कार्यक्रम के नाम कचरा गाड़ी में ढोया गया महिलाओं को क्या यही है विकसित भारत संकल्प यात्रा 

*नगर परिषद जनता को समझती कचरे का ढेर, कार्यक्रम में यातायात नियमो का हुआ उल्लंघन*


अनूपपुर

विकसित भारत संकल्प यात्रा द्वितीय चरण के अंतर्गत अनूपपुर जिले के नगरीय निकाय बरगवां में कार्यक्रम (शिविर) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय जनता को जोड़ने के लिए नगर परिषद द्वारा कचरे उठाने वाले ट्रैक्टर की ट्राली में कई दर्जन महिलाओं को बैठाकर लाया गया। यातायात नियमों के उल्लंघन के साथ-साथ महिलाओं के सम्मान को भी नगर  परिषद द्वारा ठेस पहुंचाया गया है, बेलगाम नगर परिषद और वर्तमान अध्यक्ष के हाथ से छुटी बागडोर ने नगर परिषद की जड़े हिला कर रखी है। निरंकुश नगर परिषद में अभिषेक नामक व्यक्ति के साम्राज्य स्थापित होने की खबरें आ रही है और स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि निरंकुश नगर पालिका में बागडोर छुटते ही महिलाओं के सम्मान के विपरीत कार्य किया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जहां महिलाओं के सम्मान के लिए अपना राजकोष दांव पर लगाने को तैयार है, तो दूसरी ओर नगर परिषद के राजकुमार अभिषेक महिलाओं के सम्मान को कचरा समझ रहे है, गरीब और असहाय और मजबूर महिलाओं को ट्रैक्टर में ढो रहे हैं। जिन माता समान महिलाओं को सम्मान के साथ कार्यक्रम में बुलाने के लिए प्रयत्न किया जाना चाहिए था उन्ही मजबूर महिलाओं को कचरे के ट्रैक्टर में लाकर उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ किया है, वर्तमान नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी और वर्तमान अध्यक्ष की लापरवाही ने महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचा है।

*कचरा गाड़ी में बैठाया गया महिलाओं को*

विकसित भारत संकल्प यात्रा की कार्यक्रम के द्वितीय चरण मे कार्यक्रम के उद्देश्य और प्रधानमंत्री की मनसा को पलीता लगाने वाले नगर परिषद के कारनामों का हाल आम सड़कों पर देखने को मिला। जहां नगर परिषद के द्वारा कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर में भोली भाली जनता और ग्रामीण महिलाओं को बैठ कर लाया गया और जब उक्त संबंध में नगर परिषद के अध्यक्ष से संपर्क साधने का प्रयत्न किया गया संपर्क साधने के लिए परिषद के जिम्मेदार व्यक्ति से मिले मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया गया तो तथाकथित अभिषेक नामक व्यक्ति द्वारा उक्त संबंध में अध्यक्ष से बात न करवाने और पूरे प्रकरण पर कोई खबर न होने या आम बात कह कर मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, उक्त मामले को टालमटोलकर कर महिलाओं के सम्मान के प्रति गंभीरता का नमूना प्रस्तुत किया गया। उक्त पूरे प्रकरण में सोचने की बात है कि जब प्रशासन और जनता ने महिला को अध्यक्ष के पद पर विराजमान किया है तो तथाकथित अभिषेक नामक व्यक्ति का हस्तक्षेप नगर परिषद में किस उद्देश्य से किया जा रहा है। अगर ऐसा ही स्थिति चलते रही तो महिला सशक्तिकरण को पलीता लगने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। 

*महिलाओं का अपमान व यातायात नियमों का उल्लंघन*

नगर परिषद बरगंवा में महिला अध्यक्ष गीता गुप्ता है उसके बाद भी कार्यक्रम के नाम पर महिलाओं का इस तरह अपमान करना कहा तक उचित है। कचरा ढोने वाली गाड़ी में महिलाओं को भूसे की तरह भरकर लाना महिलाओं को कचरा जैसा सम्मान देना भाजपा के शासनकाल में लाडली बहनों का अपमान किया गया है। ट्रैक्टर का उपयोग दो तरह से होता कृषि या व्यवसायिक मगर इस तरह ट्रैक्टर में महिलाओं को ढोना परिवहन व यातायात नियमों का उल्लंघन किया गया है। क्या परिवहन व यातायात विभाग इस पर कार्यवाही करेगा।

