मोबाइल से पर छात्रा को बार-बार परेशान करने वाला आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर में अध्ययनरत बी.ए. प्रथम की वर्ष की  19 वर्षीय छात्रा को मोबाइल फोन पर बार-बार परेशान करने वाले आरोपी को कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा ने थाना प्रभारी कोतवाली को सूचना दी कि एक अनजान युवक पिछले तीन-चार दिनों से बार-बार फोन कर परेशान कर रहा है। जब छात्रा ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो वह नए मोबाइल नंबरों से कॉल करने लगा। शिकायत मिलने पर थाना प्रभारी कोतवाली श्री अरविंद जैन ने तत्काल साइबर सेल, अनूपपुर की सहायता से फोन कॉल की जांच कराई।

जांच के आधार पर प्रधान आरक्षक महेंद्र सिंह एवं शेख रशीद द्वारा आरोपी दुर्गेश पटेल (पिता – अरुण कुमार पटेल, उम्र – 25 वर्ष, निवासी – ग्राम सांकी, थाना एवं तहसील जैतपुर, जिला शहडोल) को शहडोल से गिरफ्तार कर लिया गया। छात्रा ने बताया कि वह अनूपपुर के समीपस्थ ग्राम की निवासी है और नगर में रहकर अध्ययन कर रही है। कुछ दिनों पूर्व, कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा तुलसी महाविद्यालय में महिलाओं की सुरक्षा संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें छात्राओं को किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर पुलिस से संपर्क करने हेतु मोबाइल नंबर प्रदान किए गए थे। इसी जानकारी के आधार पर छात्रा ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया, जिसके परिणामस्वरूप त्वरित कार्रवाई संभव हो सकी।

अनूपपुर पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान जी ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि* यदि किसी भी छात्रा या महिला को मोबाइल, इंटरनेट या सोशल मीडिया पर परेशान किया जाता है, तो वे घटना को छुपाने के बजाय तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ऐसे अपराधियों के विरुद्ध त्वरित एवं सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।

बाल एवं युवा विशेषांक अनुपमा (सब की सहेली) पत्रिका का प्रकाशन अद्वितीय व आकर्षक

*समीक्षा अनुपमा (सब की सहेली)* 

*पंचम अंक - बाल एवं युवा विशेषांक* 


अनुपमा (सब की सहेली) पत्रिका का पंचम अंक जो बाल एवं युवा विशेषांक था। उसका सफल प्रकाशन किया गया। उसमें बहुत से देश विदेश के रचनाकारों ने अपनी रचनाएं प्रकाशित करवाई। और जैसा की पंचम अंक बाल एवं युवा विशेषांक का उद्देश्य था उसी के अनुरूप अपने सृजन के माध्यम से इस अंक में बाल एवं युवा विशेष के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है, जो आज के समय में बहुत ही प्रासंगिक है। पुस्तक की भाषा सरल और समझने योग्य है, जो इसे पढ़ने में आसान बनाती है। इसमें दिए गए सुझाव और अनुभव बाल एवं युवा विशेष के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। पुस्तक को पढ़ने से बाल एवं युवा विशेष के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को अपने काम में सुधार करने में मदद मिलती है।

बाल एवं युवा विशेषांक पर आधारित अनुपमा (सब की सहेली) पत्रिका एक अद्वितीय और आकर्षक प्रकाशन है। इस पत्रिका में बाल और युवा संबंधी विभिन्न विषयों पर लेख, कहानियां, कविताएं और चित्र प्रकाशित किए गए हैं। इसमें बाल साहित्य, युवा संबंधी मुद्दे, शिक्षा, स्वास्थ्य और मनोरंजन से संबंधित लेख शामिल हैं। पत्रिका में प्रकाशित लेख और कहानियां न केवल मनोरंजक हैं, बल्कि शैक्षिक भी हैं। और उन्हें आकर्षक और समझने योग्य तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इसमें बाल और युवा लेखकों को भी प्रकाशन का अवसर दिया गया है। इसकी विविधता, उत्कृष्ट संपादन और आकर्षक प्रस्तुति इसे एक अनिवार्य पढ़ने का साधन बनाती है।  यह अंक न केवल बच्चों और युवाओं के लिए उपयोगी है, बल्कि आम पाठकों के लिए भी बेहद रुचिकर और जानकारी पूर्ण है। 

