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लोहे की रॉड से पत्नी की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
शहडोल
रामप्रकाश कोल पिता बाल्मीक कोल उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम खड्डा द्वारा ब्यौहारी थाना में उपस्थित रिपोर्ट दर्ज कराई कि 8 मई को उसके रिस्ते की भांजी सुधा कोल को उसका पति छोटेलाल कोल, भल्लू उर्फ अमृतलाल कोल के साथ कमरे मे पकड लिया था, इसी बात को लेकर राड एवं डंडा से मारपीट किया था, जिससे उसकी भांजी सुधा कोल की मृत्यु हो गई है, फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 103(1) बी.एन.एस. पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
प्रकरण की विवेचना के दौरान पुलिस टीम एवं फारेंसिक टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तथा मृतिका के शव का पंचनामा कर पी.एम. कराया गया, जिसमे मृतिका की हत्या किये जाने की पुष्टि हुई है। विवेचना के आधार पर आरोपी छोटेलाल कोल पिता सूरज कोल निवासी वार्ड क्रमांक 11 जुनिया मोहल्ला ब्यौहारी के विरूद्ध अपराध प्रमाणित पाये जाने पर 2 टीमे गठित कर आरोपी छोटेलाल की तलाश की गई तथा आरोपी को पुलिस अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ की गई । जिसमे आरोपी छोटेलाल कोल द्वारा लोहे की राड एवं डंडे से पत्नी सुधा कोल एवं भल्लू उर्फ अमृत लाल कोल के साथ मारपीट करना तथा सुधा कोल की मारपीट कर हत्या कर देना बताया । आरोपी छोटेलाल कोल के मेमोरेण्डम के आधार पर घटना मे प्रयुक्त लोहे की राड एवं लकडी का डंडा जप्त किया गया है तथा आरोपी छोटेलाल कोल पिता सूरज कोल उम्र 30 वर्ष निवासी जुनिया टोला ब्यौहारी को गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायालय में पेश किया गया।
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नानी के साथ तालाब में नहाने गया मासूम की गहरे पानी मे डूबने से हुई मौत
शहडोल
जिले के केशवाही चौकी क्षेत्र में एक 4 वर्षीय बालक की तालाब में डूबने से मौत हो गई। बालक निखिल सिंह कोतमा जमुनिया का रहने वाला था। वह अपनी नानी के घर केशवाही के कोटा टोला पिपरिया गांव में घूमने आया था। बच्चा नानी के साथ पिपरिया तालाब में नहा रहा था, इस दौरान वह अचानक गहरे पानी में चला गया, जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि बालक निखिल अपनी नानी के साथ तालाब में नहाने गया था। नानी के नहाते समय निखिल खेल रहा था। अचानक नानी ने देखा कि वह पानी में डूब गया है। नानी ने आस-पास नहा रहे लोगों को आवाज दी, सभी ने मिलकर निखिल को पानी से निकालने का प्रयास किया। उसे तालाब से बाहर निकाला गया, तब उसकी सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। निखिल के परिवार ने बताया कि वह खुशमिजाज और चंचल था। हम जिसे हमेशा खेलते और हंसते-खिलखिलाते देखते थे, अब वह हमारे बीच नहीं रहा।
चौकी प्रभारी आशीष झारिया ने बताया कि पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दें।
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अदानी समूह द्वारा भेंट की गई एंबुलेंस के पीछे जमीन अधिग्रहण की रणनीति?
*स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल*
अनूपपुर
जिले के बिजुरी क्षेत्र में अदानी समूह द्वारा हाल ही में एक एंबुलेंस भेंट की गई है, लेकिन यह भेंट समाजसेवा की भावना से कम और एक गहरी रणनीति का हिस्सा अधिक प्रतीत हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट के माध्यम से यह खुलासा किया गया कि इस एंबुलेंस को मुफ्त में न देकर, 8-10 लाख रुपये की लागत के एवज में क्षेत्र की जमीन अधिग्रहण की तैयारी की जा रही है। इस प्रकरण में कोतमा के वरिष्ठ समाजसेवी पंडित पुष्पेन्द्र उर्मलिया ने सवाल उठाए हैं कि यदि यह सचमुच जनहित में दान होता, तो इसे सहर्ष स्वीकार किया जाता। लेकिन जब इसके पीछे शर्तें और स्थानीय प्रशासन के साथ कथित सांठगांठ सामने आती है, तो यह संदेह पैदा करता है कि कहीं यह एक बड़ी साजिश तो नहीं?
