अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के दो शातिर लुटरे गिरफ्तार, सोना चांदी के जेवरात सहित कट्टा, कारतूस जप्त
शहडोल
चोरी, लूट और ठगी की वारदातों से पूरे प्रदेश में सिरदर्द बने अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के दो कुख्यात सदस्य आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गए। बांदा पुलिस ने मटौंध और कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस की गोली उनके पैरों में लगी और मौके से भारी मात्रा में आभूषण, हथियार, फर्जी पुलिस आईडी और मोटरसाइकिल बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सलमान अली ईरानी और साहिल फिजां ईरानी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से शहडोल और बुढार क्षेत्र से जुड़े बताए जा रहे हैं। पुलिस रिकॉर्ड में दोनों आरोपी लंबे समय से फरार थे और यूपी-मध्यप्रदेश समेत कई जिलों में वांछित चल रहे थे। गिरोह पुलिस की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र का सहारा लेकर वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपियों से सोने की चेन, अंगूठियां, झुमके-बाली, दो अवैध तमंचे, कारतूस, फर्जी नंबर प्लेट लगी बाइक और पुलिस का कूट रचित आईडी कार्ड बरामद किया है। माना जा रहा है कि ये आरोपी पहले की कई घटनाओं में भी शामिल रहे हैं, जिनकी कड़ी यूपी और एमपी के कई जिलों से जुड़ सकती है।
इस गिरफ्तारी के बाद शहडोल-बुढार के ईरानी परिवारों पर भी जांच का शिकंजा कसने की तैयारी है। लंबे समय से स्थानीय लोग आशंका जताते रहे हैं कि अस्थाई कारोबार की आड़ में कुछ परिवार चोरी और ठगी जैसी वारदातों में संलिप्त रहते हैं। अब पुलिस उनकी गतिविधियों की गहन जांच करेगी। आरोपियों से पूछताछ में और बड़े खुलासे होने की संभावना है। शहडोल जिले में पिछले वर्षों में हुई कई ठगी और चोरी की घटनाओं में भी इसी गिरोह का नाम सामने आया था, लेकिन ठोस सबूत न मिलने से कार्रवाई अटक जाती थी। इस बार बांदा पुलिस की बड़ी सफलता ने न सिर्फ दो खतरनाक अपराधियों को पकड़ लिया, बल्कि शहडोल-बुढार क्षेत्र से जुड़े ईरानी गिरोह की गुत्थी भी सुलझने की उम्मीद जगा दी है। आने वाले दिनों में कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।