93 हजार का 234 लीटर अवैध शराब जप्त, पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

*स्कूटी व मोबाइल जप्त एक आरोपी फरार*


अनूपपुर

ईद नवरात्रि व्यवस्था हेतु वाहन चेकिंग बिजुरी पुलिस द्वारा खेडिया क्रेशर तिराहा बिजुरी मे लगायी गई थी, वाहन चेकिंग के दौरान एक स्कूटी एमपी 65 SA 0884 में 3 व्यक्ति बहेराबांध कोठी की तरफ आते दिखायी दिये, जिसमे से एक व्यक्ति पुलिस को देखकर गाडी से कूदकर भाग गया, संदेह होने पर तत्काल उपरोक्त स्कूटी को धेराबंदी कर पुलिस अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ की गयी जिन्होने अपना नाम दिलीप शर्मा उर्फ भैया पिता भुवनेश्वर प्रसाद शर्मा उम्र 36 वर्ष निवासी वार्ड क्र 12 बिजुरी, मंगल प्रसाद कोल पिता राजेन्द्र प्रसाद कोल उम्र 20 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 11 बिजुरी तथा भागने वाले का नाम आभाष सिंह राणा निवासी कोठी का होना बताये तथा उनके पास रखे बोरे को चेक किया गया तो उनमे अवैध शराब का होना पाया गया। घटना विवरण 34(2) आबकारी एक्ट का संज्ञेय अपराध होने से मौके से उपरोक्त आरोपियों के कब्जे से बरामद कुल अंग्रेजी बियर एवं देशी शराब कुल 54.390 लीटर कीमत 23080/- रुपये एक स्कूटी कीमत 50000/- रुपये मोबाइल फोन कीमत 5000/- रुपये कुल कीमत 78080/- रुपये का पुलिस द्वारा जप्त किया गया 2 आरोपियो को मौके से गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय पेश किया गया। उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध थाना बिजुरी मे अप. क्र. 97/25 धारा  34(2) आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचनाधीन है।

*180 लीटर अवैध शराब जप्त, दो आरोपी गिरफतार*  

सूचना मिली की नेशनल हाईवे 43 रोड कोतमा की शराब दुकान के पीछे बाड़ा में अवैध शराब बिक्री हेतु रखी है, मौके से पुलिस टीम टीम पहुंचकर रेड कार्यवाही की तो मौके पर दो व्यक्ति मिले जिनसे नाम पता पूछने पर अपना अपना नाम रामदयाल प्रसाद पिता फगुनी साव उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम अंबा थाना कुटुंबा जिला औरंगाबाद बिहार वर्तमान पता शराब दुकान सेल्समेन कोतमा व सनत कुमार सिंह पिता स्वर्गीय नंद कुमार सिंह उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम कोल्हे मझौली थाना पाली जिला औरंगाबाद बिहार हाल सेल्समेन शराब दुकान बस स्टैंड कोतमा के होना बताएं, अवैध शराब के संबंध में पूछताछ करने पर बताएं कि आज ठेका का आखिरी दिन होने से बचा हुआ माल बिक्री करने के लिए अतुल के बाडा में रखवाये थे मौके से 20 पेटी प्लेन मदिरा शराब प्रत्येक पेटी में 50-50 पाव प्रत्येक पांव में 180 एम एल प्लेन मदिरा शराब होना, कुल 180 लीटर कुल कीमत 70000/- हजार रुपए आरोपियों से जप्त कर आरोपियों को धारा 34 (2) आबकारी एक्ट के तहत आरोपियों को गिरफ्तार कर आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 121/25 धारा 34(2) आबकारी अधिनियम कायम कर विवेचना में लिया गया /आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

बैगा समाज के हक पर डाका, तहसीलदार और पटवारी की साजिश उजागर

*16 एकड़ शासकीय भूमि पर दबंगों का कब्जा, लेकिन बैगा जनजाति को मकान बनाने से रोका गया*

* जनमन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत आवास पर प्रशासन ने जबरन लगाई रोक*


अनूपपुर

मध्य प्रदेश सरकार बैगा जनजाति को संरक्षित जनजाति का दर्जा देकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY), मुफ्त शिक्षा, विशेष छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य सुविधाएं और सरकारी भूमि पर आवास निर्माण की सुविधा शामिल हैं। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक नहीं पहुंच रहा है। ऐसा ही एक मामला उभर कर सामने आया है जिसमें जनपद पंचायत जैतहरी, के ग्राम पंचायत केलौरी (चचाईं )में सरकार ने 368 बैगा परिवारों के लिए जनमन पीएम आवास स्वीकृत किए, लेकिन स्थानीय तहसीलदार और पटवारी ने मनमानी करते हुए पात्र हितग्राहियों को मकान बनाने से रोक दिया।

