रेलवे की तानाशाही से यात्री परेशान MST संघ ने स्टेशन मास्टर व आरपीएफ को घेरा, दी चेतावनी
*परिचालन व्यवस्था में सुधार न होने पर अगर आंदोलन की दी चेतावनी*
अनूपपुर/शहडोल
शहडोल से अनूपपुर, उमरिया, अनूपपुर से शहडोल उमरिया के बीच प्रत्येक दिन अप- डाउन करने वाले अधिकारी कर्मचारी, व्यवसायी,छात्र, छात्राओं, एमएसटी संघ सहित आमजन के द्वारा रेल्वे की तानाशाही एवं परिचालन व्यवस्था से नाराज होकर आज रेल्वे स्टेशन शहडोल में एमएसटी संघ यूनियन के नेतृत्व में रेल्वे की ढुलमुल कार्यप्रणाली से नाराज होकर ,ज्यादती बर्दाश्त न हो पाने की स्थिति मेंआक्रोशित होकर कई सैकड़ा लोगों के साथ सामूहिक रूप से स्टेशन प्रबंधक बी एल मीणा के पास पहुँचकर एमएसटी यूनियन के माध्यम से नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की,साथ ही यात्रा से परेशान लोगों ने स्टेशन मास्टर को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर परिचालन व्यवस्था सुव्यवस्थित नही कराई जा रही तो यात्रियों के द्वारा उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
स्टेशन मास्टर के द्वारा संतुष्ट जनक सही जवाब न मिलने की स्थिति में आक्रोशित लोग आरपीएफ थाना पहुँचकर आरपीएफ निरीक्षक मनीष कुमार के पास अपनी व्यथा सुनाई जहां मामले में आमजन को हो रही परेशानी को गम्भीरता से लेते हुए निरीक्षक मनीष कुमार के द्वारा फोन से बातचीत कर स्टेशन मास्टर,एवं जिम्मेदार अधिकारियों से बातचीत कर रेल के परिचालन व्यवस्था को सुधार कराये जाने का आश्वासन दिया गया,
*आक्रोशित लोगों ने दी चेतावनी*
रेल्वे की तानाशाही से परेशान लोगों में से कर्मचारियों न बताया कि आये दिन हमें विलम्ब से पहुंचने की वजह से कार्यालय में अधिकारियों के शोकॉज नोटिस का जवाब देना पड़ रहा है। डाँट पड़ रही,सरकारी काम भी सही समय पर नही हो पा रहे नोकरी जिसके माध्यम से परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं, में तलवार लटकी हुई है जिसे रेल प्रशासन के द्वारा बिल्कुल गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है और हम यात्रियों के साथ ज्यादती की जा रही है।
वही छात्र-छात्राओं ने कहा कि ट्रेन के परिचालन की व्यवस्था स्थिर ना होने की वजह से हमारे पढ़ाई को लेकर भारी नुकसान हो रहा है कारण कि सही समय पर हम अपने स्कूल कॉलेज नहीं पहुंच पा रहे सुबह 9:00 बजे घर से निकलने के बाद रात्रि कालीन 9:00 से 10:00 घर पहुंचते हैं पूरा समय यात्रा करने में ही बीत जाता है। अनूपपुर से शहडोल की यात्रा मैं इन दिनों जहां आधे घंटे मैं यात्रा पूरी हो जाती थी तो रेल प्रशासन के द्वारा अप डाउन मिलाकर 6 घंटे का हमारा समय बर्बाद किया जा रहा है।
*व्यवसायी एवं समाजसेवी भी परेशान*
यात्री ट्रेन स्थिरता ना होने की वजह से कई व्यवसायियों एवं समाजसेवियों ने भी बताया कि हम रेलवे की तानाशाही की वजह से सही समय पर अपना व्यवसाय नहीं कर पा रहे हैं जिससे हमें अपने घर परिवार के भरण पोषण में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
*स्टेशन में रोक दिया था ट्रेन यात्री दिखे परेशान*
रेल प्रशासन के द्वारा यात्रियों के साथ लगातार जागृति की जा रही है प्रत्येक दिन शहडोल से बिलासपुर तक चलने वाली बिलासपुर मेमो गाड़ी संख्या को वा मुश्किल निश्चित समय 9:30 बजे शहडोल से रवाना होने वाली ट्रेन को यात्रियों के आक्रोश को देखकर लगभग 10:30 बजे रेलवे स्टेशन शहडोल से रवाना किया गया जिसे लाकर रेलवे स्टेशन अमलाई में फिर से रोक दिया गया था जिसे लेकर यात्री परेशान हो गए थे परेशान यात्रियों के द्वारा रेल चालक के पास पहुंच कर व्यथा के रूप में निवेदन किया गया जहां उन्होंने गाड़ी चलाने के लिए स्पष्ट रूप से रेलवे के निर्देशानुसार मना कर दिया ।
*स्टेशन मास्टर को भी सौंपा ज्ञापन*
परेशान यात्रियों ने मजबूर होकर रेल प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपनी परेशानी एवं बीच रास्ते में रोके गए ट्रेन मेमो को चलाएं जाने को लेकर स्टेशन मास्टर अमलाई के केबिन में पहुंच कर यात्रियों ने निवेदन किया जहां बमुश्किल स्टेशन मास्टर के द्वारा उक्त ट्रेनों को लगभग 40 मिनट तक रोके जाने के बाद रवाना किया
ज्ञातव्य है कि रेल प्रशासन के द्वारा आम जनता के साथ लगातार बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया जा रहा है एवं भारतीय जनता पार्टी की सरकार के रेल मंत्री एवं रेल प्रशासन के द्वारा लोगों की समस्याएं नहीं सुनी जा रही यहां तक की सैकड़ों बार आमजन के द्वारा अपने अपने संसदीय क्षेत्र की सांसद को भी अवगत कराया गए इसके बाद भी रेलवे नहीं जाग रही एवं जनता परेशान हो रही है।
