हाथी ग्रामीणों के घर, खेतों को बना रहा निशाना, ग्रामीणों ने राज्यमंत्री से सुनाई अपनी व्यथा
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र के बांका एवं गोवरी के जंगलों में दिन में आराम करने बाद 15 दिनों से निरन्तर ठहरे दो दांत वाला एक हाथी देर शाम-रात होने पर प्रत्येक दिन अलग-अलग दिशाओं में निकल कर ग्रामीणों के खेत, खलिहान एवं घरों में रखे व लगे अनाजों, सब्जियों को निरंतर अपना आहार बना रहा है। वन परिक्षेत्र जैतहरी के अंतर्गत ठेगरहा के जंगल से निकल कर ग्राम पंचायत पगना के बांका, पगना, कांसा के टिकरीटोला, नगदहा, तिपाननदी पार कर बेला, सेन्दुरी आदि गांव में विचरण करने बाद वापस गोबरी बीट के ठेगरहा के जंगल कक्ष क्र,आर,एफ, 302 में बनाए अस्थाई निवास में विश्राम करने के बाद फिर से ठेंगरहा गांव के किनारे से बांका पहुंचकर एक ग्रामीण के घर को नुकसान पहुंचा कर एक किसान के खेत में लगे आलू को खाने बाद बांका के जंगल से होता हुआ केकरपानी गांव के दुआहीटोला निवासी गुलाब सिंह एवं रामफल सिंह के घर को तोड़कर एवं खेतों में लगी व रखे अनाजों को अपना आहार रात भर बनाते हुए फिर से अपने अस्थाई आवास को ठेगरहा के आर,एफ, 302 के जंगल में स्थित झुरही तालाब के पास जाकर पूरे दिन विश्राम कर रहा हैं। यह हाथी के देर रात से ग्रामीण अंचलों में निरंतर विचरण एवं देर रात तक ग्रामीण अंचलों में विचरण करने, ग्रामीणों के घर, खेत, खलिहान मे नुकसान पहुंचाने के कारण ग्रामीण जन परिवार सहित रात भर जागकर बिताने,अपने काम धंधा को छोड़कर भयभीत में रहते हैं वहीं वन विभाग का मैदानी अमला ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों के माध्यम से हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को हाथी से सचेत रहने तथा गांव एवं जंगल के बाहर खेतों एवं अन्य स्थान पर अलग-अलग तरह से घर बनाकर रह रहे ऐसे ग्रामीणों को बीच बस्ती में फोन या स्वयं पहुंचकर तथा मुनादी के माध्यम से प्रयास में लगे हुए हैं।
ग्रामीण जनों ने विगत दिनों कोतमा क्षेत्र के विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल के प्रथम वार अनूपपुर आगमन दौरान उन्हे हाथी के आतंक की जानकारी देते हुए अकेले हाथी को किसी भी माध्यम से जिले के बाहर कराये जाने तथा विगत एक वर्ष के मध्य निरंतर हाथियों के विचरण पर नुकसान पहुंचाये जाने पर प्रशासन द्वारा दिए गए कम मुआवजा राशि एवं कई ग्रामीणों को वर्तमान समय तक मुआवजा की राशि नहीं मिल पाने पर तत्काल दिलाए जाने की मांग की है।
