भर हैं। इसके बावजूद, संबंधित सरकारी विभाग और अधिकारी आंख मूंदकर बैठे हुए हैं।

*वकील हाईकोर्ट की शरण में*

इस मामले को उजागर करने वाले अनूपपुर निवासी अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत दास पटेल है। जिन्होंने खुद मौके पर जाकर हालात का जायज़ा लेते हुए इससे जुड़े दस्तावेज़ जुटाए। उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों को शिकायतें भेजीं, लेकिन जब कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने इस मुद्दे को जनहित याचिका (PIL) के जरिये मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के सामने रखा। उनकी याचिका एक आपदा का अलार्म है, जिसे अनदेखा करना आने वाली पीढ़ियों के लिए भयावह साबित हो सकता है।

*अतिक्रमण की हुई पुष्टि*

इस वन क्षेत्र में लगभग 1000 एकड़ पर अतिक्रमण कर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई चल रही है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर दो व्यक्तियों मदन पटेल और सदन पटेल के नाम प्रस्तुत किए हैं। उनका दावा है कि इन दोनों ने वर्षों पहले जंगल की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर लिया था। इस दावे की पुष्टि वर्ष 2012 में वन विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में भी हुई, जिसमें बताया गया कि आरएफ 276 कंपार्टमेंट की 5.408 हेक्टेयर भूमि पर मदन पटेल का कब्ज़ा है। इसके बाद, 2018 में एक न्यायिक आदेश में भी यह पाया गया कि मदन और सदन पटेल आरक्षित वन भूमि पर कब्ज़ा किए हुए हैं। इन रिपोर्टों से यह साफ जाहिर होता है कि शासन और प्रशासन इस अतिक्रमण से भलीभांति परिचित हैं, बावजूद इसके कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया।

*लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम, फिर भी कब्ज़ा* 

अधिवक्ता अभिषेक पांडे ने  कोर्ट के सामने यह तथ्य भी रखा कि जिस ज़मीन पर यह अवैध कब्ज़ा किया गया है, वह 'लोक कल्याण ट्रस्ट' के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है, यानी सरकारी रिकॉर्ड में भी यह साफ है कि भूमि निजी नहीं है। इसके बावजूद, अतिक्रमणकारी न केवल ज़मीन का उपयोग खेती और निर्माण के लिए कर रहे हैं, बल्कि पेड़ों की अवैध कटाई करके वन संपदा को भी नुकसान पहुँचा रहे हैं। इस क्षेत्र में न केवल कानून की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, बल्कि सरकार की संपत्ति पर भी कब्ज़ा जमाया जा रहा है। इस मामले में तहसीलदार ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की। तहसीलदार की भूमिका भी संदिग्ध है, जिससे शक होता है कि कहीं अधिकारी खुद इस अवैध कब्ज़े में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल  हो सकते हैं। 

याचिका के जरिये उन्होंने कोर्ट से यह अपील की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सज़ा दी जाए। जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट में जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिविजनल बेंच ने राज्य सरकार सहित सभी प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया है। राज्य की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता ने नोटिस स्वीकार किया और जवाब प्रस्तुत करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा। कोर्ट ने आदेश देते हुए यह भी कहा कि जब तक अगली सुनवाई नहीं होती, तब तक आरक्षित वन भूमि पर किसी भी प्रकार की पेड़ों की कटाई या नया अतिक्रमण नहीं किया जाए, सिवाय इसके कि वन अधिकारी द्वारा नियम अनुसार अनुमति दी गई हो। अगली सुनवाई 10 सितंबर 2025 को होगी। 

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कार में जुआं खेल रहे 4 आरोपी गिरफ्तार, कार जप्त सहित 3.53 लाख नगद जप्त

