राष्ट्रीय लाठी प्रतियोगिता में रोशनी ने हासिल की गोल्ड सिल्वर एवं ब्रॉन्ज पदक


शहडोल

राष्ट्रीय लाठी प्रतियोगिता में शहडोल निवासी रोशनी प्रजापति ने अपनी बेहतरीन कड़ी मेहनत और अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन करते हुए पुडुचेरी में आयेाजित हुई राष्ट्रीय लाठी प्रतियोगिता में गोल्ड सिल्वर एवं ब्रॉन्ज पदक हासिल किया। यह प्रतियोगिता देशभर से आए खिलाड़ियों के बीच आयोजित की गई थी, जिसमें काफी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपने कोच और परिवार को दिया, जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया और उन्हें प्रोत्साहित किया। रोशनी की यह जीत न केवल उनके लिए बल्कि पूरी टीम और उनके शहर के लिए गर्व का विषय है। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें यह सफलता दिलाई। इस जीत से उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ा है, और वह भविष्य में और भी बड़े मंचों पर अपना प्रदर्शन दिखाने के लिए तैयार हैं।

प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार, विकलांग हितग्राही से अवैध वसूली का मामला उजागर

*दूसरी किश्त के लिए रोजगार सहायक मांग रहा है 10 हजार*


अनूपपुर

जमुना कोतमा ग्राम पंचायत सकोला, जनपद पंचायत अनूपपुर (म.प्र.) में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर विकलांग हितग्राही के साथ हुए शोषण का मामला सामने आया है, इस गंभीर प्रकरण में रोजगार सहायक रमेश कुमार विश्वकर्मा पर गरीबों के हक का पैसा छीनने और अपने पद का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

पीड़ित राजबली यादव, जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं और चलने-फिरने में असमर्थ हैं, ने बताया कि उन्हें वर्ष 2021-22 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थी घोषित किया गया था योजना के अंतर्गत उन्हें प्रथम किश्त के रूप में ₹25,000 की राशि प्राप्त हुई थी, लेकिन जब उन्होंने दूसरी किश्त के लिए रोजगार सहायक से संपर्क किया, तो उन्होंने ₹10,000 की मांग की मजबूर होकर, पीड़ित ने यह राशि रोजगार सहायक को दी।

यह मामला बेहद शर्मनाक है, क्योंकि यह न केवल एक विकलांग व्यक्ति के अधिकारों का हनन है, बल्कि सरकारी योजनाओं के उद्देश्य का भी उपहास है गरीबों और वंचित वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं को रोजगार सहायक जैसे भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया है।

रमेश कुमार विश्वकर्मा पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं लेकिन प्रशासन की लापरवाही और कार्रवाई के अभाव में उनके हौसले बुलंद हैं, इस मामले में रोजगार सहायक ने न केवल विकलांग हितग्राही से अवैध वसूली की बल्कि जनपद और पंचायत प्रशासन को भी बदनाम किया है।

इसके अलावा रोजगार सहायक पर ग्राम पंचायत सचिव निरंजन जायसवाल के कार्यों में बाधा डालने का भी आरोप है, सचिव की जानकारी के बिना खेत तालाब निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया, जिसमें मजदूरों को मास्टर रोल नहीं दिया गया और उनकी मजदूरी का पूरा भुगतान भी नहीं हुआ यह स्पष्ट रूप से रोजगार सहायक की मनमानी और भ्रष्टाचार को उजागर करता है। रोजगार सहायक का यह रवैया न केवल उनकी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाही दिखाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि वे गरीब और जरूरतमंदों के अधिकारों को नजरअंदाज कर अपनी जेब भरने में लगे हैं।

*जनता और प्रशासन से अपील*

इस मामले में तत्काल जांच कर रोजगार सहायक रमेश कुमार विश्वकर्मा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए साथ ही पीड़ित राजबली यादव को उनका हक दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई किए बिना सरकारी योजनाओं का सही लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाना संभव नहीं है। यह घटना समाज में जागरूकता और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता लाने की सख्त जरूरत को रेखांकित करती है अगर इस पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह भ्रष्टाचार का और बड़ा रूप ले सकता है।

अस्पताल में शराब के नशे में अस्पताल में तोड़-फोड़ मामले की जांच करने पहुंची टीम

*डॉक्टर ने कर्मचारियों से की थी अभद्रता*


शहडोल 

जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में पदस्थ डाक्टर अभिषेक मिश्रा द्वारा बीते दिनों शराब के नशे में अस्पताल में की गयी तोड़फोड़ एवं सहकर्मियों के साथ अभद्रता की जांच करने बुधवार को शहडोल से दो सदस्यीय टीम डीएचओ डाक्टर आरके शुक्ला के नेतृत्त्व में धनपुरी अस्पताल पहुंची । टीम द्वारा वायरल सीसीटीवी फुटेज एवं थाने में की गयी शिकायत के आधार पर कर्मचारियों के बयान लिए जा रहें हैं । जिसके बाद जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को सौंपी जाएगी।

विदित हो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डाक्टर अभिषेक मिश्रा के द्वारा बीते शराब के नशे में धुत्त होकर अस्पताल के अंदर रॉड लेकर जमकर तोड़ फोड़ की गयी थी । इतना ही नहीं वहाँ ड्यूटी में मौजूद कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की गयी थी । इसका वीडियो शोसल मीडिया में वायरल भी हुआ था । घटना के बाद अस्पताल प्रभारी डाक्टर सचिन कार्खुर ने इसकी सूचना सीएमएचओ डाक्टर राजेश मिश्रा को भी दी थी । वहीँ अस्पताल के एक कर्मचारी द्वारा इसकी शिकायत धनपुरी थाना में दी गयी थी । अब उस मामले में जांच के लिए टीम शहडोल से धनपुरी अस्पताल भेजी गयी है।

सीसी टीवी फुटेज में स्पष्ट तौर पर शराबी डाक्टर के द्वारा अस्पताल में तोड़ फोड़ किया जाना दिखाई पद रहा है । डाक्टर अभिषेक मिश्रा द्वारा शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया लेकिन घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी आज दिनाँक तक उक्त डाक्टर के खिलाफ एफ़आईआर तक दर्ज नहीं कराई गयी । न ही सीएमएचओ द्वारा किसी प्रकार की कोई विभागीय कार्यवाही ही की गयी है । अब तक केवल जांच के बाद कार्यवाही किए जाने की बातें कही जा रही हैं । अब देखना होगा कि सारे प्रमाण सार्वजनिक होने के मावजूद जांच टीम अपनी रिपोर्ट कब तक सीएमएचओ को सौंपती है और आगे क्या कार्यवाही विभाग के मुखिया द्वारा की जाती है ।

जब जांच टीम धनपुरी अस्पताल आई तो एक बार फिर यह चर्चा शुरू हो गयी कि कहीं पूर्व की भाँति इस बार भी जांच टीम केवल खाना पूर्ति करके वापस न लौट जाए । क्योंकी पूर्व में डी एच ओ डाक्टर शुक्ला ही यहाँ जांच करने आए थे । लेकिन उक्त जांच में क्या कार्यवाही की गयी यह आज भी राज बना हुआ है । बहरहाल इस बार जांच टीम क्या रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारी को देती है ,इसका पता आने वाले दिनों में चलेगा।

इनका कहना हैं।

जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्यवाही की जाएगी।

*राजेश मिश्रा सीएमएचओ शहड़ोल*

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