सूत्रों के अनुसार, एक कथित राज्य मंत्री से इस एंबुलेंस का उद्घाटन करवाया गया, और फोटो सेशन के बाद यह भेंट "मंत्री मिनिस्टर्स के मार्फत" स्थानीय और जिला प्रशासन की जेब में चली गई। यह तरीका अदानी समूह की ओर से क्षेत्रीय नियंत्रण स्थापित करने का एक प्रयास प्रतीत हो रहा है। उर्मलिया ने तंज कसते हुए कहा कि ये व्यापारी लोग हैं, और किसी शवयात्रा पर भी व्यापारी तब तक अपना व्यापार नहीं छोड़ता जब तक कोई जीवित ग्राहक न रहे। अदानी समूह के ऐसे दान को उन्होंने "गुरु दक्षिणा" मानने से इंकार किया और कहा कि सक्षम व्यक्ति को पांचों उँगलियाँ बराबर समझनी चाहिए।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पहले भी क्षेत्र में मोजर बेयर और वेल्सपन ने इसी तरह के प्रलोभन देकर क्षेत्र का दोहन किया था, और परिणाम आज भी लोग भुगत रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस विषय को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। अधिकांश लोग इसे जनसेवा की आड़ में व्यावसायिक स्वार्थ सिद्ध करने की कोशिश मान रहे हैं।
*"दान के नाम पर नियंत्रण की राजनीति?"*
किसी भी समाज में यदि व्यापारिक संस्थान जनकल्याण के लिए आगे आते हैं, तो यह सराहनीय है। किंतु जब उस जनसेवा के पीछे छिपे स्वार्थ और लाभ की नीयत हो, तो वह समाज के लिए संकट बन जाता है। अदानी समूह द्वारा की गई यह भेंट एक प्रश्नचिह्न खड़ा करती है — क्या जनसेवा अब सौदेबाजी का माध्यम बन गई है? यदि ऐसा है, तो यह न केवल लोकतंत्र की आत्मा के विरुद्ध है, बल्कि स्थानीय जनता की चेतना और अधिकारों के लिए भी एक गंभीर खतरा है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करे।
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क्षत्रिय समाज ने महाराणा प्रताप जयंती पर नगर में निकली शोभायात्रा, दिखी क्षत्रिय समाज की एकता
अनूपपुर
जिले के कोतमा नगर में त्याग बलिदान और पराक्रम के प्रतीक, मेवाड़ के स्वाभिमानी योद्धा एवं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया कोतमा नगर के मंगल भवन में आयोजित कार्यक्रम में जमुना कोतमा क्षेत्र तथा बिजुरी राजनगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले क्षत्रिय समाज के लोगों ने शिरकत कर महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया।
क्षत्रिय समाज से भारी संख्या में महिला पुरुष मंगल भवन में एकत्र हुए जहां पर समाज के प्रमुख लोगों ने महाराणा प्रताप के जीवन पर अपने उद्बोधन के माध्यम से उपस्थित लोगों के बीच अपनी बात रखी इसके पश्चात नगर में भव्य शोभायात्रा निकल गई जो मंगल भवन से होते हुए कोतमा बस स्टैंड चौपाटी पुराने स्टेट बैंक होते हुए गांधी चौक में शोभायात्रा का समापन किया गया। इस आयोजन के माध्यम से क्षत्रिय समाज ने अपनी संस्कृति और वीर परंपरा का गौरवपूर्ण प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर भारी संख्या में क्षत्रिय समाज की महिला एवं पुरुष की सहभागिता देखी गई, जिन्होंने पारंपरिक वेशभूषा और उत्साह के साथ भाग लेकर आयोजन को भव्यता प्रदान की। समस्त नगर देशभक्ति नारों और राजपूत गौरव के जयघोषों से गूंज उठा। इस आयोजन ने न केवल क्षत्रिय समाज की एकता और संगठन शक्ति को उजागर किया, बल्कि युवाओं में महाराणा प्रताप के अदम्य साहस और स्वाभिमान से प्रेरणा लेने का संदेश भी दिया।
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पति से परेशान पत्नी गयी चाचा के घर, पति ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
