तत्कालीन एसडीएम, नायब तहसीलदार, संयुक्त संचालक सहित 5 अन्य पर मामला दर्ज करने के दिए निर्देश

*नगर परिषद में कर्मचारियों का संविलियन घोटाला जांच में 8 मिले दोषी*


अनूपपुर

जिले की नवगठित नगर परिषद में पंचायत कॉलीन कर्मियों का नियम विरूद्ध संविलियन करने वाले दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कराए जाने के निर्देश आयुक्त नगरीय प्रशासन भारत यादव ने संयुक्त संचालक शहडोल को दिए हैं। जारी पत्र में कहा हैं कि 8 संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करवाकर जल्द से जल्द सूचित करें। ज्ञात हो कि शासन ने ग्राम पंचायत डोला, डूमरकछार व बनगवां को नगर परिषद बनायें जाने की घोषणा के बाद तत्कालीन अधिकारियों व नेताओं ने अपने सगे-संबधियों को ग्राम पंचायत का कर्मचारी बताते हुए थोक में नगर परिषद में संविलियन कर लिया था।

डोला, डूमरकछार व बनगंवा में पंचायतकालीन कर्मियों के नियम विरूद्ध संविलियन किए जाने के बाद विभिन्न स्तर पर प्राप्त शिकायतों की जांच किए के बाद संचालनालय के आदेश पर समिति का गठन किया कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के बाद जिसमें नवगठित नगर परिषद डोला में 9 कर्मचारियों के साथ-साथ 50 कर्मचारियों का संविलियन नियमित पदों पर कर दिया गया था। पंचायतकालीन कर्मियों का नगर परिषद्, डोला में संविलियन किए परिणामस्वरूप निकाय को माह नवंबर, 2021 तक लगभग ₹ 76,00,000.00 की आर्थिक क्षति कूटरचना के माध्यम से नगर परिषद्, डोला में मानदेय कर्मियों का नियमित पदों पर संविलियन निकाय को आर्थिक क्षति हुई। नवगठित नगर परिषद डूमरकछार में 12 कर्मचारी कायर्रत थे जहां बिना किसी कार्य के 53 कर्मचारियों का मानदेय अवैधानिक एवं अनियमित नियुक्त का निकाला गया। नगर परिषद् डूमरकछार में पंचायतकालीन कर्मियों का संविलियन किए जाने के परिणामस्वरूप निकाय को माह नवंबर, 2021 तक लगभग र 81,00,000.00 की आर्थिक क्षति हुई है। कूटरचना के माध्यम से नगर परिषद्, डुमरकछार में मानदेय कर्मियों का नियमित पदों पर संविलियन कराने एवं निकाय को आर्थिक क्षति हुई। इसी प्रकार से नवगठित नगर परिषद बनगवां में 11 कर्मचारियों के साथ 64 कर्मचारियों का नियमित पदों पर संविलियन कर दिया गया। इससे नगर परिषद्, बनगंवा में पंचायतकालीन कर्मियों का संविलियन के परिणामस्वरूप निकाय को माह नवंबर, 2021 तक लगभग 98,00,000.00 की आर्थिक क्षति हुई है।

तीनो नगरिय निकायों में तत्कालीन अधिकारी/ कर्मचारी/ पदाधिकारी जांच में दोषी पाये गये। जिसमें तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर एवं एसडीएम विजय कुमार डेहरिया अनूपपुर, तत्कालीन नायब तहसीलदार वृत्त बदरा दीपक तिवारी, मकबूल खान तत्कालीन संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल, संदीप सिंह उरेती तत्कालीन उपयंत्री नगर परिषद कोतमा, रामसेवक हलवाई तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी डोला, विकास चंद्र मिश्रा तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका कोतमा, शांति देवी तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत डोला, राजकिशोर शर्मा तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत डोला, गीता तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत डूमरकछार, रजनीश प्रसाद शुक्ला तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत डूमरछार, रानी पनिका तत्कालीन सरपंच ग्राम पचांयत बनगवां व राजेश कुमार तत्कालीन सचिव ग्राम वनगंवा शामिल है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक एकता यूनियन ने बजट कटौती पर पुतला फूंका


