तलवार, कुल्हाड़ी व डंडो से हुआ था हमला, एक की हुई मौत, परिजनों ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम
*सर फोड़ दिया, उंगलिया काट दी, 5वें दिन एफआईआर, अभी तक गिरफ्तारी नही*
अनूपपुर
जिले के राजेन्द्रग्राम थाना अंतर्गत विवाद मे कुल्हाड़ी से हमला किया गया, तलवार से उंगलियां काट दी गई, 85 वर्षीय वृद्ध का सर फोड़ दिया गया। इस तरह करीब 7 से लोगों के बीच मारपीट हुई है, लेकिन पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज नहीं की। परिजनों का आरोप है कि जब मामला बिगड़ने लगा तो पुलिस ने 5वें दिन भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296, 115(2), 118(1), 351(3), 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। लेकिन 11 दिन तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन इंसाफ के इंतज़ार में है। इस पूरी वारदात ने एक नहीं, कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने हत्यारों को बचाने के लिए पैसे लिए हैं। मामला राजेंद्रग्राम थाना क्षेत्र का है।
वारदात के 10वें दिन दादू दायल की मौत हो गई। कातिलों पर एक्शन नहीं लेने पर राजेंद्रग्राम पुलिस के खिलाफ परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है। शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। दोनों और सैकड़ो वाहन लाइन से खड़े हैं। पुलिस प्रशासन रिश्वतखोर के नारे लगाए जा रहे हैं। वहीं परिजनों का बीच सड़क पर रो-रोकर बुराहाल है। मृतक के बेटे ने कहा कि पुलिस ने एफआईआर लिखने की बजाय थाने से जाने के लिए कह दिया था।
*यह है मामला*
रात के करीब 8 बजे उमनिया गांव, थाना राजेंद्रग्राम, 85 वर्षीय दादू दयाल कोल, उनका बेटा संतोष और बेटी झमिया बाई अपने घर में थे। रात में अचानक अफरा-तफरी मची जयप्रकाश, रमेश प्रसाद और सूर्यसेन नाम के तीन व्यक्ति ललकारते हुए उनके घर पहुंचे। गालियां, धमकियां देकर मारपीट करने लगे। आरोपियों ने चिल्लाकर कहा, पूनम देवी के केस में तुमने हमारे खिलाफ रिपोर्ट की थी, आज सबक सिखाते हैं, और फिर जो हुआ, वह किसी हैवानियत से कम नहीं। झमिया बाई के बयान के अनुसार, जयप्रकाश ने कुल्हाड़ी (टंगिया) से दादू दयाल के सिर पर वार किया। सूर्यसेन ने लकड़ी काटने वाली दाउली से संतोष पर हमला किया। वहां पहुंचे पड़ोसी विनोद ने बीच-बचाव की कोशिश की तो रमेश प्रसाद ने तलवार से उसकी उंगलियां काट दीं। वहीं, महिला आरोपियों बैया बाई, रोशनी बाई, ठेंगरी और साधना ने मिलकर झमिया और अन्य को गालियां दीं और हाथ-मुक्कों से पीटा। चीख-पुकार मची तो लमिया बाई और रोहित कोल ने पहुंचकर हमलावरों को भगाया। घायल अवस्था में दादू दयाल, संतोष और विनोद को राजेंद्रग्राम अस्पताल लाया गया। वहां से तीनों लोगों को जिला अस्पताल अनूपपुर ले गए थे। अनूपपुर से मेडिकल कॉलेज शहडोल और शहडोल से जबलपुर रेफर कर दिए हैं। वहीं एक की हालत नाजुक थी, जिसे एम्स रायपुर भेजा गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।