अनूपपुर
जिले के अमरकंटक के वार्ड क्रमांक 13 टिकरी टोला में रघुवीर सिंह ने पत्नी वियोग में अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस थाना अमरकंटक में गुलाब बाई पत्नी सभई सिंह धुर्वे उम्र 55 साल निवासी वार्ड क्रमांक 1 हिंडालको अमरकंटक जिला अनूपपुर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई की मेरी बेटी बबीता बाई दामाद रघुवीर सिंह मरावी अपने तीन बच्चों के साथ टिकरी टोला अमरकंटक में मकान बनाकर रहता है, मेरा दामाद बहुत शराब पीता था और आए दिन लड़की बबीता के साथ झगड़ा विवाद करता था, जिससे परेशान होकर एक सप्ताह पूर्व मेरी बेटी बबीता बच्चों को लेकर अपने चाचा के घर छांटा जिला डिंडोरी चली गई, रघुवीर रोज शराब पीकर घर में पड़ा रहता था, काम में नहीं जाता था, दामाद रघुवीर सिंह का पड़ोसी मोहनीश कुमार पिता मंगल सिंह उम्र 19 साल निवासी टिकरी टोला ने मेरे घर आकर बताया की रघुवीर सिंह ने बबीता बाई से रोज झगड़ा विवाद करता था, जिससे नाराज परेशान होकर बबीता बाई अपने बच्चों को लेकर घर छोड़कर चली गई है। सुबह सो कर उठा और रघुवीर के घर जाकर देखा तो घर के अंदर मलगा में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है ।
मृतक रघुवीर सिंह मरावी इसके पूर्व नर्मदे आनंदम होटल में काम करता था, कुछ समय से वन विभाग में काम करता रहा है, पत्नी के छोड़कर चले जाने से वियोग में आकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । थाना अमरकंटक में उक्त प्रकरण पर मार्ग क्रमांक 14 / 25 धारा 194 बी एन एस एस कायम कर विवेचना में लिया है मृतका का पोस्टमार्टम कराया जाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है ।
समाचार 06 फ़ोटो 06
54.9 हजार का 152 लीटर देशी/अंग्रेजी अवैध शराब बोलेरो सहित पुलिस ने किया जप्त
अनूपपुर
मुखबिर से सूचना मिली की एक सफेद रंग की बोलेरो जिसका नंबर MP 18 T 3186 है, जिसमें अवैध शराब लेकर अनूपपुर तरफ से आकर धनपुरी मजीठा रोड तरफ जा रही है, तभी थाना राजेन्द्रग्राम की पुलिस द्वारा सूचना को गंभीरता से लेते हुये तत्काल मौके पर रवाना होकर धनपुरी रोड पहुंचे तो एक सफेद रंग की बोलेरो काफी तेजी से भागते दिखा, जिसका पीछा किये तो उक्त बोलेरो वाहन मजीठा रोड तरफ जाते दिखी, मजीठा गांव की रोड पर बोलेरो वाहन का पीछा किये तो उक्त बोलेरो वाहन का चालक पुलिस को देखकर तेजी से वाहन को चलाते हुये मजीठा हार की तरफ जाने वाले रास्ते पर ले गया, मजीठा हार में बनी पुरानी सूखी नहर के आगे रास्ता न होने से नहर के पास बोलेरो को छोड़कर जंगल तरफ तेजी से भागा, जिसका पीछा किया गया मगर जंगल झाड़ियों का फायदा उठाकर फरार हो गया। मौके पर गवाहों के समक्ष वाहन की तलाशी ली गयी जो वाहन के पीछे की सीट पर खाकी रंग के कागज के 14 नग कार्टून की पेटी में देशी/अंग्रेजी शराब भरे होना पाया गया। प्रत्येक कार्टून को चेक करने पर एक कागज के कार्टून में देशी प्लेन मदिरा के पाव 50 नग एक पाव शराब जिसकी कीमती 3500/- रूपये की, दो कार्टून में अंग्रेजी शराब जीनियस व्हिस्की कंपनी की 99 नग कीमत 12870/- रूपये की, 2 कार्टून में अंग्रेजी शराब ब्लूचिप कंपनी की 97 नग कीमत 12610/- रूपये, 9 कार्टून में अंग्रेजी शराब बीयर पावर 216 नग कीमत 25920/- रूपये की कुल देशी/अंग्रेजी शराब 152 लीटर कुल कीमती 54,900/- रूपये एवं एक बोलेरो वाहन क्रमांक MP 18 T 3186 कीमती 8 लाख रुपए को मौके से जप्त किया गया। वाहन बोलेरो का फरार आरोपी चालक का कृत्य अपराध धारा 34 (2) आबकारी एक्ट का दंडनीय पाये जाने से अपराध क्रमांक 91/2025 धारा 34(2) आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
