जुआ सट्टा व अवैध कार्यो के राजा है अध्यक्ष, गोलू व बृजेश इन तक नही पहुँच पा रहे हैं कानून के लंबे हाथ
अनूपपुर/राजनगर
अनूपपुर जिले के रामनगर थाना अंतर्गत जुआ, सट्टा, कबाड़ अवैध शराब तमाम अवैध कार्य में तीन की तिकड़ी चल रही है अध्यक्ष, गोलू व बृजेश के कारण जुआ सट्टा व अन्य अवैध कार्य जमकर फल फूल रहा है पुलिस अवैध कार्यो को कुछ दिनों के लगाम लगती है और कुछ दिनों बाद फिर वही हाल हो जाता है पुलिस इन राजनैतिक संरक्षण प्राप्त लोगो से निपटने में नाकामयाब हो रही है ऐसा नही है कि पुलिस कार्यवाही नही करना चाहती मगर इनकीं पॅहुच और रुतबा के आगे नतमस्तक होने के लिए मजबूर हैं। कुछ चंद लोग कोयलांचल क्षेत्र में अवैध कार्य करके पूरे क्षेत्र को अपराध का गढ़ बनाने में कोई कोर कसर नही छोडना चाहते है। भोले भाले गरीब आम जनता को जुआ, सट्टा, शराब की लत लगाकर लोगो को बर्बाद कर रहे हैं। गरीब लोग 1 के 80 के चक्कर मे पड़कर अपने परिवार को बर्बाद कर रहे हैं। लोग अपने खून पसीने मेहनत की कमाई को सट्टेबाजों लूट ले रहे हैं। कुछ लोग इस क्षेत्र में वर्षों से अवैध कार्यो में लिप्त लोग नेता बनकर राजनैतिक पार्टी में शामिल होकर अपने आप को अवैध कार्यो का राजा समझ बैठे हैं अवैध कार्य करने वाले ये लोग राजनैतिक पार्टी में शामिल होने के बाद ही चौक चौराहे पर बोल रहे हैं कि जितने भी अवैध काम हो वह करो बाकी हम देख लेंगे क्योंकि सरकार हमारी है सूत्र बताते हैं कि इन्ही में से एक सूदखोरी के मामले में जेल की हवा भी खा चुका है ऐसा लगता हैं कि पार्टी में शामिल होने के बाद जैसे अवैध कार्य करने का अध्यक्ष, गोलू और बृजेश को लाइसेंस मिल गया हो बेरोजगार युवकों को लालच देकर वनगंवा, राजनगर व डोला के अलावा अन्य क्षेत्रों में पान की दुकान, किराना दुकान, जनरल स्टोर में सट्टा की पट्टी कटवा कर मोबाइल से सट्टा खिला रहे हैं। अध्यक्ष का पुराना पूरा अवैध कार्य उनका दाया हाथ कहा जाने वाला कुशवाहा किंग बनकर सभाल रहा है। सट्टा के गणित का खेल इस समय नव युवाओं में इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा सट्टे की वजह से कई लोग सट्टा लगाने को लेकर घरों के सुसज्जित सामानों तक को भी बेचकर सट्टा लगाने में लगे अवैध सट्टे के चलन से कई घर बर्बादी के कगार पर है। सट्टा कारोबारी जमकर माल कमाने में लगा है।
नोट:- *अगले अंक में पढ़े अध्यक्ष का राजनैतिक एक और संरक्षण प्राप्त अवैध कार्यो में लिप्त सट्टेबाज सानू का कारनामा*