टाईगर रिजर्व मे दिखे दोनो हांथी, बांधवगढ़ की टीम ने जिले मे डाला डेरा, आज हो सकता रेस्क्यू
*तीन लोगो की हुई थी मौत, रेस्क्यू दल हुआ रवाना*
उमरिया
शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र मे सोमवार को दो हाथियों द्वारा तीन ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने के बाद वन विभाग पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। हादसे के 24 घंटे के भीतर ही बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व से एक बड़ा दल सीधी टाईगर रिजर्व रवाना कर दिया गया। जिसमे खुद क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय, उप संचालक पीके वर्मा, रेस्क्यू प्रभारी अर्पित मैराल सहित कुछ हांथी तथा बड़ी संख्या मे अधिकारी, कर्मचारी तथा वाहन शामिल हैं। बीटीआर के उप संचालक पीके वर्मा ने बांधवभूमि को बताया कि विभागीय अमला स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। घटना के बाद दोनो हांथी ब्यौहारी के रास्ते संजय टाईगर की सीमा मे चले गये थे, परंतु उससे आगे नहीं गये। यदि उन्होने छत्तीसगढ़ की ओर बढऩा शुरू किया तब तो ठीक, वरना उनका रेस्क्यू जरूरी हो जायेगा। श्री वर्मा का कहना है कि यह नागरिकों की सुरक्षा का सवाल है, ऐसे मे कोई रिस्क नहीं ली जा सकती।
*देर रात तक चली हाईलेवल मीटिंग*
सूत्रों के मुताबिक कल दोनो हांथी ब्यौहारी से कुछ दूर स्थित सीधी टाईगर रिजर्व मे देखे गये। वे दिन भर पहीं जमे रहे। इस दौरान एक हाईलेवल मीटिंग टाईगर रिजर्व के पोंड़ी मे हुई। देर रात तक चली इस मीटिंग मे बांधवगढ़, सीधी टाईगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, उप संचालक, वन विभाग के आला अधिकारी, चिकित्सक तथा रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के प्रभारी शामिल हुए। मीटिंग मे हाथियों के रेस्क्यू पर विचार-विमर्श हुआ और इसे लेकर एक रणनीति भी बनी। समझा जाता है कि आज बुधवार को हाथियों का रेस्क्यू किया जायेगा।
*हाईकोर्ट ने दी थी गाईडलाईन*
वहीं जानकारों का मानना कि जंगली जीवों के रेस्क्यू के संबंध मे उच्च न्यायालय द्वारा हाल ही मे दिये गये कुछ फैसलों और गाईडलाईन को देखते हुए पकड़े गये हाथियों को पुन: उसी जंगल मे छोडऩा अनिवार्य है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि ऐसे मामलों मे परिस्थिति के सांथ जानवर व नागरिकों के हित को ध्यान मे रख कर निर्णय लेना जरूरी है। इसके अलावा जंगली हाथियों को पकड़ कर पालतू भी बनाया जा सकता है, इसके लिये निर्धारित प्रक्रिया का पालन और अनुमति जरूरी है।
*यह थी घटना*
गौरतलब है कि गत दिवस शहडोल जिले के सामान्य वन मंडल के ब्यौहारी परिक्षेत्र मे जंगली हाथियों ने ग्राम सनौसी मे युवक उमेश कोल 45, डोडा मे देवगनिया बैगा पति एतु तथा बराछ मे मोहनलाल पटेल 80 को कुचल कर मार डाला। एक के बाद एक तीन हुई तीन ग्रामीणो की मौत से पूरे क्षेत्र मे भय, तनाव और रोष फैल गया। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन हादसों पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के आश्रितों को 25-25 लाख रूपये सहायता की घोषणा कर दी गई।