वन विभाग के अधिकारी से परेशान होकर पीड़ित ने डीएफओ से लगाई न्याय की गुहार
*पकड़े गये ट्रेक्टर की जाँच या फिर जाँच की आँच से घबरा रहे अघिकारी*
शहडोल
जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के इमामबाड़ा के पास से दिनांक 21 सितंबर 2024 रात्रि लगभग 9:30 बजे ब्रजेश मिश्रा निवासी धनपुरी के ट्रेक्टर को वन विभाग ने अपना क्षेत्र बता जप्त कर लिया, जबकि ब्रजेश के पास रायल्टी पर्ची भी थी अब ब्रजेश को अपनी ही गाड़ी की जाँच के लिए वन विभाग अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। अधिकारी जाँच के नाम पर एक दूसरे पर फाइल थोपने का काम कर रहे हैं, जबकि ब्रजेश ने वाहन की सुपुर्दगी के लिए न्यायालय भी गया, पर वहाँ वाहन को राजसात करने का प्रतिवेदन वन विभाग ने प्रस्तुत कर दिया, परन्तु नियमानुसार जाँच न होने की वजह से न्यायालय ने आवेदन खारिज कर दिया अब प्रार्थी बुढार से लेकर शहडोल तक के चक्कर लगाने पर मजबूर हो रहा है जिससे पीड़ित को बहुत आहत एवं परेशान होना पड़ रहा है जिससे उसकी जीविकोपार्जन में भी समस्या आ रही है बुढार वन विभाग में पदस्थ अधिकारी से परेशान होकर पीड़ित ने डीएफओ शहडोल के नाम आवेदन प्रस्तुत कर न्याय की गुहार लगाई है।
जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि ट्रेक्टर एमपी 18 1350 एवं ट्राली एमपी 18 7088 को दिनांक 21 सितंबर 2024 को रात्रि इमामबाड़ा 9:30 रात को मैं अपने ड्राइवर से वार्ड क्रमांक 17 सब्जी मंडी रायल्टी पर्ची के साथ रेत शिफ्ट करा रहा था, चूंकि सकरा रास्ता होने के कारण बड़ी गाड़ी नही जाती इसलिए ट्रेक्टर से रेत शिफ्ट करा रहा था, किन्तु बुढार के वन अधिकारी कमला वर्मा एवं टीम द्वारा गलत तरीके से ट्रेक्टर को पकड़ा और बोले की कार्रवाई करेंगे फिर प्रार्थी ने न्यायालय में सुपुर्दगी लगाया जहाँ प्रतिवेदन आया कि गाड़ी राजसात करेंगे न्यायालय ने आवेदन खारिज कर दिया, किन्तु प्रार्थी के उक्त वाहन पर अभी तक नियमानुसार कार्रवाई नही की है जिससे कि प्रार्थी को भारी नुकसान हो रहा है आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान हैं। पीड़ित ने लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाकर कार्यवाही की मांग की है।