अनूपपुर

पुलिस अधीक्षक अनूपपुर मोती-उर-रहमान के निर्देशन मे जिले भर में जुआ-सट्टा संचालन पर अंकुश लगाने हेतु सट्टा-जुआ खेलने एवं संचालित करने वालों के विरूध्द अभियान चलाकर  ताबड तोड कार्यवाहिया की जा रही हैं। 

इसी क्रम में थाना प्रभारी कोतमा थाना को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कोतमा फिल्टर प्लांट शासकीय कालेज ग्राउन्ड के पास झाड़ियों के तरफ कुछ व्यक्ति एक चार पहिया वाहन में जुंआ खेल रहे है । मुखबिर की सूचना की तस्दीक हेतु थाना द्वारा तत्काल पुलिस टीम गठित कर मुखबिर के बतायें हुए स्थान पर घेराबंदी कर रेड कार्यवाही की गई, जिसमे एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार क्रमांक सीजी 10 एस 9900 के अन्दर बैठकर चार व्यक्ति जुआ खेल रहे थे, जिनसें पूछतांछ करने पर अवधेश कुमार चौधरी पिता स्व. बेचू चौधरी निवासी अमराडंडी बाजार के पास बुढ़ार जिला शहड़ोल , अभिषेक प्रताप सिंह पिता  विजय शंकर सिंह निवासी रेल्वे कांलोनी धनपुरी जिला शहड़ोल, अजय कुमार गुप्ता पिता रामचन्द्र गुप्ता निवासी पुरानी बस्ती अमराडंडी बुढार जिला शहड़ोल, हुसैन अब्बास पिता स्व. अजहर अब्बास  निवासी  अमलाई  थाना चचाई जिला अनूपपुर का होना बतायें, जिनके पास से ताश की गड्डी, नगदी रकम 3,53,780/- रूपये एवं  एक सफेद रंग की मारूती सुजुकी स्विफ्ट कार कीमती 4,50,000/-  रूपये की कुल मशरूका  803780/- रूपये का जप्त कर उपरोक्त व्यक्तियों के विरूध्द धारा 13 जुआ एक्ट की कार्यवाही कर विवेचना में लिया गया।

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दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप में चोरी, दो महिलाएं एक पुरुष ग्राहक बनकर उड़ा ले गए सोने के लॉकेट

*सीसीटीवी में कैद हुई घटना, मामला हुआ दर्ज*

शहडोल

कोतवाली थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि अब वे थाना परिसर के बेहद करीब भी चोरी करने से नहीं हिचक रहे। ताजा मामला गंज क्षेत्र स्थित एक ज्वेलरी दुकान का है, जहां दिनदहाड़े दो महिलाएं और एक पुरुष ग्राहक बनकर दुकान में दाखिल हुए और मौके का फायदा उठाकर करीब 95 हजार रुपये के सोने के लॉकेट से भरा बैग चुरा ले गए। घटना को लेकर दुकान संचालक शिवांश सोनी ने कोतवाली थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। जब शिवांश किसी जरूरी काम से बैंक गए हुए थे और दुकान पर उनका छोटा भाई मौजूद था।

इसी दौरान दो महिलाएं और एक पुरुष ग्राहक बनकर दुकान में आए और जेवर देखने के बहाने बातचीत में उलझाते रहे। इसी बीच एक महिला ने मौका देखकर गहनों से भरे बैग पर हाथ साफ कर दिया। बैग में करीब 30 नग सोने के छोटे लॉकेट रखे थे, जिनकी अनुमानित कीमत 95 हजार रुपये बताई जा रही है। जब आरोपी दुकान से निकल गए और कुछ देर बाद दूसरे ग्राहक को लॉकेट दिखाने के लिए जब कर्मचारी ने बैग ढूंढा, तो वह गायब मिला। शक होने पर तत्काल सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें तीनों आरोपी साफ नजर आए। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीन अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।

घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जब थाना से कुछ कदम की दूरी पर ऐसी वारदात हो रही है, तो बाकी इलाकों में सुरक्षा की क्या स्थिति होगी। पुलिस की नाकामी और चोरों के बढ़ते हौसले लोगों के मन में भय का माहौल बना रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ माह पहले शहर के मुख्य गांधी चौक पर भी एक बुजुर्ग महिला के साथ इसी तरह की वारदात हुई थी। मंदिर से पूजा कर लौट रही महिला को बाइक सवार आरोपियों ने कथित रूप से सम्मोहित (हिप्नोटाइज) कर उससे कीमती जेवर ठग लिए थे। वह पूरी वारदात भी सीसीटीवी में कैद हुई थी, लेकिन अभी तक उस मामले में भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई नहीं होगी, अपराधियों के हौसले और बुलंद होते जाएंगे।

समाचार 04 फ़ोटो 04

दिनदहाड़े चोरी, लाखो के जेवरात चोरो ने किए पार

शहडोल 

जिले के बुढार थाना क्षेत्र में चोरों के हौसले बुलंद हैं, जहां एक बार फिर से दिनदहाड़े चोरी की एक बड़ी घटना सामने आई है। पकरिया गांव के निवासी सुरेश सोनी के घर में घुसकर चोरों ने लाखों रुपये के सोने-चाँदी के जेवर एवं नगद चोरी कर लिए। इस घटना ने ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा कर दिया है।

घटना की जानकारी के अनुसार, सुरेश सोनी ने बताया कि वह अपने घर से थोड़ी देर के लिए बाहर गए थे, इसी दौरान चोरों ने उनके घर का ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित सुरेश ने बताया, मैंने घर लौटने पर देखा कि ताला तोड़ा हुआ है और घर के अंदर सब कुछ बिखरा पड़ा है। मेरे पास जो सोने-चाँदी के जेवर और नगद थे, उनकी कुल कीमत तीन लाख से अधिक है। जिसे चोर अपने साथ ले गए है।पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में आम हो गई हैं और पुलिस का पर्याप्त ध्यान नहीं है। गांव के एक अन्य निवासी रामदास ने कहा, पिछले कुछ महीनों में कई चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं।

समाचार 05 फोटो 05

बोल बम के साथ निकलेगी हजारों कांवड़ियों की अमरकंटक से बावन गढ़ की यात्रा

अनूपपुर

सावन के पावन अवसर पर 4 अगस्त 2025 को सुबह 6:00 पवित्र नगरी अमरकंटक से बमलेश्वर धाम बावनगढ़ के लिए बोल बम कावड़ यात्रा नर्मदा अंचल वीर शिवाजी युवा संगठन हीरा सिंह श्याम मित्र मंडली के नेतृत्व में निकलेगी। इस यात्रा में लगभग 2000 लोगों के शामिल होने की व्यवस्था बनाई गई है ।बोल बम कावड़ यात्रा का यह सफर लगभग 45 किलोमीटर का होगा जो सुबह नर्मदा जल लेकर यात्रा प्रस्थान करेगी और शाम को बमलेश्वर धाम बावनगढ़ पहुंचेगी जहां पर भोलेनाथ पर जलाभिषेक सभी भक्तगण करेंगे।

पिछले 6 वर्षों से निरंतर निकलने वाली बोल बम कावड़ यात्रा का नेतृत्व करने वाले भाजपा जिला अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम ने बताया कि मैकल पर्वत की वादियों में प्राचीन मंदिर बमलेश्वर धाम बावनगढ़ स्थित है यहां पर नर्मदा जल का जलाभिषेक करना अपने आप में एक पुण्य का कार्य है हमारी समिति पिछले 6 वर्षों से इस यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कर रही है और इस वर्ष भी 4 अगस्त 2025 को यह यात्रा निकलेगी यात्रा को सफल बनाने के लिए हीरा सिंह श्याम ने सभी मां नर्मदा एवं शिव भक्तों से अपील किया है कि अधिक से अधिक संख्या में इस बबल कावड़ यात्रा में सम्मिलित होकर मां नर्मदा एवं भगवान भोलेनाथ की शरण में अपना कीमती समय प्रदान करें।