*16 एकड़ सरकारी भूमि पर कब्जा, लेकिन बैगा समाज बेघर*

सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, ग्राम पंचायत केल्हौरी (चचाई) में 16 एकड़ भूमि का रकवा खसरा नंबर,1595 मध्य प्रदेश शासन का मौजूद  है इस भूमि पर जिस पात्र हितग्राही के  पास निजी जमीन नहीं है, उन्हें मकान बनाने की अनुमति थी, लेकिन प्रशासन की कथित मिलीभगत से बाहरी दबंगों ने इस 16 एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया और आलीशान मकान  निर्माणधीन है। तहसीलदार और पटवारी ने इन अतिक्रमणकारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, सिर्फ ‘नोटिस’ देकर मामला दबा दिया। वहीं, जब बैगा परिवारों ने अपने आवास बनाना शुरू किया, तो प्रशासन ने तत्काल स्टे ऑर्डर जारी कर दिया। यह स्पष्ट करता है कि प्रशासन की नीति गरीब बैगा परिवारों को उनका अधिकार देने की नहीं, बल्कि दबंगों के पक्ष में काम करने की है।

*तहसीलदार-पटवारी की भूमिका संदिग्ध, भ्रष्टाचार का संकेत?*

जनमन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को मकान बनाने से रोका गया। 16 एकड़ मध्य प्रदेश शासन की भूमि पर दबंगों का अवैध कब्जा, लेकिन कोई कठोर कार्रवाई नहीं। तहसीलदार और पटवारी बैगा परिवारों को सामान्य आबादी से अलग कहीं बसाने की और मुख्य धारा से अलग रखने की योजना बना रहे हैं। क्या प्रशासन दबंगों के साथ सांठगांठ कर चुका है? क्या भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है?

*संविधान और कानून की अनदेखी*

संविधान के अनुच्छेद 46 में अनुसूचित जनजाति के सामाजिक और आर्थिक हितों की रक्षा का प्रावधान है। जनमन प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राहियों को सरकारी भूमि पर मकान बनाने का कानूनी अधिकार है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और 13 के तहत, किसी सरकारी अधिकारी द्वारा किसी योजना को बाधित करना अपराध है, जिसमें 7 साल तक की सजा हो सकती है।

*बैगा समाज का गुस्सा, न्याय की मांग*

पीड़ित बैगा परिवारों ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। तहसीलदार और पटवारी को तत्काल निलंबित करने की अपील की गई है। सरकारी भूमि पर मकान बनाने के अधिकार की पुनः बहाली की मांग की गई है। दबंगों के अवैध कब्जे को हटाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। बैगा समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने न्याय नहीं दिया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

*बैगा समाज के अधिकारों की हत्या?*

"एक तरफ सरकार बैगा समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए योजनाएं बना रही है, तो दूसरी तरफ प्रशासन के भ्रष्ट अधिकारी उन्हीं योजनाओं को पतीला लगाने में लगे हैं।  आखिरकार मध्य प्रदेश शासन की भूमि जिन दबंगों के कब्जे में है में उन पर कार्रवाई पर इतनी नरमी क्योंक्या मुख्यमंत्री इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे? क्या बैगा समाज को उनका संवैधानिक अधिकार मिलेगा? क्या प्रशासन में बैठे भ्रष्ट अधिकारी बेनकाब होंगे? सरकार गरीबों के या फिर भ्रष्टाचारियों के साथ? "अगर बैगा समाज को न्याय नहीं मिला, तो यह सरकार की नीतियों पर सबसे बड़ा प्रश्नचिह्न होगा!"                 

इनका कहना है।

जनमन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र हितग्राहियों के लिए मध्य प्रदेश शासन की 16 एकड़ भूमि छोड़कर अन्य स्थान पर भूमि आरक्षित की गई है 

*अनुपम पांडेय, तहसीलदार, अनूपपुर*

 Summary


*Anupama, our journey companion*

*Second edition - February 2025*



The second edition of Anupama, our journey companion, has been successfully published. This edition will feature interviews on fashion, literature, and various other creative writings, along with much more exciting content for you to enjoy. It features contributions from numerous writers from India and abroad. The publication offers advice on health, beauty, fashion, and yoga. This collection of writings by various authors presents a diverse range of perspectives and writing styles, making it an engaging read. The language is simple and accessible, allowing readers of all ages to easily understand and enjoy it."

"We request everyone to read this issue of Anupama, our journey companion, at least once. This initiative has been started by Sushi Saxena, a budding writer in the literary field, and has been supported by advisors Anupama, Dolly Jha, Prashant Shrivastava, Kanika Sharma and buddhi prakash sen. Their invaluable contributions have helped reach this milestone of success, and they have pledged to make it extremely popular. This magazine provides an opportunity for artists of all kinds, big or small, old or new, to showcase their writing skills and be honored with a certificate of appreciation. It offers a wide range of essential information in the form of literature for people of all classes. Additionally, it features various types of writings, including stories, poems, essays, memoirs, travelogues, career guidance, parenting tips, beauty tips, healthcare, book reviews, and more. This publication has been brought to you by Unique Feel Publications. 

 

*Sushi Saxena Indore, Madhya Pradesh*

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