सड़क निर्माण में मानकों की उड रही धज्जियाँ, पन्नी, ब्राइवेटर, रोलर गायब, घटिया रेत से हो रही खानापूर्ति
*पंचायत बनी भ्रष्टाचार का गढ़, जिम्मेदार मौन*
उमरिया
जिले के बिरसिंहपुर पाली जनपद पंचायत पाली की मुदरिया ग्राम पंचायत में बन रही क्राकींट सड़क में गुणवत्ता मानकों की धज्जियां उड़ा कर रख दी है। बताया जाता है की क्रांकीट सडक निर्माण के पूर्व उसकी आधार शिला को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए सड़क निर्माण स्थल की एक फीट खुदाई कर मिट्टी हटाकर मुरूम डालकर पानी का छिडकाव करते हुए रोलर चलाने के बाद पन्नी बिछाकर आगे का काम किया जाना चाहिए, लेकिन प्राथमिक मानकों का इस मार्ग निर्माण में कही कोई पालन नहीं किया गया। इस क्रांकीट सडक पर बेश के लिए चार इंच मोटी लेयर सीधे तौर पर 40 एम एम की गिट्टी का डाला जा रहा है जिसमें तय गुणवत्ता दो- चार-छ का पालन नहीं किया जा रहा उसके स्थान पर बताया गया की 10 तगाडी रेत 14 तगाडी गिट्टी और एक बोरी सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है, जबकि एक बोरी सीमेंट डालकर मिक्चर मशीन की हांडी में जितना समा जाता हैं उतनी सामग्री भर के क्रांकीट सडक बनाने का काम जारी है। इस सडक मार्ग में न तो नीचे पन्नी बिछाई गयी और न ही इसमें ब्राइवेटर चलाया जा रहा है। देखने में पाया गया की रेत की जगह पर स्थानीय नालो की मिट्टी युक्त रेत का उपयोग किया जा रहा है।
क्राकींट सड़क निर्माण कार्य स्थल पर ग्राम पंचायत से जुड़े जिम्मेदार सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और उपयंत्री सभी नदारद पाये गये, इनकी बजाय सरपंच माया सिंह के पति हरी भजन सिंह क्राकींट सड़क में लीपापोती कराने में जुटे दिखाई दिये।
ग्राम पंचायत मुदरिया में शिवनाथ के घर से शुरू हुई क्राकींट सड़क निर्माण कार्य का कार्य स्थल पर बोर्ड नहीं लगाया गया, जिससे इस सड़क किस मद से कितनी लागत से, कितनी इसकी लंबाई चौडाई , मोटाई और मापदण्ड होगी इसकी जानकारी सबको पता चल सकें, लेकिन काम के नाम पर खानापूर्ति करने वाले जिम्मेदार नियम तोड़ने में महारथ हासिल करने वाले इस नियम को कब मनाने वाले। मुदरिया ग्राम में दर्जनों निर्माण कार्य हो चुके हैं लेकिन एक भी काम में सूचना बोर्ड नहीं लगाये गये । खेदजनक कहा जाये की आखिरकार निर्माण कार्यों के नाम पर लाखों रूपयों का आहरण की स्वीकृति देने वाले अधिकारियों को यह सारी विसंगतियां दिखाई क्यों नहीं देती। आम नागरिकों के आंंखो में धूल झोंकने के पीछे भष्ट्राचार का पहाड़ ही दिखाई दे रहा है।
इस क्राकींट सड़क निर्माण की असलियत की जानकारी लेने के लिए ग्राम पंचायत सचिव लक्ष्मी सिंह को फोन लगाकर निर्माण कार्य की लागत, मद और स्टीमेट में गुणवत्ता मानकों की जानकारी लेने के लिये फोन के माध्यम से लगातार कोशिश की गयी, लेकिन उनका फोन स्वीच आफ आता रहा, जिससे अधिकृत जानकारी नहीं मिल सकी , ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक रावेन्द सिंह से फोन पर बात हुई तो उन्होंने जानकारी देने की बजाय एस आई आर के काम में होने की बात कहकर फोन काट दिया।
