नप अध्यक्ष पति ने बिजली कर्मचारी को नौकरी से निकालने की धमकी देकर की अभद्रता
शहडोल
पंचायत और नगरीय निकायों में पत्नी की जगह सरपंची और अध्यक्षी करने वाले व्यक्तियों पर मप्र शासन ने कार्यवाही व एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किया था, किंतु अपने ही बनाए नियम को सरकार धरातल पर लागू नही करा पा रही है, ऐसे सैकड़ो लोग हैं जो अपने पत्नी के स्थान पर पंचायत और नगरीय निकायों में सरपंची और अध्यक्षी चला रहे हैं।
नगर परिषद बकहों का विवादों से अपना अलग गहरा सम्बन्ध रहा है कभी भ्रष्टाचार को लेकर तो कभी निर्माण कार्यों मे धाँधली को लेकर लेकिन अब इसके इतर एक और मामला सामने आया है, जहाँ अध्यक्ष पति पत्नी की जगह अध्यक्षी का कार्यभार लिए बैठे हैं और कर्मचारियों द्वारा उनके बात को न मानने पर उन्हें तू-तपड भी करने लगते हैं, हद तो तब हो गई जब एक इलेक्ट्रिक का काम करने वाले कर्मचारी को अध्यक्ष पति ने फोन पर नौकरी से निकलवाने की धमकी दे डाली।
पीड़ित जितेन्द्र दाहिया इलेक्ट्रीशियन के पद में नगर परिषद बकहों में पदस्थ हैं उन्होंने शिकायत में लिखा है की वार्ड क्र० 03 कुदरा टोला में मेरे द्वारा लिफ्टर से स्ट्रीट लाईट सुधार का कार्य कराया जा रहा था तभी अध्यक्ष पति द्वारा कॉल किया गया और बोला गया कि बकहो ग्राउंड में चल रहे किक्रेट मैच में नगर परिषद् के केबल से लाईट कनेक्शन करने हेतु बोला गया, उसके उपरांत मेरे द्वारा बोला गया कि नगर परिषद् बकहो के स्ट्रीट लाईट के केबल से कनेक्शन न लेकर बिजली विभाग से तत्कालीन व्यवस्था के लिये टी.सी. कनेक्शन ले लिया जाये जो कि उचित होगा भैया इसके उपरांत मेरे द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी जी को कॉल करके इस विषय में जानकारी दी गई एवं उपयंत्री को भी यह जानकारी दी गयी की अगर स्ट्रीट लाईट से कनेक्शन किक्रेट मैच हेतु दिया जाता है तो वार्ड क्र० 01 और 02 की स्ट्रीट लाइट दिन एवं रात्रि में भी जलेगी जिससे निकाय का बिल का भुगतान बढेगा जो कि निकाय हेतु मे उचित नहीं है।
इसके उपरांत दोपहर को अध्यक्ष पति बिष्णु केवट द्वारा कॉल किया गया एवं मुझसे अभद्रता पूर्ण बात करते हुये मुझे बोला गया कि तुम अभी तक मेरी बात क्यो नहीं सुने एवं लाईट कनेक्शन क्यो नही चालू करवाये और उसके उपरांत मुझे धमकी देते हुये बोला गया की तुम मेरी बात को क्यों नहीं सुने और अब तुम्हे नौकरी से बाहर करावा दूंगा। एवं मुझसे अभद्रता पूर्ण बात की गयी एवं पूर्व में भी कई बार इसी प्रकार से म धमकी दी गयी। पीड़ित ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