*अध्यक्ष की जगह अभिषेक का दबदबा*

नगर परिषद बरगंवा में जनता के द्वारा चुनकर महिला प्रतिनिधि को अपने नगर परिषद का प्रतिनिधित्व सौपा है, वहीं पूर्व पंचवर्षीय कार्यकाल में विधायक प्रतिनिधि बनाए गए अभिषेक का हस्तक्षेप वर्तमान नगर परिषद में बढ़ता चला जा रहा है, अध्यक्ष के करीबी परिवार के होने के कारण परिषद के कार्यक्रमों में बैनर पोस्टर में अपनी बड़ी फोटो नगर परिषद प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी के बनाए गए नियम कानून से ऊपर दिखाई देते हैं। वही लगातार नगर परिषद के कार्यों में बढ़ता हस्तक्षेप नगर परिषद की सीसीटीवी कैमरा में कैद होता रहता है लेकिन अध्यक्ष के परिवार के होने के कारण ना तो कर्मचारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि किसी प्रकार का विरोध तथा कथित अभिषेक नामक व्यक्ति का करते हैं और ना ही उक्त मामले पर किसी प्रकार की कार्यवाही या आपत्ति पार्षदों द्वारा जताई जाती है। 

*इनका कहना है*

वैसे तो रेत गिट्टी और मिट्टी ढोने के लिए भी ट्रैक्टर नहीं होता है ट्रैक्टर कृषि कार्य के लिए होता है अगर महिलाएं उसमें लाई गई है तो उसमें क्या गलत है, ट्रैक्टर साफ था धुला हुआ था, इसमें कोई खबर नहीं है बाकी अध्यक्ष जी से बात नहीं हो पाएगी। 

*अभिषेक गुप्ता*

*पूर्व विधायक प्रतिनिधि, नगर परिषद बरगवां*

*जब यह कार्यक्रम हुआ उस समय मैं भोपाल में था इसलिए इस मामले की मुझे कोई जानकारी नही है।

*अनंत धुर्वे मुख्य नगरपालिका अधिकारी बरगंवा*

इस कार्यक्रम की मुझे कोई जानकारी नही दी गयी थी। इसलिए

*डॉ. राज तिवारी उपाध्यक्ष नगर परिषद बरगंवा*

 कोटमी में बीड गार्ड व डिप्टी रेंजर के द्वारा वन भूमि को कर दी भू माफियाओं के हवाले

*भू माफिया के हौसले हुए बुलंद शिकायत करने पर दे रहे है जान से मारने की धमकी*


अनूपपुर

अनूपपुर वन परिक्षेत्र कोतमा सर्किल लतार अंतर्गत ग्राम कोटमी जंगल की भूमि में तेजी से हो रहा है अवैध अतिक्रमण  वन परिक्षेत्र कोतमा से लेकर वन मंडल अनूपपुर के अधिकारियो तक लिखित शिकायत देकर कार्यवाही की अनुरोध किया गया मगर अतिक्रमणकर्ताओ से साठ गाठ कर मोटी रकम के दम पर सौदा कर बीड गार्ड डिप्टी रेंजर के झूठे प्रतिवेदन तैयार कर झूठे प्रतिवेदन के आगे सभी अधिकारी ह नतमस्तक हो गए है, जबकि जंगल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण है उसके बाबजूद भी वन विभाग के अधिकारियो द्वारा अभी तक अवैध अतिक्रमण को खाली नही करा पा रही है और ना ही अतिक्रमणर्ताओ के विरुद्ध कोई कार्यवाही कर रही है, जिससे साफ साफ पता चलता हैं की बीड गार्ड डिप्टी रेंजर की सह पर अतिक्रमण को हो रहा है। जिस वजह से वन भूमि में अवैध अतिक्रमणकर्ताओं के हौसले को भी बुलंद है और इस कदर बुलंद हुआ है की शिकायतकर्ता को भी जान से मारने की दे रहे है धमकी और इसके पहले भी वन चौकीदार दार के साथ मारपीट कर वन चौकीदार सहित अन्य 3 निर्दोष ग्रामीणों के ऊपर झूठा मुकदमा अतिक्रमणकर्ता के द्वारा  दर्ज करा दिया गया है वीड गार्ड डिप्टी रेंजर के सह पर वन मुनारा भी परिवर्तन हो गया मुनारा  परिवर्तन कराकर वन भूमि मुनारा के स्थान पर ही खलिहान मेडबधान खेत बनाकर अवैध कब्जा कर लिया गया।

*इनका कहना है*

डीएफओ साहब को अवगत करा दिया गया है हफ्ते भर में अनूपपुर शहडोल से टीम गठित कराकर जांच कर वन भूमि से अतिक्रमण को हटाया कर कार्यवाही किया जायेगा।

*रेंजर वन परिक्षेत्र कोतमा*

खदान में प्रबंधन कर रहा खुलेआम भ्रष्टाचार मामले की निष्पक्ष हो जांच- श्रीकांत शुक्ला