समाचार 07 फ़ोटो 07
विश्व थैलेसीमिया दिवस पर शा.महाविद्यालय पाली में लगाया गया रक्तदान शिविर
उमरिया
विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी के मार्गदर्शन पर शा. महाविद्यालय पाली एवं युवा टीम उमरिया के संयुक्त प्रयास से महाविद्यालय परिसर में इस वर्ष की थीम मानवता के पक्ष में के तहत रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ पाली महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. आर.के झा के द्वारा किया गया।
प्राचार्य डॉ. आर.के झा ने कहां की रक्तदान सबसे बड़ा दान माना जाता है क्योंकि इससे आप किसी दूसरे व्यक्ति की जिंदगी बचा सकते हैं कई बार तो वह रक्तदान आपके किसी अपने के भी काम आ जाता है इसलिए हर किसी स्वस्थ युवा को रक्तदान करना चाहिए ।यह एक ऐसा दान है, जिसके लिए आर्थिक रूप से मजबूत होने की जरूरत नहीं।हमें अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्त का विकल्प केवल मनुष्य ही है। हमारे द्वारा दिए रक्तदान से हम किसी को भी जीवनदान दे सकते हैं।
रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है लेकिन सच्चाई या है कि रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती रक्तदान के 56 दिन बाद वह फिर से रक्तदान करने के काबिल हो जाते हैं इससे जरूरतमंद को मदद मिलती है साथ ही शरीर में भी नया खून बनने से वह स्वस्थ रहता है।कभी भी डिलीवरी, थैलिसीमिया, दुर्घटना या बीमारी का शिकार कोई भी हो सकता है।रक्तदान के महत्व को बताते हुए कहा कि, ष्रक्तदान ही महादान है, क्योंकि इसका निर्माण केवल मानव शरीर में ही हो सकता है। रक्तदान के दौरान लैब टेक्नीशियन वीरेंद्र शर्मा, विनीत साहू, अंजलि दर्द्वंशी, महाविद्यालय प्राचार्य डॉ आर.के झा, डॉ जीपीएस चौहान,डॉ मंसूर अली, रक्तबीर हिमांशु तिवारी,शिखा बर्मन, मुस्कान महोबिया ,संजीवनी पटेल, लक्ष्मी महोबिया, वैष्णवी बर्मन, अतिव्य रजक, रुद्र प्रधान ,शुभम पटेल, श्रेयांश गौतम एवं सभी शामिल रहे। रक्तदान शिविर के समापन में सभी रक्त वीरों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
समाचार 08
भ्रामक व अपुष्ट सूचनाओ पर होगी कार्यवाही, 2 कलेक्टर ने जारी किए आदेश
शहडोल/उमरिया
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शहडोल डॉ.केदार सिंह व कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट उमरिया धरणेन्द्र कुमार जैन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा-163 के अन्तर्गत लोक हित में तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से आदेश जारी किया है कि कोई भी व्यक्ति /संस्थाएं सोशल मीडिया (फेसबुक, वाट्सएप, द्विटर आदि) पर ऐसी कोई भी भ्रामक एवं अपुष्ट सूचनाएं/पोस्ट/वीडियो/रील्स को अपलोड एवं फार्वड/वायरल नहीं करेगा/करेगी। यदि जांच के दौरान कोई भी व्यक्ति ऐसी पोस्ट अपलोड/फारवर्ड करने में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 एवं अन्य सुसंगत अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा सकेगी।
