100 से अधिक सर्पो का शशिधर, छोटेलाल व अन्य सर्प प्रहरियों ने रेस्क्यू कर स्वतंत्र विचरण हेतु जंगल में छोड़ा

100 से अधिक सर्पो का शशिधर, छोटेलाल व अन्य सर्प प्रहरियों ने रेस्क्यू कर स्वतंत्र विचरण हेतु जंगल में छोड़ा

*जागरूकता से सर्प दंश घटनाओ में आ रही है कमी*


अनूपपुर

बरसात का समय आते ही अन्य स्थानों की तरह अनूपपुर जिले में भी विभिन्न प्रकार के सर्पो का निकलना बहुतायत मात्रा में प्रारम्भ हो गया है, इससे आए दिन विभिन्न प्रकार के सर्पो के आम जनो के घरो एवं घरो के आसपास आहार की तलाश में आ जाने की सूचनाएं मिलने पर विगत एक माह के मध्य अनूपपुर जिला एवं जिला मुख्यालय के सर्प प्रहरियों द्वारा विभिन्न प्रजाति के 100 से अधिक सर्पो का रेस्क्यू कर स्वतंत्र विचरण हेतु जंगलों में छोड़ा है, यह कार्य निरंतर जारी है, वहीं सर्प विशेषज्ञों एवं सर्प प्रहरियों द्वारा समय-समय पर अनूपपुर जिले के नगरीय एवं ग्रामीण अंचलो में ग्रामीणो,आम जनो एवं विभिन्न विद्यालयो में अध्यनरत छात्र/छात्राओं को सर्पो की पहचान, बचाव एवं सर्पो के काटने पर तत्काल चिकित्सालय में उपचार कराए जाने हेतु दिए गए जानकारी, प्रशिक्षण से जन जागरुकता आई है, जिस कारण सर्पो के डसने की घटनाओं में कमी आई है, वही सांपों के काटने से पीड़ित व्यक्तियों को परिजनों द्वारा शासकीय चिकित्सालय मे समय पर ला कर उपचार कराने लगे हैं, जिससे समय पर उपचार होने से कई लोगों की जान बची है।

विदित है कि बरसात का समय आते ही जमीन के अंदर रह रहे विभिन्न प्रकार के सांपों का विभिन्न कारणों से बाहर निकल कर बहुतायत मात्रा में विचरण कर रहे हैं, आहार की तलाश में नगरीय एवं ग्रामीण अंचलों में निवासरत आम जनों के घरों एवं घरो के आसपास विचरण करते आ जाते हैं, वहीं खेतों में काम करते अक्सर दिखते हैं सांपों के दिखने,घर के अंदर एवं आसपास होने की सूचना प्राप्त होने पर जिला मुख्यालय अनूपपुर के सर्पप्रहरी शशिधर अग्रवाल, छोटेलाल यादव, जैतहरी के डी,पी,सेन,गोबरी के डी,के,रावत,कोतमा के हरिवंश प्रसाद पटेल,अमरकंटक क्षेत्र से भास्कर कुमार वर्में, विकास चंदेल एवं उनकी टीमों द्वारा एक माह के मध्य 100 से अधिक संख्या में अत्यंत जहरीले कोबरा नांग,बैडेड करैत,कामन करैत,रसल वाईपर के साथ जहर विहीन गोह,तिरिछ,धामन/ असढिया,अजगर,भेड़िया सांप,पानी का सांप जैसे विभिन्न प्रजाति के सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर स्वतंत्र विचरण हेतु जंगलों में छोड़ने का कार्य किया गया है जो निरंतर जारी है, सांपों की पहचान,बचाव एवं सांपों के डसने से पीड़ित व्यक्तियों को समय पर शासकीय चिकित्सालय मे ले जा कर उपचार कराए जाने के संबंध में सर्प विशेषज्ञो एवं सर्प प्रहरियों द्वारा समय-समय पर जिला मुख्यालय अनूपपुर के साथ अन्य नगरीय क्षेत्र,ग्रामीण क्षेत्रो के साथ विभिन्न विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी के साथ प्रशिक्षण दिए जाने से आम जनों में जागरूकता आई है, जिससे विभिन्न प्रजाति के सांपों के काटने से पीड़ित व्यक्तियों को परिजनों एवं अन्य लोगों द्वारा झाड़-फूंक या अन्य स्थानीय उपचार कराने की बजाए तत्काल समय पर शासकीय चिकित्सालय में ला कर उपचार करा रहे हैं, समय पर अस्पताल पहुंचने एवं समय पर उपचार होने से सांपों से पीड़ित व्यक्तियों का चिकित्सकों द्वारा सफलतापूर्वक उपचार किए जाने से जान बच रही है, एक माह के मध्य अनेकों पीड़ितों की जान बच सकी है, वही अनूपपुर एवं जैतहरी में दो महिलाओं की जिसमें एक महिला की बांडी में काम करते हाथ की अंगुली मे कोबरा नांग के डसने एवं एक महिला की घर में जमीन में सोते समय पीठ में कामन करैत/डण्डा करायल काटने से देरी से अस्पताल पहुंचने पर सर्पदंश से मौत होने की घटना घटित हुई है, सर्प विशेषज्ञों एवं सर्प प्रहरियों ने बरसात के समय घरों के अंदर जमीन में नहीं सोने,टॉर्च या अन्य तरह की रोशनी के साथ रात के समय चलने,घरों के आसपास साफ सफाई रखने,घर के अन्दर,बाहर रखे कन्डे,लकड़ी अन्य सामग्रियो के ढेर से कुछ निकालते समय सावधानी बरतने,खेतों में चारा,घास पर सावधानी से चलने,काम करने की बातें कही है।

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