समाचार 06 फ़ोटो 06

विद्यालय छोड़ नाबालिग बच्चे लगा रहे हैं चंदन, नर्मदा मंदिर के सामने असामाजिक तत्वों का जमावड़ा

*पर्यटकों को हो रही परेशानी*

अनूपपुर/अमरकंटक

प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में इन दिनों दो दर्जन से अधिक नाबालिग छात्र-छात्राएं विद्यालय जाने के बजाय पैसों के लालच में दिनभर बाहर से आने वाले पर्यटक, तीर्थयात्री एवं श्रद्धालुओं को चंदन लगाते हुए देखे जा सकते हैं। यह प्रवृत्ति जुलाई माह से शुरू हुई और पूरे सावन मास में तेज़ी से बढ़ गई है। इन बच्चों के स्कूल न जाने में उनके माता-पिता भी प्रश्रय दे रहे हैं। प्राधिकरण कर्मचारी एवं मंदिर ट्रस्ट द्वारा रोक-टोक करने पर ये अनावश्यक विवाद में उलझ जाते हैं। यह स्थिति शिक्षा के अधिकार कानून और राज्य सरकार के शिक्षा अभियान के विपरीत है, जहां हर बच्चे को विद्यालय भेजने पर जोर दिया जाता है।

नर्मदा मंदिर के सामने और रामघाट क्षेत्र में केवल नाबालिग ही नहीं, बल्कि बाहर से आए असामाजिक और नशेड़ी तत्व भी चंदन लगाने के बहाने सक्रिय हैं। इनके आड़ में कुछ लोग यात्रियों का सामान चोरी करने और पर्यटकों से अभद्रता करने तक से नहीं चूकते। दोपहर तक चंदन लगाकर कमाई करने के बाद ये लोग शाम और रात में नशे में धुत्त होकर मंदिर परिसर और घाटों पर दिखाई देते हैं। कई बार ये पर्यटकों और तीर्थयात्रियों से उलझ जाते हैं, जिससे धार्मिक वातावरण दूषित हो रहा है।

स्थानीय नागरिकों और मंदिर पुजारियों ने नगर परिषद अमरकंटक, विकास प्राधिकरण और अनूपपुर जिले के लोकप्रिय कलेक्टर हर्षल पंचोली से इस पर सख़्त कार्रवाई की मांग की है। उनकी मांग है कि अवैध रूप से चंदन लगाने वाले तत्वों को रोका जाए। नशेड़ी और असामाजिक व्यक्तियों को मंदिर परिसर और घाटों से हटाया जाए। नाबालिग बच्चों को विद्यालय में वापस भेजने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।

समाचार 07 फ़ोटो 07

द मेगामाइंड विद्यालय के बच्चों ने अनोखे अंदाज में दिया 'जंगल बचाओ' का संदेश

अनुपपुर

विद्यालय द मेगामाइंड के बच्चों ने एक अनोखे अंदाज में जंगल और जानवरों को बचाने का संदेश दिया । इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रकृति से जोड़ना था। बच्चों को जंगल से प्रत्यक्ष परिचय कराने के लिए विद्यालय की शिक्षिकाओं ने पूरे विद्यालय परिसर को एक जीवंत जंगल के रूप में सजाया था। इस अद्भुत सजावट ने बच्चों में जंगल के प्रति गहरी जिज्ञासा उत्पन्न की और उन्हें यह महत्वपूर्ण सीख दी कि हमें अपने जंगलों को संजोकर रखना कितना आवश्यक है।

इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में अनुपपुर के कलेक्टर हर्षल पंचोली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने इस तरह के रचनात्मक और जागरूकता भरे कार्यक्रमों की भरपूर प्रशंसा की और बच्चों का उत्साहवर्धन किया । हर्षल पंचोली ने स्वयं पौधरोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की और सभी बच्चों से पौधे लगाने का आह्वान किया, जिस पर सभी बच्चों ने एक स्वर में अपनी सहमति व्यक्त की।

कार्यक्रम के दौरान, सभी बच्चों ने जंगलों में रहने वाले विभिन्न जानवरों और वहाँ की जनजातियों के पोशाकों में एक भव्य रैली निकाली । इस रैली के माध्यम से उन्होंने यह सशक्त संदेश दिया कि जंगल हमारे और वहाँ रहने वाले जानवरों के लिए कितने आवश्यक हैं । विभिन्न पोशाकों में बच्चों को तैयार देख रैली को देखने वाले अनुपपुर वासियों ने भरे मन से तालियाँ बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में बच्चों की रैली की सुरक्षा हेतु यातायात विभाग एवं वी केयर हॉस्पिटल ने एम्बुलेंस प्रदान कर पूर्ण सहयोग दिया। विद्यालय के संचालक आकाश सिंह ने आए हुए सभी आगंतुकों को स्मृति चिन्ह एवं पौधे भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया । उन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय समस्त विद्यालय के स्टाफ और बच्चों के अभिभावकों को दिया, जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम भव्य रूप से सफल हो सका।

समाचार 08 फ़ोटो 08

युवती की तस्वीर का दुरुपयोग कर बनाई फर्जी आईडी 2 आरोपी गिरफ्तार

शहडोल

थाना सोहागपुर में एक युवती द्वारा आवेदन प्रस्तुत कर सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘इंस्टाग्राम’ पर उसकी व्यक्तिगत छवि को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से बनाई गई फर्जी आईडी की शिकायत की गई थी।

शिकायत में बताया गया कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर युवती की तस्वीरों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी आईडी बनाई गई, जिसमें फरियादिया की आपत्तिजनक फोटो व वीडियो पोस्ट कर सामाजिक छवि को ठेस पहुँचाई गई। इन फर्जी आईडी के माध्यम से युवती के परिजनों और जान-पहचान के लोगों को जोड़ा गया और लगातार अश्लील सामग्री प्रसारित की जा रही थी। आवेदन पर थाना सोहागपुर पुलिस द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुए साइबर सेल की तकनीकी सहायता से आरोपियों की पहचान की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

गिरफ्तार आरोपियों में मो. इमरान खान पिता वसीम खान, उम्र 23 वर्ष, निवासी पान तलैय्या, जबलपुर, श्रेय रजक पिता सुरेश रजक, उम्र 19 वर्ष, निवासी ग्राम बिलहरी, थाना अधारताल, जबलपुर, उक्त दोनों आरोपियों के विरुद्ध आईटी एक्ट एवं भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर न्यायालय पेश किया गया।


कवि अर्पणा दुबे ने किया वृक्षारोपण

अनूपपुर

हंगामा लोक सामाजिक साहित्य समिति धामपुर बिजनौर की ओर से अर्पणा दुबे द्वारा अनूपपुर मध्यप्रदेश में पौधे लगाए गए।अर्पणा दुबे ने बताया की हंगामा लोक सामाजिक साहित्य समिति  की संस्थापिका राखी कौशिक उपासना कौशिक द्वारा देश विदेश में वृक्षारोपण  का अभियान चलाया जा रहा है । हंगामा लोक सामाजिक साहित्य समिति धामपुर बिजनौर के इस अभियान में अर्पणा दुबे द्वारा अनूपपुर मध्यप्रदेश में वृक्षारोपण करके लोगो को वृक्षारोपण के लिए  प्रेरित किया जा रहा है। हंगामा लोक सामाजिक साहित्य समिति की संस्थापिका राखी कौशिक उपासना कौशिक द्वारा वृक्षारोपण अभियान में सहयोग करने हेतु अर्पणा दुबे का आभार व्यक्त किया गया।

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