अवैध रेत उत्खनन व परिवहन करते पुलिस ट्रैक्टर पकड़कर मामला किया दर्ज


अनूपपुर/कोतमा

अनूपपुर जिले के कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत निगवानी के समीप पंचखुरा घाट से रेत का अवैध परिवहन करते पुलिस ने ट्रैक्टर ट्राली को जप्त किया है । थाना प्रभारी सुंद्रेश सिंह को जानकारी मिली कि सारंगढ़ के केवई नदी में पचखुरा घाट से आईसर ट्रेक्टर में अवैध रूप से रेट लौटकर परिवहन किया जा रहा है। थाना प्रभारी के निर्देशन में प्रधान आरक्षक अजय शर्मा, आरक्षक शुभम तिवारी, कृपाल सिंह एवं दिनेश किराडे द्वारा घटनास्थल पर जाकर ट्रैक्टर बिना नंबर आईसर सोल्ड में रेट लोड पाया गया। वाहन चालक के द्वारा मौके पर किसी प्रकार का कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखाया गया जिस पर पुलिस ने वाहन को जप्त करते हुए चालक रितु प्रकाश दुबे के विरुद्ध आईपीसी की धारा 379,414 एवं खनिज अधिनियम की धारा 4,21 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया विदित है कि निगवानी एवं उसके आसपास के घाट में आए दिन रेत चोरी होती है। अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर को जप्त कर थाना लाया गया जिसके बाद ट्रैक्टर मालिक एवं कुछ रसूखदारों के द्वारा वाहन को छुड़ाने के लिए थाने के चक्कर लगाते हुए दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन थाना प्रभारी के आगे एक न चली और रेत उत्खनन एवं चोरी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

कबाड़ियों का आतंक, वर्षो से खड़े ट्रक को कबाड़ियों ने कटिंग करके किया किया पार

*पुलिस बनी मूकदर्शक, कब होगी इन अवैध कबाड़ियों पर कार्यवाही*


अनूपपुर

रामनगर थाना क्षेत्र में जब से नए थाना प्रभारी का आगमन हुआ है मानो अवैध कार्य करने वाले लोगों को जादू की छड़ी सी मिल गई है थाना क्षेत्र अंतर्गत लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से यह अंदाज लगाया जा सकता है कि साहब आपने कार्य के प्रति कितने जिम्मेदार है पहले तो चोर रात में बंद घर को निशाना बनाया करते थे, अब वे पुलिस को चुनौती देते हुए दिन-दहाड़े चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। नाम ना बताने पर एक पीड़ित व्यक्ति द्वारा बताया गया कि हमारे क्षेत्र में कई घरों में चोरी की वारदात हो चुकी है जिसकी शिकायत हमारे द्वारा थाने में करने पर सिर्फ आवेदन लेकर हमें वापस लौटा दिया गया है आखिरकार पुलिस चोरी के प्रकरण में उत्सुकता क्यों नहीं दिखती है।

*कबाड़ियों का बोल बाला*

रामनगर थाना क्षेत्र के बस्तियों में कबाड़ी कबाड़ लेकर घूमते फिरते नजर आते हैं जिसको लेकर कई बार नागरिकों ने विरोध भी किया है लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे हुए बैठी है आखिरकार इन कबाड़ियों को किन का संरक्षण प्राप्त है जिनके द्वारा सुबह से शाम तक क्षेत्र में कबाड़ उठाया जाता है यह कहना गलत नहीं है कि कहीं ना कहीं इन्हीं चोरों के द्वारा ही रात में घरों को भी निशाना बनाया जाता होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के पप्पू कबाड़ी के लोगों द्वारा सुबह से लेकर शाम तक रामनगर थाना क्षेत्र में धमा चौकड़ी मचाई जा रही है। थाना क्षेत्र में चोरों ने लगभग दर्जन भर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। चोरों ने एक के बाद एक चोरी की घटना को अंजाम देकर सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। कई घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। लेकिन अब तक पुलिस इन चोरी की घटनाओं में शामिल लोगों का पता लगाने में असफल रही है।

* कबाड़ियों ने वर्षो से कबाड़ पड़े ट्रक को किया पार*

चोरों द्वारा घटाना को अंजाम देने से पहले पूरी जानकारी जुटाई जाती है फिर आसानी से चोरी की घटना को अंजाम देकर चलते बनते हैं लगातार हो रही चोरी की वारदात से आम लोगों में भय का माहौल है। आखिर कर कैसे होती है चोरों को पुलिस के मूमेंट की ख़बर कही चोर की दाढ़ी में तो नहीं है तिनका राजनगर स्टेडियम के समीप कई वर्षों से खड़े ट्रक को कबाड़ चोरों द्वारा कटिंग कर पार किया गया जिसकी जानकारी पुलिस को होने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। चारों तरफ चेक पोस्ट होने के बावजूद भी पुलिस को मिल रही सिर्फ निराश चोरों को पकड़ना पुलिस के लिए बनी चुनौती।

