बिना सहमति के जोड़ दिया नाम, कांग्रेस नेता नें जताई आपत्ति, कांग्रेस की हो रही किरकिरी
अनूपपुर
“वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित हस्ताक्षर प्रभारी सूची में कांग्रेस नेता संजय सोनी का नाम बिना पूछे शामिल कर दिए जाने पर उन्होंने खुले तौर पर आपत्ति दर्ज कराई है।संजय सोनी के अनुसार, यह नामांकन न तो बिना समन्वय समिति की बैठक में प्रस्तावित किए,और न ही संजय सोनी से कोई पूर्व सहमति ली गई थी। इस पर सोनी ने सोशल मीडिया पर शालीन लेकिन सटीक तरीके से अपना विरोध जताते हुए खुद को सूची से अलग करने की घोषणा कर दी।
पूर्व एनएसयूआई जिला महासचिव, जिला उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, प्रदेश सचिव एवं वर्तमान प्रदेश सचिव (युवा कांग्रेस) संजय सोनी ने सोशल मीडिया पर लिखा की गुड्डू चौहान आपका पत्र मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुआ। मेरी जगह किसी अन्य ऊर्जावान साथी को आप प्रमाण पत्र जारी करें। मैं कांग्रेस पार्टी का एक सामान्य कार्यकर्ता होकर भी पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने में सक्षम हूं।”उनका यह बयान न केवल संगठनात्मक शालीनता का उदाहरण बना, बल्कि इसने कांग्रेस संगठन के भीतर संवादहीनता की स्थिति पर भी हल्का लेकिन सार्थक कटाक्ष कर दिया।राजनीतिक गलियारों में इसे “पद नहीं, प्रतिबद्धता की राजनीति” कहा जा रहा है। संजय सोनी ने साफ कहा कि वे किसी जिम्मेदारी या पद की चाह नहीं रखते , उनका उद्देश्य कांग्रेस की विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाना है। संगठन के भीतर यह घटनाक्रम इस बात का संकेत भी है कि अब युवा नेताओं में ‘नाम से पहले काम’ और ‘पद से पहले पार्टी’ की भावना फिर उभर रही है।