दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा का अनावरण, 20 किमी दूर से नजर आते हैं 'विश्व स्वरूपम'
*राजस्थान में बनी 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा*
राजस्थान में कला, किले, महल, हवेलियां, खाना, कपड़े, गहने के रंगों में अब एक और पहचान जुड़ गई है। वह है शिव प्रतिमा शिव प्रतिमा की ऊंचाई 369 फीट है। इस प्रतिमा को 'विश्व स्वरूपम' नाम दिया गया है। यह दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा होगी। राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में बनी इस शिव प्रतिमा का आज लोकार्पण समारोह शुरू होगा और यह समारोह 6 नवंबर तक चलेगा। इसकी शुरुआत मोरारी बापू की राम कथा से होगी। फिर मोरारी बापू 6 नवंबर को इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस प्रतिमा को बनाने में 10 साल का समय लगा है। इसने दुनिया की टॉप-5 ऊंची प्रतिमाओं में स्थान प्राप्त किया है। इस प्रतिमा को संत कृपा सनातन संस्थान द्वारा तैयार किया गया है।
यह प्रतिमा 51 बीघा की पहाड़ी पर नाथद्वारा की गणेश टेकरी पर बनी है। इसमें भगवान शिव ध्यान एवं अल्लड़ की मुद्रा में विराजित हैं। इस प्रतिमा की ऊंचाई इतनी लम्बी है कि कई किलोमीटर दूर से ही ये नजर आने लगती हैं। यह रात में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। इस प्रतिमा को रात में देखने के लिए विशेष लाइट्स की व्यवस्था की गई है।
369 फीट ऊंची इस प्रतिमा के विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। रिपोर्ट के मतानुसार, जब साल 2012 में इस प्रतिमा को बनाने का प्लान तैयार किया गया तो इसकी ऊंचाई 251 फीट रखने की योजना बनाई गई। लेकिन निर्माण के दौरान इसकी ऊंचाई 351 फीट तक पहुंच गई। फिर इस प्रतिमा में शिव की जटा में गंगा की जलधारा लगाने की योजना बनाई गई। जिससे इसकी ऊंचाई 369 फीट तक पहुंच गई।
शिव की इस प्रतिमा में लिफ्ट, सीढ़ियां, हॉल आदि भी बनाए गए हैं। इसके निर्माण के समय इसमें 3000 टन स्टील व लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल किया गया है। इस मूर्ति को 250 किमी रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी प्रभावित नहीं कर सकती।
