अधिकारियों की मिलीभगत से जांच में लीपापोती, जंगल की रक्षा कौन करेगा, चर्चा का विषय
अधिकारियों की मिलीभगत से जांच में लीपापोती, जंगल की रक्षा कौन करेगा, चर्चा का विषय
अनूपपुर
जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, जब से सर्किल प्रभारी लतार विनोद कुमार मिश्रा एवं बीट धुरवासिन बीट गार्ड सोमपाल सिंह पदस्थ है, तब से पूरा जंगल की वृक्षों वन भूमि वन मुनारा की तबाही मचा दिए है, आखिर किन अधिकारियों के संरक्षण से यह सब कृत हो रहा है, इन दोनों अधिरोपित कर्मचारियों के ऊपर लाखों की वसुली राशि इनके विरुद्ध लाखों की वन वृक्षों की कटाई के मामले में अधिरोपित किया गया है, मगर शासन की हुई लाखों की सम्पत्ति की हुई नुकसानी राशि को अधिरोपित कर्मचारियों से जमा न करने एवं आदेश न करने के वजह से उन कर्मचारियों के हौसले बुलंद होकर वन भूमि में अवैध अतिक्रमण एवं वृक्षों की अवैध कटाई सुर्खियों में छाया हुआ है, अब तो वन भूमि अतिक्रमणकर्ता बीट गार्ड डिप्टी रेंजर से साठगांठ बनाकर बीट धुरवासिन आर एफ 442 की ग्राम कोटमी में वन मुनारा क्रमांक 08 को भी तोड़कर नष्ट कर उसी वन भूमि के स्थान में अवैध कब्जा कर लिया गया, जिस संबंध में लिखित शिकायत ग्रामीणों द्वारा वन मंडल अधिकारी अनूपपुर को दी गई है, जिस पर भी जांच के नाम पर लीपापोती कर मामले को आधी अधूरी जांचकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर दिया है, और उन कर्मचारियों को जांच में भेजा जाता है, जिन कर्मचारियों के मिलीभगत के कारण जंगल की वन भूमि की क्षति हुई है और पेड़ पौधें भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रहा है आखिर जंगल की रक्षा कौन करेगा, इसी प्रकार की जंगल कटती रहेगी, वन भूमि में अवैध कब्जा एवं वन मुनारा टूटता रहेगा, इस पर रोक लगेगी या नही, शिकायत करने पर शिकायतकर्ता हो ही झूठे मामले में फसाने की साज़िश कर दी जाती है, कही वन मंडल अनूपपुर अधिकारियों की मिलीभगत से तो नहीं हो रहा है, जिससे बेखौफ़ होकर लगातार वन भूमि एवं वन संपत्ति वन भूमि अतिक्रमणकारियो द्वारा वन सम्पत्ति की क्षति पहुंचाई जा रही है। जिले के वन विभाग के सब अधिकारी चुप्पी साध कर बैठी हुई है। नवागत डीएफओ साहब संज्ञान में लेकर मौके की निष्पक्ष तरीके से निरीक्षण कर अधिरोपित कर्मचारियों साहित वन भूमि अतिक्रमणकर्ता के विरुद्ध कार्यवाही करे, जिससे वन वृक्षों की अवैध कटाई वन भूमि अतिक्रमण से रुक सके।