सट्टा पट्टी काटते तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले के रामनगर थाना अंतर्गत एक व्यक्ति बाजार दफ़ाई राजनगर में लोगो से रुपए पैसे का दाँव लगाकर अंकों की सट्टा पर्ची लिख रहा था,  सूचना पर आरोपी हीरामणि केवट पिता बुद्धसेन केवट उम्र क़रीब 35 वर्ष निवासी बाजार दफ़ाई राजनगर थाना रामनगर से सट्टा पर्ची, डॉट पेन, नगदी 510 रुपए जप्त किये। वहीं दूसरे मामले में अभियुक्त रामनारायण उर्फ पप्पू केवट पिता जवाहर लाल केवट उम्र 32 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 5 पिपराहा थाना रामनगर के ग्राम पिपरहा में लोगों से पैसे लेकर सट्टा पट्टी काटकर अंकों पर दांव लगाने की सूचना पर आरोपी से सट्टा पर्ची, डॉट पेन, नगदी 415/- रू जप्त किए। तीसरे मामले में थाना भालूमाड़ा की टीम द्वारा अब्दुल कलाम स्टेडियम मे एक व्यक्ति को सट्टा पर्ची काटते पकडा गया जिसके कब्जे से एक अदद सट्टा पर्ची एक डाट पेन एवं नगदी 240 रुपये के विरुद्ध के अप.क्र 26/2025 धारा 4क सट्टा एक्ट का कायम किया गया है। सट्टा पर्ची एक डाट पेन एवं नगदी 240 रुपये, आरोपी सूरज श्रीवास पिता खेदनलाल श्रीवास उम्र 20 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 02 जमुना कालरी थाना भालूमाडा से जप्त किया गया है। तीनो मामले में पुलिस ने सट्टा एक्ट के तहत कार्यवाही की है।

लावारिस समझ पुलिस ने दफनाया, वह पड़ोस थाने से हुआ था लापता, पुलिस की लापरवाही आई सामने

*दो थानों की आपसी तालमेल की कमी उजागर*


शहडोल 

जिले के बुढार थाना क्षेत्र के ग्राम गोपालपुर में 13 जनवरी को सड़क किनारे एक अज्ञात युवक का शव मिला। पहचान न हो पाने पर अगले दिन 14 जनवरी को पुलिस ने उसे लावारिस समझकर दफन कर दिया। बाद में पता चला कि वह युवक धनपुरी थाना क्षेत्र के बिलियस नंबर 1 निवासी भोला बर्मन था, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत उसकी मां ने तीन दिन पहले, 11 जनवरी को, धनपुरी थाने में दर्ज कराई थी। लेकिन दोनों थानों की आपसी तालमेल की कमी के चलते शव को लावारिस घोषित कर दिया गया।

बुढार थाना पुलिस ने तर्क दिया कि उन्होंने जिले के सभी थानों से संपर्क कर शव की पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे बुढार मुक्तिधाम में दफना दिया गया। दूसरी ओर, धनपुरी थाना पुलिस ने मृतक की गुमशुदगी की सूचना 11 जनवरी को ही दर्ज कर ली थी, लेकिन उस सूचना को ठीक से अन्य थानों तक नहीं पहुंचाया गया।

मामला दो थानों की आपसी तालमेल की कमी को उजागर करता है। बुढार और धनपुरी थाना एक ही पुलिस अनुभाग के तहत आते हैं और महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। इसके बावजूद बुढार थाना पुलिस को मृतक की गुमशुदगी की जानकारी नहीं मिली, और शव को लावारिस घोषित कर दिया गया।

जब इस घटना की जानकारी पांच दिन बाद मृतक के परिजनों तक पहुंची, तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत शव को कब्र से बाहर निकाला गया और परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया।

इस घटना ने बुढार और धनपुरी थानों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि धनपुरी पुलिस ने गुमशुदगी की सूचना समय पर अनुभाग और अन्य थानों को प्रेषित की थी, तो बुढार पुलिस ने लापरवाही कैसे कर दी? वहीं, बुढार थाना पुलिस का दावा है कि उन्होंने जिले के सभी थानों से संपर्क किया था, फिर भी सूचना का आदान-प्रदान क्यों नहीं हो सका। इस संबंध में धनपुरी थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने कहा कि गुमशुदगी की सूचना समय पर सभी संबंधित थानों और प्रशासन को भेज दी गई थी।

नगमला के जंगल पहुंचे दो हाथी, मादा बाघ ने जमाया डेरा, वन अमला लगा निगरानी में

*दोनो वन्य प्राणी से ग्रामीण दहशत में*


अनूपपुर

अनूपपुर जिले में ठंड के समय निरंतर वन्यप्राणियों के विचरण से जिले की जैतहरी,अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है, वही दोनों हाथी रात वन परिक्षेत्र अहिरगवां के लमसरई बीट के जंगल घाटा-बैरागी के जंगल में दिन भर विश्राम करते हुए रात भर चल कर खमरौध तक जाकर जोहिला पुल पारकर वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम की सीमा के नगमला गांव के जंगल में पहुंचकर विचरण कर रहे हैं, वहीं रेडियो कॉलर वाली मादा बाघ विगत तीन दिनों से अमरकंटक क्षेत्र में डेरा जमाये होने के कारण दोनों वन्यप्राणियों पर वन विभाग का अमला निरंतर निगरानी करते हुए विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने की अपील की है।

दोनों प्रवासी नर हाथी वन परिक्षेत्र अहिरगवां के लमसरई बीट अंतर्गत घाटा-बैरागी के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर रात घाटा-बैरागी सरई,पयारी,गोराटोला,रामटोला होते हुए जोहिला नदी को पार कर खमरौध के कातुरदोना में पहुंचकर चार ग्रामीणो लाला नायक,प्रेमा नायक,लखन यादव,सोहन सिंह के घरों में तोड़फोड़ कर खेतों में लगी फसलों को आहार बनाते हुए मध्य रात शहडोल से पड़रिया को गई राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच जोहिला नदी के पुल के पास से विचरण किया इस दौरान हाथियों के मुख्य मार्ग पर आकर पार करने की संभावना को देखते हुए हाथी गश्ती दल एवं सरई पुलिसचौकी की पुलिस के द्वारा कुछ देर के लिए आवागमन बंद रखा गया जिससे हाथी मुख्य मार्ग को पार कर आगे की ओर गए सुबह दोनों हाथी वॉशिंगडोंगरी,कातुनदोना से भांवर गांव होते हुए फिर से जोहिला नदी पार कर वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के नगमला गांव से लगे जंगल में पहुंचकर दिनभर जंगल में विश्राम कर रहे हैं जो देर रात होने पर किस ओर विचरण करेंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा, दोनों हाथियों ने 15 से 20 किलोमीटर तक का रास्ता तय किया है।

वही कॉलर आईडी वाली मादा बाघ विगत तीन दिनों से अमरकंटक क्षेत्र में एक गाय का शिकार करने के बाद उसे आहार बनाने हेतु निरंतर डेरा जमाए हुए हैं दोनों वन्यप्राणियों के अनूपपुर जिला के पुष्पराजगढ़ तहसील क्षेत्र में विचरण करने पर वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी स्थानी जनों के सहयोग से निरंतर निगरानी बनाए रखते हुए दोनों वन्यप्राणियों के विचरण क्षेत्र से लगे ग्रामों के ग्रामीणों को सजक एवं सतर्क रहने,किसी भी तरह की जानकारी मिलने पर दिए जाने की अपील कर रहे हैं।

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