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी जमुना कोतमा क्षेत्र में श्रमिकों की समस्याओं एवं भ्रष्टाचार के  विरुद्ध में कोयला मजदूर सभा संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्रीकांत शुक्ला द्वारा औद्योगिक विवाद नियम 1947 के धारा 22 के तहत हड़ताल नोटिस दिया गया था, हड़ताल नोटिस के पश्चात प्रबंधन द्वारा तीन बार मीटिंग कर चुका है मीटिंग में विभिन्न विषयों पर सहमति बन चुकी है, किंतु अभी तक सहमति के बाद भी कोई भी प्रबंधन द्वारा उचित कदम नहीं उठाया गया है। प्रबंधन के झूठे वादे के कारण श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त है और भ्रष्टाचारियों को बल मिल रहा है, भ्रष्टाचार का मामला बरतराई खदान में पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रबंधन की भेदभाव एवम द्वेषपूर्ण नीति का ताजा उदाहरण देखिए जहा एक भूमिगत खदान में कार्यरत बुधसेन नाम का श्रमिक जिसको बिना किसी साक्ष्य के महज एक रूफ बोल्टिंग रॉड के चोरी के आरोप में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया वही दूसरी तरफ प्रबंधन द्वारा अजीत सिंह नाम के  डाटा एंट्री ऑपरेटर को विगत 7 वर्षो से लिव सिक बिलिंग पोस्टिंग टेंडरिंग का कार्य करा रही जिसमे अत्यधिक त्रुटि सामने आई है फर्जी हजारी लगाना और हाजरी छोड़ना लिव सिक चार्ज अलाउंस ओवर टाइम छोड़ना फिर उसको बनाने के लिए पैसे वसूली कर प्रबंधन के साथ साठ - गाठ कर कंपनी को करोड़ों का नुकसान करने का खेला विगत कई वर्षों से किया जा रहा है जिसकी भरपाई संभव नहीं है इसमें साफ - साफ प्रबधन की मुक सहमति नजर आ रही है।

पूर्व में दिसंबर माह में 180 कर्मचारी की हाजिरी में लीपा पोती का कार्य किया गया इसी प्रकार माह जनवरी में भी अजीत कुमार डाटा एंट्री ऑपरेटर द्वारा इसी प्रकार की पोस्टिंग की गई इसका एक उदाहरण संदीप कुमार कुजूर वरिष्ठ ओवरमैन 9 जनवरी 2024 को अनुपस्थित थे दिनांक 22 जनवरी 2024 की चेक लिस्ट एवं  फॉर्म सी में वह अनुपस्थित थे 22 जनवरी 2024 तक SAP अनुपस्थिति दर्ज थी किंतु फाइनल पोस्टिंग 31 जनवरी 2024 को उनकी उपस्थित दर्ज कर दी गई यह सभी विसंगतियों को लेकर दिनांक 3 फरवरी 2024 को आईआर बैठक में श्री श्रीमान महाप्रबंधक संचालन के समक्ष यह बातें रखी गई जिसमें उन्होंने इस पर उचित कार्रवाई उच्च स्तरीय जांच कर दोषी जा पाए जाने पर कठोर दंड दिए जाने का निर्देश दिया गया परंतु प्रबंधन द्वारा अजीत सिंह को  शह देते हुए महज औपचारिकता पूरी करते हुए सिर्फ कारण बताओ नोटिस दी गई जहा एक और एक रूफ बोल्ट रॉड के लिए बुद्धसेन को सस्पेंड किया आया दूसरी तरफ मात्र औपचारिकता पूरी की गई  इसलिए कोयला मजदूर सभा संघ के एरिया अध्यक्ष श्री श्रीकांत शुक्ला माग करते है  कंपनी एवं कर्मचारियों के हितों के साथ हो रहे अन्याय को देखते हुए जल्द से जल्द अजीत सिंह को हटाते हुए उचित कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह से भ्रष्टाचार से कंपनी और कर्मचारी को बचाया जा सके अन्यथा ऐसे भ्रष्टाचारी कंपनी को दीमक की तरह खोखला कर देंगे इसलिए श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए श्री श्रीकांत शुक्ला जी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि यदि मीटिंग में सहमति बनने के बाद भी सारे कार्य को अभिलंब पूर्ण नहीं किया जाएगा तो दिनांक 15 फरवरी 2024 से महा प्रबंधक कार्यालय के समक्ष के समक्ष धरना प्रदर्शन कार्मिक भूख हड़ताल भ्रष्टाचार का पुतला दहन अधिकार 1:00 से शाम 5:00 बजे तक किया जाएगा इसके बाद भी प्रबंधन मागे पूरी नहीं करती तो संघ बाध्य होकर जमुना कोतमा क्षेत्र की समस्त खदानों एवं अमादंड ओपन कास्ट में क्रमिक भूख हड़ताल धरना प्रदर्शन धर्म प्रदर्शन 20 फरवरी 2024 से किया जाएगा अगर इससे किसी प्रकार का उत्पादन क्षति एवं शांति भंग होती है तो समस्त जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

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