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पसान नगर में 22 लाख के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन, विकास की नई दिशा की ओर कदम
अनूपपुर/अनूपपुर
नगरपालिका परिषद पसान ने क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देने के लिए एक अहम कदम उठाया। वार्ड क्रमांक 01 में 22 लाख रुपये की लागत से होने वाले निर्माण कार्यों का भूमिपूजन विधिवत रूप से किया गया। यह कार्यक्रम जमुना बस्ती, लतार रोड स्थित छठ तालाब मार्ग पर आयोजित हुआ, जहां दो दुकानों सहित अन्य आवश्यक निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं। इस पहल से क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है।
नगरपालिका परिषद पसान के लोकप्रिय अध्यक्ष रामअवध सिंह के नेतृत्व में यह परियोजना शुरू की गई है। भूमिपूजन कार्यक्रम में कोतमा स्थित शिवसागर धाम के प्रधान पुजारी पंडित पुष्पेन्द्र उरमलिया ने विधिवत पूजन संपन्न कराया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीगणेश के पूजन से हुई, जिसके बाद निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया गया।
इस मौके पर नपाध्यक्ष रामअवध सिंह के साथ विधायक प्रतिनिधि दादा उदय प्रताप सिंह, भाजपा अनूपपुर के मीडिया प्रभारी दादा राजेश सिंह, भाजपा मंडल पसान के नवनियुक्त अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह 'मिंटू', पुलिस विभाग से मिथिलेश पाण्डेय, निर्माण कार्य के ठेकेदार अविनाश पाण्डेय और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
नपाध्यक्ष रामअवध सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि नगरपालिका परिषद पसान नगर के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी विकास कार्यों में पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता का ध्यान रखा जाएगा ताकि आम जनता को जल्द लाभ मिल सके। स्थानीय नागरिकों ने इस विकास पहल का स्वागत किया और विश्वास जताया कि आने वाले समय में पसान नगर में व्यापार, समृद्धि और सुविधाओं का विस्तार होगा।
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कोयला उत्पादन, फिर भी स्थानीय युवा बेरोज़गारी से परेशान*
अनूपपुर/कोतमा
कोतमा क्षेत्र में कोयला खनन गतिविधियाँ तेज़ी से संचालित हो रही हैं, लेकिन इसका प्रत्यक्ष लाभ स्थानीय युवाओं को रोजगार के रूप में मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। खनन से जुड़ी निजी कंपनियों की कार्यप्रणाली को लेकर क्षेत्र में सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय युवाओं का कहना है कि उपलब्ध अवसरों के बावजूद उन्हें काम नहीं मिल पा रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खनन कार्यों में बड़ी संख्या में ऐसे श्रमिक कार्यरत हैं जो बाहर के क्षेत्रों से आए हुए हैं। इसके विपरीत कोतमा एवं आसपास के गांवों के कई पढ़े-लिखे युवा रोजगार की प्रतीक्षा में हैं। युवाओं का मानना है कि यदि नियुक्ति प्रक्रिया में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए, तो बेरोज़गारी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
खनन गतिविधियों का प्रभाव क्षेत्र की यातायात व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। भारी वाहनों की लगातार आवाजाही के कारण सड़कों पर दबाव बढ़ गया है। कई स्थानों पर ओवरलोड वाहनों के चलते सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निवासियों ने यातायात नियमों के पालन को लेकर चिंता जताई है।
नागरिकों का कहना है कि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के साथ सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी आवश्यक है। रोजगार, सुरक्षा और पर्यावरण से जुड़े नियमों का पालन इसी दायित्व का हिस्सा है। इन पहलुओं की अनदेखी से क्षेत्र में असंतोष की स्थिति बन रही है।
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि खनन कार्यों की निगरानी की जाए, रोजगार नीति की समीक्षा हो और सड़क सुरक्षा को लेकर सख़्त कदम उठाए जाएँ। अब सबकी निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि स्थानीय हितों की रक्षा किस तरह की जाएगी।
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तीन हाथियों ने धनगवां के जंगल में जमाया डेरा, रात में घर तोड़ा व फसल को किया नुकसान
अनूपपुर
तीन हाथियों का समूह निरंतर आठ दिनों से अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके के धनगवां बीट के जंगल में निरंतर डेरा जमाए हुए हैं जो शाम रात होते ही जंगल से लगे टोला,मोहल्ला में निकल कर ग्रामीणों के घरों एवं खेतों में लगी फसलों को नुकसान कर रहा है, हाथियों के डर के कारण ग्रामीण जन रात रात भर जागकर रात बिताने को बाध्य है।
अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के धनगवां बीट का जंगल में 8 दिनों से तीन हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से प्रवेश कर निरंतर विचरण कर रहा है जो दिन के समय धनगवां बीट के जंगल में प्रत्येक दिन अलग-अलग स्थान में ठहरकर विश्राम करने बाद देर रात होने पर ग्रामीण एवं वन विभाग की गस्ती दल को चकमा देते हुए आहार की तलाश में ग्रामीणों की संपत्ति का नुकसान करते हुए सुबह होते ही वापस जंगल में विश्राम करने चले जाते हैं, देर रात अचानक हाथी पहुंचकर घर में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखे सामान को आहार बनाया, अचानक तीनों हाथी जंगल से निकल कर ग्राम पंचायत पड़रिया के चोई गांव के गोढाटोला में विश्वनाथ भरिया एवं तुला राठौर के मिट्टी एवं पत्थर से बने बाउंड्री बाल को तोड़ते हुए तुला पिता सरमन राठौर के खेत में लगे गेहूं की फसल को देर रात तक खाते रहे जो आसपास विचरण करते हुए मंगलवार की सुबह फिर से धनगवां बीट के जंगल महुआगोंड़ा के पास पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, सोमवार की रात गोंढाटोला में एक बच्ची परीक्षा के कारण घर में देर रात तक अध्ययन कार्य कर रही थी तभी अचानक उसे बाउंड्री वॉल टूटने की आहट मिलने पर बाहर निकल कर देखी थी तीन हाथी बाउंड्री तोड़कर रोड पर तुला राठौर के खेत में लगे गेहूं में पहुंचकर गेहूं को खाकर नुकसान किया, हाथियों के विचरण की सूचना पर वन विभाग का गस्ती दल मौके पर पहुंचकर हाथियों को गेहूं की फसल से एवं एक ग्रामीण के बांडी में घुसने पर बाहर किए जाने हेतु अनेकों बार पटाखा फोड़ कर भगाए जाने का प्रयास किया किंतु तीनों हाथियों पर पटाखा से कोई प्रभाव नहीं पड़ा तीनों हाथी पूरी मस्ती से मन लगाकर गेहूं की फसल को अपना आहार बनाते रहे हैं कुछ घंटे बाद तीनो हाथी गांव में नाला के पास स्थित लिप्टिस एवं बांस प्लांटेशन में घुसकर आराम करते हुए सुबह होते ही फिर से जंगल की ओर चले गए।
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पशु तस्कर फिरोज उर्फ सोनू ,अयूब, संजय के खिलाफ शिवसेना अनूपपुर ने खोला मोर्चा
अनूपपुर
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे संभाग प्रमुख पवन पटेल के आदेश पर शिवसेना जिला अध्यक्ष राजेश महाराणा ने अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मोति उर रहमान को ज्ञापन सौंप मांग की है कि हमारी टीम सक्रिय पशु तस्करों की गतिविधियों की ओर आपका ध्यान आकर्षित करवाना चाहती है, जिससे स्थानीय लोग भयभीत हैं और पशुओं पर अत्याचार हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही है कि पेंड्रा गौरेला के फिरोज उर्फ सोनू और आयुब,संजय के द्वारा रात में खूंटा टोला चोलना से मवेशियों को भरकर ले जाया जा रहा है, यह तस्कर पशुओं के साथ क्रूरता करते हैं।
साथ ही अनूपपुर जिले के भीतर कई बस मालिकों के द्वारा बिना परमिट के बस चलवाया जाता है एवं बस में यात्रियों को ओवरलोडिंग कर उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाया ले जाया जाता है, जिससे यात्रियों को अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और साथ ही यात्रियों के जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है, एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र जमुना कोतमा क्षेत्र के आमाडांड में नीलकंठ कंपनी में चल रहे सभी टीपर रोड सेल जो कॉलरी से नेशनल हाईवे होते हुए दूसरे कॉलरी में जाते हैं, जो बिना त्रिपाल के एवं ओवरलोडिंग चलाए जाते हैं, जिससे सड़क में चलने वाले दो पहिया वाहन चार पहिया वाहन के ऊपर कोयल के छोटे बड़े टुकड़े गिर जाते हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। शिवसेना जिला इकाई अनूपपुर आप से अनुरोध करती है कि दोनों मामलों को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की कृपा करें अन्यथा शिवसेना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।
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मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे विधायक कालू सिंह ठाकुर, माता व भाइयों के साथ गुरु संग किया दर्शन
अनूपपुर
धार जिले की धरमपुरी विधानसभा से विधायक कालू सिंह ठाकुर इन दिनों मां नर्मदा की पावन परिक्रमा पर हैं। वे अपनी माता एवं दो भाइयों के साथ गुरु के सान्निध्य में नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। अमरकंटक पहुंचने पर उन्होंने मां नर्मदा के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
विधायक ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि मां नर्मदा की परिक्रमा कराने का सौभाग्य मिलना उनके जीवन का सबसे बड़ा पुण्य है। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि अपनी जन्मदायिनी माता को तीर्थ कराने का अवसर मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। इससे पूर्व वे अपनी माता को चारों धाम की तीर्थयात्रा भी करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि संसार में सबसे बड़ा पुण्य माता-पिता को तीर्थ कराने में है, हालांकि उनके लिए माता-पिता की सेवा ही सर्वोच्च तीर्थ है।
इधर, धरमपुरी के रामधाम आश्रम से आए महामंडलेश्वर मिथिलबिहारी दास महाराज ने मां नर्मदा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कलयुग में मां नर्मदा का अद्भुत प्रताप है। मां नर्मदा ध्यान, तप और मोक्ष प्रदान करने वाली हैं। जिस प्रकार गंगा, यमुना और सरस्वती में स्नान से मोक्ष की प्राप्ति होती है, उसी प्रकार मां नर्मदा के दर्शन मात्र से ही मोक्ष प्राप्त होता है।
महामंडलेश्वर ने बताया कि भारतवर्ष में केवल दो नदियों की परिक्रमा की परंपरा है, जिनमें एक गोदावरी और दूसरी मां नर्मदा हैं। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा का उद्देश्य केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति को मजबूत करना और समाज में सद्भाव, समरसता व भाईचारे की भावना को बनाए रखना भी है।
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पवित्र नगरी अमरकंटक शीतलहर की चपेट में एक सप्ताह से जम रही बर्फ, रुई के समान कांच की तरह जमी सफेद चादर
अमरकंटक।
मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में विगत एक सप्ताह से भीषण ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। तापमान लगातार शून्य के करीब बना हुआ है और ठंड नया रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर दिखाई दे रही है। बीते छह दिनों से लगातार बर्फ जमने की स्थिति बनी हुई है, जिससे संपूर्ण नगर शीतलहर की गिरफ्त में आ गया है।
मां नर्मदा नदी के रामघाट उत्तर एवं दक्षिण तट, आसपास के खुले मैदानों तथा इंद्रदमन तालाब क्षेत्र में घास, फूल और पत्तियों पर रुई के समान सफेद बर्फ जमती नजर आ रही है। रामघाट दक्षिण तट के पार्क एवं मैदानों की घास पर बर्फ की सफेद चादर बिछी रहती है, जो सुबह के समय कांच की तरह चमकती दिखाई देती है। दिन में भी ठंड का असर स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है। वर्तमान में दिन का तापमान जहां 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, वहीं रात्रि में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच जा रहा है। दिन और रात के तापमान में लगभग 20 डिग्री सेल्सियस का अंतर होने से ठंड का असर और अधिक बढ़ गया है।