इसकी शुरुआत करने वाली साहित्य के क्षेत्र की एक नवोदित लेखिका सुशी सक्सेना है। और इसके सहयोगी सलाहकार अनुपमा, डौली झा, प्रशान्त श्रीवास्तव और कनिका शर्मा जी हैं। जिनका सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाने में इनका अमूल्य सहयोग शामिल है। अनुपमा एक ऐसी पत्रिका है जिसमें नये पुराने छोटे बड़े सभी तरह के कलाकारों को अपनी लेखनी चलाने का अवसर प्रदान किया जाता है और उन्हें सम्मान पत्र से सम्मानित किया जाता है। इसे यूनिक फील पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। 

*अनुपमा (सब की सहेली)*

*संस्थापिका, सुशी सक्सेना इंदौर मध्यप्रदेश*

जंगल के शासकीय भूमि खेल मैदान पर दबंगों द्वारा किया जा रहा अवैध कब्जा, प्रशासन मौन

*कार्यवाही नही हुई तो वार्डवासी करेंगे आंदोलन*


अनूपपुर

वार्ड नंबर 10 जमुना तिराहा स्थित मजार बाबा ग्राउंड में दबंग के द्वारा अवैध कब्जा कर बाउंड्री निर्माण का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है।वर्षों से जंगल की शासकीय भूमि खेल मैदान पर नगर का हर युवा क्रिकेट खेलकर बड़ा हुआ उक्त मैदान पर वर्षों से कई सास्कृतिक धार्मिक एवं राजनैतिक कार्यक्रम भी होतें आ रहें। लेकिन आज अचानक वही शासकीय भूमि खसरा नं 232 प्राइवेट भूमि में तब्दील हो गई। जबकि वर्ष‌ 1980 से पहले राजस्व रिकॉर्ड अनुसार कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का गोइदा खसरा नं 230-231-232 की संपूर्ण भूमि पर जंगल दर्ज है, फिर भी उक्त शासकीय भूमि कैसे प्राइवेट भूमि बन गई इसका नगर वासियों एवं वार्ड वासियों को पता नही है।

वही स्थानीय राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कोतमा एसडीएम अजीत तिर्की एवं तहसीलदार ईश्वर प्रधान जी पूरी तरह मौन धारण किये हुए है। कोई भी उक्त शासकीय भूमि पर खुलेआम हो रहें कब्जे पर बोलने को तैयार नही है। कोतमा नगर की आमजनता को मालूम हो कि कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वार्ड नं 10 जमुना तिराहा मजार ग्राउंड की उक्त शासकीय भूमि खसरा नं 232 पर अवैध कब्जा चल रहा।

बता दे कि उक्त शासकीय भूमि पर भालूमाडा़ निवासी अशोक त्रिपाठी द्वारा कब्जा किया जा रहा पूछने पर अशोक त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ जी द्वारा मुझे यह भूमि खसरा नं 232 बेची गईं है  इसलिए इस भूमि खसरा नं 232 पर निर्माण कर रहा हूँ।

वही वार्ड वासियों का कहना है कि वार्ड नं 10 की अधिकतर भूमि जंगल शासकीय एवं आदिवासियों की है। यहाँ निवासरत लगभग 80℅ लोग जंगल एवं शासकीय भूमि पर मकान दुकान बनाकर अपना जीवन यापन कर रहें साथ ही वर्षों से शासकीय भूमि खसरा नं 232 पर तरह तरह के कार्यक्रम होते चलें आ रहें नगर एवं वार्ड मोहल्ले के बच्चे क्रिकेट फुटबॉल सहित अन्य खेल टूनामेन्ट‌ करतें आ रहें है। आज वही भूमि प्राइवेट‌ व्यक्ति की कैसे हो गई जरूर कही ना कही भूमि खरीद फरोख्त के लिए बड़ा गोलमाल किया गया है जिसमें राजस्व जंगल विभाग मिला हुआ है या फिर विभाग से बड़ी चूक हुई है, जो निश्चित ही जांच का विषय है, वार्ड वासियों का कहना है कि अगर जिम्मेदार विभाग उचित जाचं कर उचित कार्यवाही नही करेगा तो हम वार्ड वासी मजबूर होकर आदोंलन प्रर्दशन करेगें जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

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