अनूपपुर

केंद्र सरकार द्वारा आईसीडीएस के बजट में लगातार कटौती की जा रही है इस वर्ष भी आईसीडीएस के बजट में 300 करोड रुपए की कटौती की गई है इसके विरोध में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी विरोध प्रदर्शन के क्रम में अनूपपुर जिले में भी बजट का पुतला जलाकर अमरकंटक तिराहे पर विरोध प्रदर्शन किया गया इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मांग करते हैं कि सरकार ने पिछले बजट में जो कटौती की है इस बजट में पिछली कटौतियों को भी वापस कर बजट को बढ़ाया जाए और आईसीडीएस योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों को गति देने के लिए बजट का सही  उपयोग किया जाए इस विरोध प्रदर्शन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन सीटू प्रदेश की प्रदेश महासचिव किशोरी वर्मा यूनियन की जिला महासचिव संध्या शुक्ला जिला अध्यक्ष अफसाना बेगम जिला कार्यवाहक अध्यक्ष रामू यादव आशा उषा एकता यूनियन सीटू की जिला कार्यवाहक अध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा ,उत्तर साहू, संगीता शुक्ला ,सीमा संत ,सीमा गोयल, मंजू भारती, नीता सिंह परिहार, आशा राठौर, मधु यादव, उषा केवट, एवं अन्य कार्यकर्ता सहायिका उपस्थिति रही। अगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की मांग नही मानी गयी तो 26 फरवरी से अनिश्चित कालीन धरना, प्रदर्शन व हड़ताल किया जाएगा जिसकी समस्त जबाबदारी सरकार की होगी।

गांजा के मामले में कार का फर्जी किराया नामा, कार मालिक सहित तीन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज


अनूपपुर

कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत किरर घाट से 19 नवम्बर 2022 को गांजा का परिवहन करते हुए कार को जब्त कर 25 किलो 600 ग्राम गांजा जप्त करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ धारा 8/10 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को जेल भेजते हुए मामले को विवेचना में लिया गया था तथा कार मालिक भूपेन्द्र पटेल ने किराया नामा दिखाकर बच निकला था। विवेचना के दौरान उक्त किराया नामा फर्जी निकलने पर कार मालिक भूपेन्द्र पटेल एवं प्रदीप पटेल तथा किराये नामे में बने गवाह उपेन्द्र पटेल एवं दीनदयाल पटेल के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज पेश करने पर एनडीपीएस एक्ट के साथ अलग से प्रकरण बनाते हुए धारा 420, 465, 467, 468, 471, 193, 203 एवं 120 बी के तहत मामला दर्ज करते हुए कार मालिक भूपेन्द्र पटेल पिता राजबली पटेल निवासी सिगुड़ी थाना मानपुर जिला उमारिया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, वहीं तीन आरोपी जिनमें प्रदीप पटेल पिता राजबली पटेल तथा किराये नामा के गवाह उपेन्द्र पटेल पिता दल प्रताप एवं दीनदयाल पिता रसीद पटेल की तलाश जारी है। 

कोतवाली पुलिस ने किरर घाट के पास गांजा का परिवहन करते हुए कार को पकड़ते हुए उनके कब्जे से 25 किलो 600 ग्राम गांजा जब्त कर आरोपी राजकुमार गुप्ता पिता ईश्वरीय प्रसाद, मोनू कुशवाहा पिता कमल निवासी दोनो निवासी ग्राम पहलवाह थाना गोहपारू जिला शहडोल तथा शिवम पिता दिनेश पटेल निवासी उमरिया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा दिया गया था। प्रकरण में कार मालिक भूपेन्द्र पटेल पिता राजबली निवासी सिगुड़ी थाना मानपुर द्वारा कार का किराया नामा पेश किया गया। किराये नामे की जांच के दौरान पाया गया कि उक्त किराये नामे के साथ छेड़छाड़ की गई है। किराया नामा 21 नवम्बर 2022 को बनी थी, जिसे काटते हुए 21 अक्टूबर 2022 कर दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने वाहन मालिक भूपेन्द्र पटेल सहित प्रदीप पटेल पिता राजबली सहित तथा किराया नामा के गवाह उपेन्द्र पटेल पिता दल प्रताप एवं दीनदयाल पिता रसीद पटेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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