जारी आदेश में कहा गया है कि भारतीय सेना द्वारा आपरेशन "सिंदूर" के तहत की गयी कार्यवाही से उद्भूत परिस्थितियों के परिपेक्ष्य में विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों पर भ्रामक एवं अपुष्ट सूचनाएं/पोस्ट/वीडियो/रील्स अपलोड/फारवर्ड किये जा रहे हैं। ऐसी अपुष्ट खबरों के प्रसारण से आमजन में आक्रोश एवं तनाव पैदा होने तथा कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होने की संभावना बनी हुई है। उक्तादेश आदेश जारी होने के दिनांक से आगामी आदेश तक प्रभावी रहेगा। आदेश का उलंघन किये जाने पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) 2000 एवं भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अन्तर्गत दण्डनीय होगा। वही अनूपपुर कलेक्टर के द्वारा अभी तक ऐसा कोई आदेश जारी नही किया गया है।
समाचार 09
मानवता हुई शर्मसार हनुमान मंदिर में मिली नवजात बच्ची
शहडोल
जिले के थाना बुढार क्षेत्र के धनगवां गांव स्थित हनुमान मंदिर में शनिवार सुबह एक नवजात बच्ची मिली, जिसे अज्ञात व्यक्ति मंदिर परिसर में छोड़कर चला गया। बताया जा रहा है कि यह बच्ची आज ही जन्मी थी। मासूम के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचित किया। बुढार थाना पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को भी सूचित किया गया है ताकि बच्ची को सुरक्षित और संरक्षित माहौल में रखा जा सके। इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर समाज में बेटियों के प्रति सोच पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कौन हैं वो लोग जो एक मासूम जीवन को इस तरह त्याग देते हैं? क्या बेटियों के लिए आज भी समाज में जगह नहीं है? और प्रशासन से भी सवाल है कब उठाएंगे ऐसे आरोपियों पर कठोर और सख्त कदम।
समाचार 10
दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अनूपपुर
फरियादिया ने थाना चचाई में आरोपी मयंक गौटिया पिता बृजलाल गौटिया उम्र 33 वर्ष निवासी 1322 कांच घर जबलपुर के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी कि फरियादिया को शादी का झांसा देकर उसके साथ आरोपी ने कई बार गलत काम दुष्कर्म 2019 से 2025 तक लगातार किया है तथा किसी को बताने पर जान से खत्म करनी की धमकी दिया है । फरियादिया की रिपोर्ट पर थाना चचाई में अप0 क्र0 90/25 धारा 69,351(3) बीएनएस का आरोपी मयंक गौटिया के विरूद्ध कायम कर 02 दिवस के अंदर पुलिस टीम गठित कर आरोपी को जबलपुर से गिरफ्तार कर न्यायालय अनूपपुर के समक्ष पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा आरोपी मयंक गोटिया को जेल भेजा गया।
समाचार 11
लोक अदालत ने छह साल पुराने गाँव के विवाद को सुलझाया
अनूपपुर
छह साल से चले आ रहे जिले के तहसील कोतमा के ग्राम सकोला के एक पुराने विवाद को लोक अदालत ने सुलझा दिया है, जिससे दो परिवारों के बीच की दुश्मनी अब मिट गई है और गाँव में एक बार फिर शांति कायम हुई है। यह विवाद वर्ष 2019 में गांव के मामूली विवाद को लेकर शुरू हुआ था।मामला पुलिस और निचली अदालत तक पहुँचा, लेकिन न्याय की प्रक्रिया लंबी खिंचती रही आखिरकार, लोक अदालत ने इस मामले को सुना और दोनों पक्षों को समझौते के लिए राजी किया। दोनों पक्ष छह साल पुरानी दुश्मनी को भुलाकर एक-दूसरे से गले मिले। यह कार्य लोक अदालत के माध्यम से संभव हो सका लोक अदालत के न्यायाधीश अमनदीप सिंह छाबड़ा ने कहा, "हमारा उद्देश्य सिर्फ कानूनी विवाद सुलझाना नहीं, बल्कि लोगों के दिलों को जोड़ना भी है।"इस तरह, लोक अदालत ने न सिर्फ एक वर्षों पुराने विवाद को सुलझाया, बल्कि गाँव में शांति और एकता की मिसाल भी पेश की।