जनता के बीच जनाधार नही, पार्टी में बगावत और उमंग सिंघार बन गए मुख्यमंत्री
जनता के बीच जनाधार नही, पार्टी में बगावत और उमंग सिंघार बन गए मुख्यमंत्री
अनूपपुर
कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा एवं “वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान के तहत उमंग सिंघार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अनूपपुर पहुँचे। अनूपपुर कांग्रेस पार्टी ने उनके स्वागत में पूरी तरह अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की मगर पार्टी में बगावत के कारण भीड़ न होने के कारण कार्यक्रम बिल्कुल फीका साबित हुआ। उसी कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान ने बढ़ चढ़कर भाषण बाजी की, भाषण के दौरान उमंग सिंघार को अभी से अगला मुख्यमंत्री घोषित करके ऐलान कर दिया कि जब वो अनूपपुर में मुख्यमंत्री बनने के बाद आएंगे तो आप लोगो के लिए पूरा दिन का समय देगे, जबकि अभी विधानसभा चुनाव को 3 वर्ष से ज्यादा समय बाकी है, उस समय कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा यह खुद कांग्रेस पार्टी में बैठे भोपाल और दिल्ली में बैठे बड़े नेताओं को नही है, मगर गुड्डू चौहान खुद ज्योतिषी बनकर मुख्यमंत्री अभी से बना दिए। यह उमंग सिंघार के प्रति प्रेम व समर्पण था या बड़बोलापन। जिले में कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा एवं “वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान में प्रदेश स्तर के नेता व विधानसभा के प्रतिपक्ष के आने पर पूरे जिले के चारो ब्लॉक से 1 हजार अपने कार्यकर्ताओं को जोड़ नही पाई, कार्यक्रम पूरी तरह फ़ेल हो गया, वह जनाधार की बात करती हैं। इसी बड़बोलेपन से ऐसे नेता कांग्रेस पार्टी की लुटिया जरूर डुबा देंगे। जिस कांग्रेस को सत्ता मिलने के बाद नेताओ के क्रियाकलापों के कारण कुछ ही महीनों में वापस वनवास के लिए जाना पड़ा उस की मुख्यमंत्री बनाने की बात करते हैं। कांग्रेस के द्वारा जिला मुख्यालय में जब कभी धरना प्रदर्शन या पुतला दहन का कार्यक्रम म किया जाता है तो गिनती के कार्यकर्ता नजर आते हैं। अभी अभी गुड्डू चौहान नए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बनकर आए, उतना ही पैर पसारे जितनी उनके पास चादर हैं। पहले पार्टी को मजबूत करे, अच्छे कार्यकर्ता बनाए, जनता के बीच जाकर जनाधार निर्मित करे, फिर बड़ी-बड़ी बातें करे। जिलाधक्षी संभाल नही पा रहे, पार्टी के अंदर बगावत को ठीक कर नही पा रहे हैं और भोपाल की गद्दी की बात कर रहे है।