बैगाओ को कलेक्टर के प्रयास से मिल सकेगी आवागवन की सुविधा, अधिकारियों ने किया स्थल का निरीक्षण


अनूपपुर

जिला मुख्यालय अनूपपुर से 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत लखनपुर के बैगा बाहुल्य पचरीपानी टोला में बैगा समाज के ग्रामीण जो लगभग 80 वर्ष पूर्व से चारों ओर से घिरे वनक्षेत्र में रहकर जीवन यापन कर रहे हैं के यहां तक पहुंचने के लिए वर्तमान समय तक पक्का मार्ग एवं नाला में पुल न होने के कारण वर्षा काल एवं कई वर्षों से असमय हो रही अत्यधिक वर्षा के चलते आवागवन नहीं कर पा रहे हैं इस गांव में कई वर्षों से संचालित प्राथमिक विद्यालय के साथ मार्ग न होने के कारण वर्षाकाल में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था एक वर्ष के मध्य दो बार उल्टी दस्त, हैजा के फैलने पर मरीजों को लाने के लिए बड़े मुश्किल से गांव के पास तक एम्बुलेंस जा सकी थी। वही बैगा समाज के कुछ बच्चे जो पड़ोस के गांव लखनपुर,अगरियानार के साथ अनूपपुर में अध्यापन करने वर्षाकाल दौरान पैदल नहीं जा पाते रहे हैं इस संबंध में लगभग तीन पंचवर्षीय कार्यकाल के सरपंच गणों, ग्रामीणों द्वारा निरंतर 20 वर्षों से लखनपुर से पचरीपानी तक पांच किलोमीटर लम्बे मार्ग का निर्माण एवं मार्ग के मध्य पड़ रहे दो नाले में पुल के निर्माण की मांग जिला प्रशासन,जिले के जनप्रतिनिधियों से करते चले आ रहे हैं वनक्षेत्र के मध्य बसे इस गांव में सरकार की तमाम योजनाओं के बाद भी वनविभाग एवं पंचायत विभाग के आपसी सामंजस्य ना होने के कारण लंबित पड़ा है जिसको देखते हुए जनप्रतिनिधियों के पत्राचार के साथ विगत दिनों अनूपपुर जिला मुख्यालय के वन्यजीव संरक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल ने पचरीपानी की इस महत्वपूर्ण समस्या से अवगत होते हुये समाचारों के प्रकाशन के साथ अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को स्थिति से अवगत कराते हुए वनविभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के मध्य समन्वय बनाकर मार्ग का सर्वेक्षण कराते हुए मार्ग निर्माण की चर्चा कर दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ द्वारा समस्या को गंभीरता से लेते हुए निराकरण किये जाने हेतु अपने टाईम लिमिट कार्यक्रम में सम्मिलित कर सप्ताह में प्रत्येक सोमवार को समीक्षा करना प्रारंभ किया जिस पर कलेक्टर के निर्देशानुसार अनुसार अनूपपुर के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी वन अनूपपुर बादशाह रावत,जनपद पंचायत जैतहरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी एम मिश्रा ग्राम पंचायत लखनपुर सरपंच रामकुमार कोल, सचिव रामलली पटेल एवं ग्रामीणों के साथ वनक्षेत्र का भ्रमण कर निरीक्षण करते हुए शीघ्र अग्रिम कार्यवाही का आश्वासन दिया इसके बाद बैगा बाहुल्य पचरीपानी के बैगाऔ को जल्द ही आवागमन की सुविधा मार्ग के निर्माण पर मिल पाने की संभावना बन गई है।

खनिजों के अवैध उत्‍खनन, परिवहन तथा भण्‍डारण में संलिप्‍त व्‍यक्तियों के विरूद्ध हुई कार्यवाही 


अनूपपुर 

खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भण्डारण पर प्रभावी रोकथाम हेतु कलेक्टर आशीष वशिष्‍ठ के निर्देशन में खनिज विभाग द्वारा 15 दिसम्‍बर 2023 से 08 जनवरी 2024 तक आकस्मिक क्षेत्र भ्रमण कर वाहनों की नियमित चेकिंग कर अनियमितता पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की गई। इस अवधि में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भण्डारण में खनिज रेत के 13 प्रकरण, बोल्डर के 05 प्रकरण एवं गिटटी के 07 प्रकरण कुल 25 प्रकरण दर्ज कर नियमानुसार 10 लाख 450 रूपये अर्थदण्ड प्रस्तावित किया गया है। अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रकरण तैयार किया जाकर प्रकरण निराकरण हेतु न्यायालय कलेक्टर अनूपपुर में प्रस्तुत किया गया है। उक्‍ताशय की जानकारी जिला खनि अधिकारी अनूपपुर ने दी है।

गांव में तेंदुआ ने किया बकरी का शिकार, एक माह में कई पालतू मवेशियों को बनाया शिकार, ग्रामीण दहशत में


अनूपपुर

जिला मुख्यालय अनूपपुर के नजदीक बरबसपुर गांव से लगे जंगल में विगत एक माह से हिंसक वन्यप्राणी तेंदुआ निरंतर विचरण कर रहा है जो एक माह के मध्य अनेकों पालतू मवेशियों को अपना शिकार बन चुका है शिकार किए गए कई बकरा-बकरियों का शव पशु मालिकों को प्राप्त न होने से वन विभाग द्वारा पशुहानि प्रकरण नहीं बना सके जबकि 30 दिसंबर को एक चार वर्ष के नाटा को जो अन्य मवेशियों के साथ चर रहा था को अचानक हमला कर घसीट कर जंगल के अंदर ले जाकर एक पेड़ में टांग दिया था। वही 09 जनवरी की शाम बरबसपुर गांव के वार्ड नंबर 02 निवासी राममिलन पिता स्व. छोटेलाल महरा जो अपने 15-20 मवेशियों जिसमे गाय-बैल के साथ बकरा-बकरी पड़ोसी दउआ राठौर के साथ फुटहाबांध के पास जगतसिंह के बगार भूमि में चरा रहे थे तभी अचानक लेन्टाना की झाड़ियो में घात लगाए बैठे तेंदुआ ने राममिलन के एक एक वर्ष उम्र की बकरी को पकडकर -झपटकर गर्दन में काट दिया हल्ला करने पर तेंदुआ बकरी को तड़पता छोड़ जंगल की अंदर चला गया घायल बकरी को पशुमालिक उपचार करने के लिए घर लाता तभी रास्ते में बकरी की मौत हो जाने पर देर शाम वन विभाग के वनरक्षक एवं पशु चिकित्सक को अवगत कराये जाने पर पंचनामा एवं पी,एम,की कार्रवाही की गई तेंदुआ आज भी बरबसपुर गांव से लगे जंगल में विचरण कर रहा है जिससे ग्रामीणों में दहशत की स्थिति निर्मित है यह तेंदुआ ग्रामीण चरवाहों को दौडाने एवं डराने का प्रयास भी करता है,ग्रामीण जन अपने पालतू मवेशियों को जंगल के किनारे ले जाकर चरा भी नहीं पा रहे हैं।

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