उपयंत्री अंशुल पर पूर्व सरपंच उमाकांत ने जान से मारने व जातिगत गाली देने का लगाया आरोप
*थाना में हुई शिकायत, 12 लाख रुपए वेंडर को दिलाने की मांग*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत पडौर के पूर्व सरपंच उमाकांत सिंह ने हाल ही में अजाक़ थाना प्रभारी को एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने उपयंत्री अंशुल अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उमाकांत सिंह ने बताया कि जब उन्होंने ग्रेवल मार्ग की बकाया राशि की मांग की, तो अंशुल अग्रवाल ने उन्हें जातिगत गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो ग्रेवल मार्गों का निर्माण किया गया था जिसमें वेंडर मेसर्स महाजन सेल्स एंड सर्विसेज बागडुमरा द्वारा सामग्री की आपूर्ति की गई थी हालांकि, जब भुगतान नहीं हुआ, तो उमाकांत सिंह ने सी.एम. हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई जांच में पता चला कि उपयंत्री अंशुल अग्रवाल ने खाली बिल पर साइन करा कर पैसा निकाल लिया था। उमाकांत सिंह ने बताया कि सामग्री प्रदाय करने वाले वेंडर को बकाया राशि प्राप्त न होने के कारण, उन्हें मजबूर होकर अपनी बोलेरो और ट्रैक्टर बेचने पड़े, जिससे उन्होंने 7,80,000 (सात लाख अस्सी हजार रुपये) की राशि का भुगतान किया। अभी भी 4,20,000 (चार लाख बीस हजार रुपये) बकाया है।
जब उमाकांत सिंह की मुलाकात उपयंत्री अंशुल अग्रवाल से रेलवे फाटक बेलिया में हुई, तो उन्होंने वेंडर की बकाया राशि की मांग की। इस पर अंशुल अग्रवाल ने मां-बहन की गालियां दीं और कहा, अब तुम सरपंच नहीं हो, जूते मारूंगा जिससे तुम्हारी बुद्धि ठीक हो जाएगी। जब उमाकांत सिंह ने पूछा कि उनसे धोखाधड़ी कर खाली बिल पर क्यों हस्ताक्षर कराए गए, तो अंशुल अग्रवाल ने कहा, मैं इंजीनियर हूं, अच्छे-अच्छे लोगों को चरा के बैठा हूं और जान से मरवा दूंगा। उमाकांत सिंह ने अज़ाक थाना प्रभारी से निवेदन किया है कि उपयंत्री अंशुल अग्रवाल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही की जाए, ताकि किसी आदिवासी-हरिजन के साथ अभद्र व्यवहार ना हो सके। साथ ही, फर्जी बिल से निकाली गई राशि को सही सामग्री प्रदाय करने वाले वेंडर को 12,00,000 (बारह लाख रुपये) दिलाई जाए।
