मुख्यमंत्री ने कलेक्टर डॉ. केदार सिंह व हर्षल पंचोली को सिल्वर व कान्स पदक से किया सम्मानित
*सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह के तहत जिले के कलेक्टर हुए सम्मानित*
अनूपपुर
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह के अंतर्गत कुशाभाउ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेशन सेंटर भोपाल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें अनूपपुर जिले के कलेक्टर हर्षल पंचोली को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया है। जिसे मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा को प्रदाय किया गया।
उल्लेखनीय है कि आकांक्षी ब्लॉक पुष्पराजगढ़ में आकांक्षी जिला विकास कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास-पोषण, कृषि-मृदा स्वास्थ्य के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये और उनके प्रभावी क्रियान्वयन से लक्ष्यों को शत प्रतिशत पूर्ण करने के लिए प्रयास किये गए और सफलता भी प्राप्त हुई। अभियान के तहत ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के विरुद्ध मधुमेह की जाँच किए गए लोगों का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के विरुद्ध उच्च रक्तचाप की जाँच किए गए लोगों का प्रतिशत, आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण ले रही गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत तथा मृदा नमूना संग्रह लक्ष्य के विरुद्ध सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत 100-100 प्रतिशत रहा।
वही शहडोल जिले ने एक बार फिर अपनी उपलब्धियों से प्रदेशभर में पहचान बनाई है। केंद्र सरकार के नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिला एवं विकासखंडों में जुलाई 2024 से सितंबर 2024 तक चलाए गए ‘संपूर्णता अभियान’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शहडोल जिले के कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और उनकी टीम को सिल्वर मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राजधानी भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
नीति आयोग ने इस अभियान के दौरान विभिन्न जिलों और विकासखंडों में निर्धारित 6 प्रमुख इंडिकेटर्स (सूचकांकों) पर कार्य करने का लक्ष्य रखा था। शहडोल जिले के पाली-1 (गोहपारू) विकासखंड ने इसमें बेहतरीन प्रदर्शन किया और 6 में से 5 इंडिकेटर्स में शत-प्रतिशत सैचुरेशन हासिल किया। इसी उपलब्धि के चलते जिले को इस राष्ट्रीय स्तर की पहल में विशेष पहचान मिली और कलेक्टर डॉ. केदार सिंह तथा उनकी टीम का नाम सिल्वर मेडल अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया।