शिक्षक से मारपीट करने वाले नवोदय के प्राचार्य हटाए गए, भोपाल अटैच


अनूपपुर

पवित्र नगरी अमरकंटक जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य एच के मीणा को हुई तत्कालीन घटना के संबंध में उन्हें हटा कर क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल संलग्न किया गया है। 23 दिसंबर 2023 की हुई घटना के कारण पूर्व प्राचार्य एच के मीणा को जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक से हटाकर नवोदय विद्यालय क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल अटैच किया गया है विद्यालय में चर्चा से प्राप्त जानकारी अनुसार 23 दिसंबर की हुए घटना के बाद जांच समिति विद्यालय देर रात पहुंची और प्राथमिक जांच के पश्चात प्राचार्य एच के मीणा को तत्काल कार्य मुक्त कर दिया गया। नवोदय विद्यालय में जो प्राचार्य का भय लंबे समय से बना हुआ था शायद अब उसमे कमी की उम्मीद है । शिक्षक व बच्चे अब भय मुक्त होकर अपना रूटीन कार्य में व्यस्त रहेंगे।

*यह था मामला*

अमरकंटक में संचालित नवोदय विद्यालय में रात लगभग 8.40 में जब बच्चे और शिक्षक स्टाफ भोजन खाने के बाद दूध पी रहे थे , उसी समय विद्यालय प्राचार्य एच के मीना चिल्लाते हुए मेस में प्रवेश किए और फिर चिल्लाए और पास खड़े टीजीटी हिंदी टीचर अतुल सिंह को एक थप्पड़ जड़ दिए । विनम्रता पूर्वक बोलने के बावजूद भी बच्चो और शिक्षक स्टाफ के सामने जोरदार थप्पड़ का प्रहार कर दिया, जिससे कान से खून निकलने गया । कान का पर्दा  फट गया । कान में ज्यादा दर्द होने के कारण अस्पताल जाकर इंजेक्शन लगवाया और दवा लिया, उसके बाद ठीक से सुनाई भी नही दे रहा है। वही पर खड़े एक और विद्यालय के इलेक्ट्रीशियन अनुप कुमार को भी बिना वजह के प्राचार्य ने एक थप्पड़ जड़ दिया । उन्होंने बताया की मैं भोजन कर रहा था पहले हिंदी शिक्षक को बाद में मुझे बेवजह थप्पड़ मारा और बुरा भला कहा । उस वक्त वहां काफी सारे स्कूली बच्चे और शिक्षक स्टाफ पास ही खड़े थे जो घटना के चास्मदीद गवाह है । घटना के बाद मेस से बाहर गये और 100 डायल कर घटना की जानकारी दी । 100 डायल की टीम आई और सुबह थाना आने को कहा।

विधायक दिलीप जयसवाल बने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, लोगो ने दी शुभकामनाएं

*पूरे जिले में जश्न का माहौल, मिठाई बांटकर, पटाखा फोड़कर मनाई गई खुशियां राजनीतिक पार्षद से मंत्री तक का सफर*


अनूपपुर

प्रदेश सरकार में जिले को लगातार प्रतिनिधित्व मिला हैं। अनूपपुर जिले के कोतमा से विधायक दिलीप जयसवाल को भोपाल राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की शपथ दिलाई। जयसवाल 2008 में पहली बार चुनाव जीत कर विधायक बने थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति में आए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी भी माने जाते रहें हैं। इस बार कांग्रेस उम्मीदवार सुनील सराफ को करीब 20 हजार मतों से हराकर विधायक बने हैं। राजनीतिक सफर बिजुरी नपा के वार्ड पार्षद से शुरू हुआ हैं। बिजुरी नगर भाजपा अध्यक्ष एवं संयुक्त मध्यप्रदेश में शहडोल जिले के जिला महामंत्री के बाद अनूपपुर जिले के जिलाध्यक्ष की कमान सम्हाल चुके हैं। शहडोल संभाग की एकमात्र कोतमा विधानसभा सामान्य सीट से भाजपा में टिकट के लिए कई दावेदार थे। 2018 में कांग्रेस के सुनील सराफ से 11429 वोटों से हार गए थे। उन्हें 36,820 वोट मिले थे जो 33 प्रतिशत था।

दिलीप जयसवाल ने 2008 में भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े और कांग्रेस के मनोज कुमार अग्रवाल पर 1849 वोट से जीत दर्ज कर विधायक बने थे। 2013 के चुनाव में पार्टी ने दिलीप जयसवाल की जगह राजेश सोनी को प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में भाजपा ने यह सीट गंवा दी। 2018 में एक बार फिर टिकट दिया गया, लेकिन इन्हें करारी हार मिली। 2023 में पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जाता है और कांग्रेस से उम्मीदवार सुनील सर्राफ के खिलाफ उन्हें टिकट दिया। यहां दिलीप जयसवाल ने 20 हजार से अधिक वोट से सुनील सर्राफ को मात दी। दिलीप 2006 से 2010 तक भाजपा जिलाध्यक्ष रहे हैं। 2008 से 2013 तक कोतमा विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं। इसके बाद उनका टिकट काट दिया था। संभाग शहड़ोल से मंत्रिमंडल में इनको जगह मिली हैं। जबकि संभाग में पूर्व मंत्री बिसाहू लाल सिंह, पूर्व मंत्री मीना सिंह, जय सिंह मरावी मंत्री बनने की।दौड़ में सबसे आगे थे मगर दिलीप ने सबको पछाड़कर अपनी जगह मंत्रिमंडल में बनाकर एक नया अध्याय जोड़ दिया हैं।

अवैध धान बेचने पर समिति प्रबंधक, केन्द्र प्रभारी सहित तीन के खिलाफ मामला दर्ज

*शासन के साथ किया जा रहा था धोखा, 63 बोरी अवैध धान हुआ था जप्त*


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के धान उपार्जन केन्द्र नरेगा कैम्प निगवानी में जिला पंचायत सीईओं, अपर कलेक्टर एवं एसडीएम कोतमा के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान उपार्जन कार्य में अनियमितता किए जाने के साथ ही अवैध लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से पिकअप वाहन के माध्यम से लाए गए 63 बोरी धान को समर्थन मूल्य पर बिना किसान के उपस्थिति पर बिना स्लॉट बुक किए हुए रखवाये जाने सहित अन्य अनियमितताओं के मामले व उपार्जन नीति के उल्लंघन करने के साथ ही शासन से धोखाधड़ी करने पर कलेक्टर के निर्देशन पर 24 दिसम्बर को कोतमा पुलिस ने समिति प्रबंधक निगवानी नागेन्द्र जायसवाल, उपार्जन केन्द्र प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा सहित पिकअप वाहन चालक राजा जायसवाल के खिलाफ धारा 420, 120 बी के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

*यह था मामला*

धाना उपार्जन केन्द्र नरेगा कैंप निगवानी में जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा, अपर कलेक्टर सी.पी. पटेल 6 दिसम्बर को औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे। जहां निरीक्षण के दौरान प्रत्येक बोरी में औसतन 400 ग्राम अधिक धान किसानों से लिया जाना पाया गया साथ ही बारिश से सुरक्षा हेतु कोई इंतजाम नही पाया गया, जिस पर समिति द्वारा शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाते हुए उपार्जन नीति के निर्देशों का उल्लंघन किया गया। निरीक्षण के दौरान खरीदी से पहले प्रतिदिन तौल प्रारंभ करने के पूर्व सत्यापन नही कराए जाने तथा बांट सत्यापन पंजी संधारित पाई गई। इसके साथ ही उपार्जन केन्द्र के पिकअप वाहन में से 63 बोरी धान वजन 31.92 क्विंटल को विक्रय हेतु अनलोड करते समय किसान द्वारा स्लॉट बुकिंग की जानकारी चाही गई, लेकिन उक्त किसान मौके पर उपस्थित रहा। जिसके बाद उक्त धान को जब्त करते हुए समिति प्रबंधक, खरीदी प्रभारी तथा पिकअप वाहन चालक के एफआईआर दर्ज करने हुते निर्देशित किया गया था।

*अवैध 63 बोरी धान व पिकअप हुआ था जप्त*

उपार्जन केन्द्र निगवानी में पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए 2608 में 6 दिसम्बर को लाये गए 63 बोरी धान कुल वजन 31.92 क्विंटल अनलोड़ करते पाया गया, जहां जांच के दौरान जानकारी लेने पर पिकअप वाहन चालक राजा जायसवाल से उक्त धान के किसान वा स्लॉट बुकिंग के संबंध में जानकारी चाही गई, लेकिन चालक द्वारा किसी तरह की जानकारी उपलब्ध नही कराई गई और ना ही उक्त धान के संबंध में किसी भी प्रकार का वैद्य दस्तावेज प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद उक्त धान को जब्त करते हुए मध्यप्रदेश वेयरहाउस लॉजिस्टिक कॉर्पोरशन निगवानी के गोदाम में रखवाते हुए पिकअप वाहन को पुलिस अभिरक्षा में कोतमा थाना को सौंप दिया गया था।

*फर्जी किसान का लिया सहारा*

पूरे मामले में जहां पिकअप वाहन के माध्यम से उपार्जन केन्द्र निगवानी लाई धान के संबंध में उपार्जन समिति द्वारा कृषक बालकरण पाव पिता जन्नू का होना बताया, जिस पर कोतमा एसडीएम एवं हल्का पटवारी द्वारा 7 दिसम्बर को किसान के घर पहुंच जांच की गई। जहां जांच में कृषक बालकरण पाव के पंजीयन में कुल 18 खसरा नंबर व कुल रकबा 9.744 हेक्टेयर पाया गया तथा कृषक के घर जाकर धान की उपज का सत्यापन किया गया, जहां किसान के घर में उसकी उपज का 50 क्विंटल पाया गया। जिस पर उपार्जन समिति द्वारा मामले से बचने के लिए फर्जी रूप से किसान बालकरण पाव को खड़ा किया गया था।

*नियम के उल्लंघन पर कार्यवाही*

खरीफ उपार्जन वर्ष 2023-24 अंतर्गत जारी समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन नीति 2023 की कंडिका 8.2, 8.5, 8.7 (प), 8.7 (पप), 8.14 (पप) का स्पष्ट उल्लंघन कर उक्त धान 31.92 क्विंटल को समर्थन मूल्य रूपये 2183 में विक्रकर अनैतिक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से शासकीय योजना का दुरूपयोग करने के लिए उपार्जन केन्द्र पर रखा गया था। जिस पर समिति प्रबंधक नागेन्द्र जायसवाल वा उपार्जन केन्द्र प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा सहित पिकअप वाहन चालक राजा जायसवाल द्वारा षड्यंत्र पूर्वक अवैधानिक तरीके से बाजार में विक्रीत धान को शासकीय योजना का अवैधानित लाभ कमाने के उद्देश्य से शासन से धोखाधड़ी करते पाए जाने पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।

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