एक वर्ष से नगर परिषद् अतिक्रमणकारियों पर नही कर पा रही कार्यवाही, नोटिस रद्दी टोकरी में
अनूपपुर
मा नर्मदा जी के उद्गम स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में सबसे पुराना धर्मशाला माता राम बाई धर्मशाला के सामने मुख्य मार्ग मंदिर रोड के उपर कब्जा कर के बैठें हुए है, माता राम बाई धर्मशाला के संचालक स्वामी शिवप्रसाद गौतम के द्वारा एक वर्ष से नगर परिषद् के चक्कर काटवाऐ जा रहे, लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया गया कि अतिक्रमण हटा दिया जाएगा, कार्यवाही के नाम पर सिर्फ नोटिस पर नोटिस दिया गया जो सिर्फ रद्दी बनकर रह गया है, पं शिवप्रसाद गौतम द्वारा क्रमश दो बार कलेक्टर आफिस के जनसुनवाई में अपनी समस्या बताई गई, इस दौरान दो कलेक्टर बदल गये, पुष्पराजगढ़ दंडाधिकारी के पास भी अपनी समस्या लेकर पहुंचे लेकिन दो एसडीएम बदल गये, यहा तक पुर्व एसडीएम पुष्पराजगढ़ महीपाल गुर्जर जी द्वारा लिखित नगर परिषद् को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया, लेकिन उनके आदेश भी मात्र रद्दी बन कर रह गये, अमरकंटक में लगभग चार मुख्य नगर पालिका प्रभारी अधिकारी भी कोई कार्रवाई किये बिना बदल गये, आखिर में एक बार अतिक्रमणकारियों के उपर कार्यवाही करने के लिए पुरी टीम तैयार हो गई, एसडीएम, तहसीलदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित नगर पालिका के समस्त कर्मचारियों एवं पुलिस बल द्वारा अतिक्रमणकारियों के उपर कार्यवाही करने के लिए मौके पर पहुंची लेकिन कुछ राजनीतिक एव भाजपा के नेताओं द्वारा प्रत्यक्ष अप्रत्क्ष रूप में सहयोग के कारणों से अतिक्रमणकारियों के ऊपर कार्रवाई नही कि जा सकी, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण वा निराशाजनक रहा, आखिर नगर परिषद् द्वारा अतिक्रमणकारियों के ऊपर कार्यवाही नही कर पा रही है, जिसके कारण माता राम बाई धर्मशाला का सीवरेज लाइन का कार्य जैसा का तैसा पड़ा हुआ है, अतिक्रमणकारियों द्वारा धर्मशाला के समाने गंदगी का अंबार, गेट के समाने ही कपड़ा धुलना, बर्तन मांजना बच्चों की गंदगी यह सब गेट के समाने ही किया जा रहा है, जब कि वो सभी लोग ना यहा कि निवासी है और ना हीं यहां का परिचय पत्र है, फिर भी कारवाई करने में विफल, पं शिवप्रसाद गौतम द्वारा मुख्यमंत्री सहायता 181 में भी जिसकी जानकारी दी गई, लेकिन नगर परिषद् द्वारा लीपापोती कर जवाब बना कर भेज दिया जाता है। अतिक्रमणकारियों द्वारा गेट के समाने ही अभद्र शब्दों का उपयोग कर मजाक उड़ाया जाता है, जबकि पं शिवप्रसाद गौतम पहले से सिकलिन के मरीज भी है, उनका उपचार भी चल रहा है, ऐसे स्थिति में जिला कलेक्टर को विशेष रूप से ध्यान देकर अतिक्रमणकारियों के उपर कार्यवाही करना चाहिए।