भीषण ठंड के चलते गरीब, मजदूर एवं श्रमिक वर्ग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं नर्मदा परिक्रमा पर निकले साधु-संत एवं परिक्रमावासी भी इस ठंड से प्रभावित हैं। इसके बावजूद पर्यटक, तीर्थ यात्री एवं भक्त श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है और नर्मदा दर्शन व परिक्रमा का क्रम निरंतर जारी है।
ठंड के इस कठिन समय में सेवा और संवेदना का भाव भी देखने को मिल रहा है। दूरस्थ अंचलों से आए संपन्न भक्त श्रद्धालुओं एवं समाजसेवियों द्वारा गरीब, अनाथ एवं असहाय लोगों को ऊनी कंबल, शॉल एवं गर्म वस्त्र वितरित किए जा रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन एवं नगर परिषद अमरकंटक द्वारा नगर के विभिन्न स्थानों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर पवित्र नगरी अमरकंटक इन दिनों भीषण ठंड, बर्फबारी जैसी स्थिति और आस्था की गर्माहट—तीनों का अनूठा संगम प्रस्तुत कर रही है।
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6वी मार्शल आर्ट्स नेशनल गेम्स में संभाग के लाठी खिलाड़ियों ने जीते 66 पदक
शहडोल
मध्यप्रदेश के महासचिव व राष्ट्रीय कोच प्रमोद विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय युद्ध कला प्राधिकरण और नेहरू युवा केंद्र युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा से मान्यता प्राप्त 6वी नेशनल मार्शल आर्ट्स गेम्स 27 से 29 दिसंबर तक उज्जैन के राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम नानाखेड़ा, उज्जैन में आयोजित हुई ।
इस प्रतियोगिता मे संभाग के 49 खिलाड़ियों ने एक लाठी चाल एवं दो लाठी चाल में हिस्सा लिया एवं अपने-अपने आयु एवं वजन वर्ग में पदक अर्जित किए । उक्त प्रतियोगिता में मुख्य कोच प्रमोद विश्वकर्मा, संभाग के तकनीकी निर्देशक व भारत रेफरी कमीशन के सचिव किशोर साकेत, बालक दल प्रबंधक संजय सिंह कंघीकार, कोच गुरदीप सिंह , बालिका दल प्रबंधक सावित्री शर्मा, बालिका कोच शिवानी नामदेव की भूमिका रही।
उक्त प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, राकेश मिश्रा- राष्ट्रीय बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष, एवं अन्य द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को मैडल पहनाकर सम्मानित किया। दल प्रबंधक संजय सिंह कंघीकार ने बताया गया कि इस प्रतियोगिता में परंपरागत लाठी के सहित 14 मार्शल आर्ट्स की विधाओं का आयोजन किया गया। आलओवर चैंपियन मध्यप्रदेश तथा गुजरात दूसरे स्थान पर रहें । साथ ही सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन हेतु शहडोल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ । उक्त दल लाठी खेल संघ के संभागीय अध्यक्ष संजीव निगम "पथिक", क्रीड़ा भारती महाकौशल प्रांत के प्रांतमंत्री डॉ. राकेश त्रिपाठी एवं क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के मार्गदर्शन में शामिल हुये हैं।
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मुख्यमंत्री का किया गया आत्मीय स्वागत
उमरिया
प्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव का उमरिया एयर स्ट्रिप में कमिश्नर शहडोल संभाग सुरभि गुप्ता, डी आई जी शहडोल रेंज सविता सुहाने, कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन, पुलिस अधीक्षक विजय कुमार भागवानी ने भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर क्षेत्र संचालक बांधवगढ टाईगर रिजर्व अनुपम सहाय, वनमंडलाधिकारी विवेक सिंह, सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह, अपर कलेक्टर प्रमोद कुमार सेन गुप्ता, प्रभारी एसडीएम कमलेश नीरज, एसडीओपी पुलिस नागेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

