कैदी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा, आश्वासन के बाद किया अंतिम संस्कार
अनूपपुर
जिला जेल अनूपपुर में निरूद्ध एक बंदी की 21 मार्च को संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों द्वारा जेल प्रबंधन पर मारपीट का आरोप लगाते हुये न्यायिक जांच की मांग कर अस्पताल परिसर में हंगामा करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। जहां परिजनों के हंगामे के बाद एसडीएम दीप सिखा, एसडीओपी अनूपपुर कीर्ति बघेल, कोतवाली प्रभारी अमर वर्मा, नायब तहसीलदार भावना डेहरिया सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गए। मौके पर प्रशासन व पुलिस ने पहुंच कर परिजनों को शांत कराने का प्रयास किया। इस बीच जिला चिकित्सालय में तीन न्याययिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन सदस्यीय डाॅक्टरों की टीम द्वारा वीडियों ग्राफी के साथ शव का निरीक्षण कर पंचनामा कार्यवाही करते हुये पीएम किया गया। इस बीच परिजनों ने जिला चिकित्सालय के सीसी टीवी फुटेज की मांग की गई। अस्पताल प्रबंधन द्वारा सीसीटीवी फुटेज दिखाने का आश्वासन दिया और तीन घंटे बाद सीसीटीवी एक सप्ताह से बंद होने की बात कही। जिसे बाद जिला जेल से सीसीटीवी फुटेज मंगवाते हुये परिजनों को वीडियों फुटेज दिखाया गया। जिससे संतुष्ट होने के बाद परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार के लिये अपने साथ ले गयेे।परिजनों ने जिला चिकित्सालय के सीसी टीवी फुटेज देखने की मांग की गई, जहां पहले तो अस्पताल प्रबंधन 3 घंटो तक उन्हे फुटेज दिखाने का आश्वासन देते रहे। जिसके बाद अंत में सीसी टीवी एक सप्ताह से बंद होना बता दिया। जिसको सुनते ही परिजन आक्रोशित हो गये। जहां एसडीएम दीप सिखा ने सिविल सर्जन डाॅ. एस.आर. परस्ते से सीसीटीवी बंद होने के संबंध में लिखित जानकारी मांगी। सिविल सर्जन ने बताया कि जिस स्थान पर सीसीटीवी सेट लगा हुआ है। वहां डाॅयलिसिस के दो बेड का संचालन करने के लिये आर.ओ सिस्टम शिफ्ट किया गया। इस बीच किसी कर्मचारी ने गलती से सीसीटीवी कैमरो का स्विच ऑफ कर दिया गया जिसके कारण चार-पांच दिनो से सीसीटीवी बंद है। जिसके बाद एसडीएम दीप शिखा ने अस्पताल प्रबंधन की इसे बड़ी लापरवाही मानते हुये अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया।