*इनका कहना है*

किसी भी तरह के अपराध हो जिनकारी मिलते ही कार्यवाही की जाएगी।

*डी सी सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल*

1172 क्विंटल धान गायब, शासन को लग गया 25 लाख का चूना, जिम्मेदार मौन

*अधिकारियों के संरक्षण में हुआ गोलमाल, मामले को दबाने का किया प्रयास*


अनूपपुर

धान उपार्जन वर्ष 2023-24 में जिले में बनाये गये कई समितियों एवं समूहों द्वारा जमकर फर्जीवाड़ा करते हुए अनैतिक तरीके से अवैध लाभ कमाया गया है। वहीं धान खरीदी में हुए अनियमितता रूकने का नाम नही ले रही है। मामला निधि स्व-सहायता समूह सिवनी का है। जहां समूह के संचालक द्वारा ग्राम मानिकपुर मैदान में किए गए धान की फर्जी खरीदी कर शासन को 25 लाख 60 हजार रूपये का चूना लगा दिया गया। इस फर्जीवाड़े की जानकारी खरीदी समाप्त होने के 15 दिन बीत जाने के बाद नॉन, खाद्य सहित सहकारिता विभाग को जानकारी होने के बाद भी शासन के 1172.60 क्विंटल लगभग 2040 बोरी धान की सुध लेने तक जहमत तक नही उठाई गई और समूह को भ्रष्टाचार का अवसर दिया गया। 

*क्या है मामला*

तहसील जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत मनौरा के ग्राम मानिकपुर के मैदान में धान खरीदी निधि स्व-सहायता समूह सिवनी को दिया गया था। जहां समूह में 499 किसानो ने 27168.34 क्विंटल धान दर्ज की गई। जहां 3 फरवरी तक कुल 25996.34 क्विंटल धान का (भंडारण) परिदान किया गया है। लेकिन अब तक 1172.20 क्विंटल लगभग 2 हजार 40 बोरी धान शेष बची हुई है। 2 फरवरी को जब निधि स्व-सहायता समूह सिवनी खरीदी केन्द्र ग्राम मानिकपुर मैदान में पहुंचकर देखा गया तो मैदान में अंदर धान का एक दाना नही मिला। अब सवाल उठता है कि जब 15 दिनों से ऑनलाईन पार्टल पर 1172.20 क्विंटल धान दिखने के बाद उपार्जन समिति की निगरानी टीम आंख बंद कर बैठी थी। 

*समूह ने कमाया अनैतिक लाभ*

धान खरीदी में निगरानी रखने जिला स्तर पर बनाई गई उपार्जन समिति पर एक बड़ी कहावत को चरितार्थ करता है, जिन्हे दूध की सुरक्षा और रखवाली करने के लिये बिल्ली पर भरोसा किया गया था। उपार्जन समिति पर धान खरीदी में की गई अनियमितताओं की जानकारी होने के बाद भी उनके खिलाफ कार्यवाही ना कर उन्हे खुली छूट देना भारी पड़ गया। जिसमें नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक मधुर खर्द, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी बी.एस. परिहार ने निधि स्व-सहायता समूह द्वारा दिखाये गए फर्जी खरीदी तथा उनके स्टॉक में गोलमाल होने की जानकारी के बाद मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया गया। जिसके कारण उक्त समूह ने उपार्जन नीति का खुला उल्लंघन करते हुए अनुचित तरीके से अनैतिक लाभ कमाया। 

*1172 क्विंटल धान गायब*

जिले में लगातार धान खरीदी के मामले में हर दिन बड़े-बड़े भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे है। पूरे प्रदेश में अनूपपुर धान उपार्जन में किए गए अनियमितताओं पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन नॉन, खाद्य सहित सहकारिता विभाग के अधिकारियों द्वारा निधि स्व-सहायता समूह द्वारा किए गए फर्जी खरीदी में अपना योगदान देते हुए 1172.20 क्विंटल धान शॉर्टेज का बीड़ा उठा लिया है। जहां समूह को शॉर्टेज की भरपाई करने के लिए तारीख पर तारीख दिया गया, लेकिन उक्त अधिकारियों को भी नही पता था कि उनकी दी गई तरीख 3 फरवरी को खत्म हो जाएगी। पूरे मामले में कागजी घोड़े दौड़ाने का खेल पर पर्दा डाल दिया गया।

*मामला दबाने का प्रयास*

एक तरफ जहां खाद्य, नॉन एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों द्वारा निधि स्व-सहायता समूह सिवनी द्वारा किए गए भ्रष्ट्राचार को दबाने का पूरा प्रयास करते हुए 1172.20 क्विंटल धान के शॉर्टेज का समायोजन कराने पूरा समय दिया गया। लेकिन उक्त समूह द्वारा शॉर्टेज के समायोजन वा परिदान करने के लिए कागजी घोड़े दौड़ाने का प्रयास किया गया, जिसमें समूह द्वारा मिलरों का चक्कर काट कर उनसे डीओ की मांग की जाती रही। इस बीच इस पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया और नॉन और खाद्य विभाग के अधिकारियों के चेहरे की चमक फीकी पड़ गई। 

*किसानो का भुगतानअधर में*

धान उपार्जन में निधि स्व-सहायता समूह द्वारा किए भ्रष्टाचार का असर असल किसानो पर पड़ रहा है। जिससे किसानो को उनकी उपज का उचित कीमत प्रदान करने की योजना का पलीता लगाने का काम नॉन वा खाद्य के अधिकारियों द्वारा सांठगांठ कर किया गया है। पूरे मामले में उक्त समूह द्वारा असल किसानो द्वारा बेची गई धान को फर्जी किसानो के नाम पर परिदान कर शासन के खजाने से 25 लाख 60 हजार की निकासी कर बंदरबांट कर लिया गया है। जिसके कारण इस खमियाजा असली धान विक्रेता किसानो को भुगतना पड़ेगा जिसके नाम से धान अब तक जमा नही की गई है। 

*इनका कहना है*

मामला संज्ञान में आया है, इसकी तत्काल जांच कराकर दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। 

आशीष वशिष्ठ, कलेक्टर अनूपपुर

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