गांजा के मामले में हटाए गए थाना प्रभारी, खदान में मारपीट करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार
शहडोल
जिले के जयसिंहनगर थाना प्रभारी को बीते दिनों यहां पर पकड़े गए गांजे की बड़ी खेप और इस मामले में विवेचना तथा अन्य तथ्यों पर लापरवाही बरतने के कारण संभवत हटाया है,उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। हालांकि पुलिस विभाग ने अभी इन कारणों की पुष्टि नहीं की है, यह माना जा रहा है कि थाना प्रभारी के द्वारा 3 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त किया गया था, उसे मामले में कुछ तथ्यों को विभागीय अधिकारियों से छुपाया गया था, खुले खेत में मिला 3 करोड़ से अधिक का गांजा, जहां पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है, इस मामले में अभी तक जयसिंहनगर पुलिस ने कोई महत्वपूर्ण सफलता या सुराग तलाशने में कोई खास सफलता नहीं अर्जित की है, यह माना जा रहा है कि कुछ स्थानीय लोग ही पूरे मामले से जुड़े हुए थे लेकिन शायद उन्हें बचाने का खेल खेला जा रहा था, पुलिस अधीक्षक राम जी श्रीवास्तव के द्वारा जयसिंह नगर के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने के आदेश जारी किए गए हैं ।
वहीं दूसरी और जिले के दूसरे छोर पर स्थित अमलाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामपुर खुली खदान में गुरुवार व शुक्रवार की दरमियानी रात वाहन चालकों के द्वारा साथ की गई गंभीर मारपीट के मामले में हमले की पुलिस ने मुख्य आरोपी शुभम चौधरी, मिथिलेश, 3 अन्य को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित कर ली है, पुलिस ने इस मामले में गुंडा टैक्स वसूलने की बातों का खंडन किया है,बल्कि यह बातें सामने आई है कि तथाकथित बदमाश खुद और अन्य लोगों से यहां ट्रकों में लोड होने वाले कोयले की लेबलिंग आदि करवाते थे और उसके नाम पर मजदूरी तथा अन्य रुपया वसूलते थे, इसी बात को लेकर आधी रात को इन सब के बीच कहां सुनी हुई और चालकों के साथ गंभीर मारपीट कर दी गई, फिलहाल शहडोल पुलिस के लिए अच्छी खबर है पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्हें संभवत न्यायालय में पेश किया गया।