दबंग पब्लिक प्रवक्ता

लगातार भालू के रिहायशी क्षेत्र में आने से लोगो मे दहशत, रिसोर्ट में उड़नदस्ता की टीम ने मारा छापा


शहडोल

जिले के जैतपुर वन परिक्षेत्र के रसमोहनी बस्ती में भालू के डर से लोग अब सहमे हुए है। और वन विभाग इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। बीते कुछ दिनों से लगातार भालू रात होते ही गांव की बस्ती घूमता नजर आता है। लेकिन वन अमला लापराही बरत रहा है। ग्रामीण अब अपने घरों के बाहर आग जल कर अंदर सोते है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि रसमोहनी बस्ती में स्थित बाजार में एक किराना दुकान के बाहर भालू एक सप्ताह में दो बार देखा गया। अब फिर बीती रात भालू बस्ती में घूमता हुआ दिखा है। जिसे ग्रामीणों ने खदेड़ा है। ग्रामीण रामजी गुप्ता ने बताया कि हमारे गांव की बस्ती में स्थित किराना दुकान के बाहर भालू सप्ताह में दो बार देखा गया।घटना सीसीटीवी में कैद हुई। ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। लेकिन वन अमला मौके पर पहुंच कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। अब फिर बीती रात भालू रसमोहनी बस्ती में आ गया जिसे देख लोगों ने भालू को खदेड़ कर जंगल भगाया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग भालू की निगरानी सही तरीके से नहीं कर रहा है। जिसकी वजह से भालू अब तीसरी बार रस मोहनी बस्ती में घूमता हुआ दिखाई दिया है। ग्रामीण अनुराग ने बताया कि भालू लगातार बस्ती के अंदर घूम रहा है। अब गांव के लोगों ने अपने घर के बाहर आग जला कर घर में सोते है। लोगों को कहना है कि भालू आग से डरता है। इस लिए अब हम आग का सहारा ले रहे हैं। क्यों कि वन विभाग भालू को खदेड़ने कोई पहल नहीं कर रहा है।

*रिसोर्ट में उड़नदस्ता की टीम ने मारा छापा*

उमरिया के खाद्य सुरक्षा विभाग की उड़नदस्ता टीम द्वारा बांधवगढ़ स्थित रिसोर्ट में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जाँच हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत जाँच में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं।

जांच के दौरान ओलिव होटल एवं रिसोर्ट में किचन की जाँच के दौरान चाईनीज खाद्य पदार्थों को बनाने में अखाद्य कॉर्न फ़्लोर का उपयोग होना पाया गया,जिसका उपयोग कपड़ों को कलफ़ करने में किया जाता है।ऐसी अखाद्य कॉर्न फ्लोर के इस्तेमाल से मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर ख़तरा होने की संभावना है। मौक़े से समस्त कॉर्न फ़्लोर के नमूने ज़ब्त किए गए। जाँच के दौरान किचन के फ्रिज में कॉकरोच चलते हुए पाए गए, जिस पर संचालक के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। 

टीम द्वारा एक अन्य रिसोर्ट धरोहर कोठी की जाँच की गई।जिसमें छत्तीसगढ सरकार द्वारा गरीबों को वितरित किए जाने वाला निःशुल्क नमक अमृत,रेस्टोरेंट में उपयोग करते पाया जिसके 32 पैकेट मौक़े से ज़ब्त किए गए।संचालक के पास एफएसएसएआई का लाइसेंस भी नहीं पाया गए। संचालक द्वारा एफ़एसएसएआई और रजिस्ट्रेशन बनवाया गया था जो कि छोटे खाद्य कारोबार कर्ता के लिए होता है। कार्रवाई के दौरान मैनेजरों अमित शुक्ला द्वारा दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर उनको काट दिया गया एव कार्यवाही में असहयोग किया गया ।संचालक जयवर्धन कुरोथे एव मैनेजर अमित शुक्ला के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।

अवैध मवेशियों से भरा पीकप पलटा, मवेशी तस्कर हुए फरार, खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही


शहडोल

जिले में मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलटने की घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। ताजा मामला गोहपारू थाना क्षेत्र के सरहेट गांव का है, जहां कोतमा से रीवा की ओर जा रही बिना नंबर की पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना के बाद वाहन में सवार लोग मौके से फरार हो गए।

स्थानीय ग्रामीणों ने जब पलटी हुई गाड़ी देखी, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गोहपारू पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वाहन की तलाशी ली। पुलिस को वाहन में लोड तीन मवेशी मिले, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर छुड़वाया गया। मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने वाहन को जप्त कर लिया है और चालक व वाहन मालिक की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, वाहन मवेशियों की तस्करी की जा रहा थी। उल्लेखनीय है कि ठीक एक सप्ताह पहले गोहपारू थाना क्षेत्र में इसी तरह मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलट गया था। उस घटना में भी ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मवेशियों को कब्जे में लिया और वाहन जप्त किया था। दोनों मामलों में पुलिस अब तक चालकों और वाहन मालिकों की पहचान करने में असफल रही है, जिससे जांच पर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं।

*खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही*

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में खुले में मांस का विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के निर्देशानुसार नगरपालिका शहडोल के अमले द्वारा शहडोल नगर के बस स्टैंड के पास खुले में मांस का विक्रय करने वाले 7 दुकानदारो के विरूद्व कार्यवाही करते हुए 1800 रूपये की राशि का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया।  साथ ही दुकानदारो को समझाइश भी दी गई की खुले में मांस का विक्रय न किया जाए एवं निर्धारित स्थानो पर ही दुकाने संचालित करें अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी। 

अमरकंटक–गौरेला टैक्सी विवाद सुलझा, एकीकृत दर सूची लागू, यात्रियों को मिली राहत


अनूपपुर

अमरकंटक। पवित्र धरती अमरकंटक में बीते एक सप्ताह से चल रहे टैक्सी विवाद का अंत हो गया। नगर पंचायत सभागार में एसडीएम पुष्पराजगढ़ वसीम अहमद भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अमरकंटक एवं छत्तीसगढ़ के गौरेला–पेंड्रा क्षेत्र के टैक्सी चालकों के बीच चला आ रहा तनाव सौहार्दपूर्ण ढंग से समाप्त हुआ।

बैठक में पेंड्रा रोड के एसडीएम विक्रांत कुमार अंचल, एसडीओपी पुष्पराजगढ़ नवीन तिवारी, एसडीओपी गौरेला श्याम कुमार सिदार, SHO सौरभ सिंह, थाना प्रभारी अमरकंटक लाल बहादुर तिवारी सहित अधिकारी–कर्मचारी, पत्रकार एवं बड़ी संख्या में वाहन मालिक–चालक उपस्थित रहे।

पिछले कुछ दिनों से अमरकंटक और पेंड्रा रोड के टैक्सी चालकों के बीच उपजे विवाद के चलते दोनों ही क्षेत्रों में आवागमन लगभग ठप्प हो गया था। पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले पर्यटक व तीर्थयात्री, साथ ही अमरकंटक से पेंड्रा जाने वाले स्थानीय लोग गंभीर रूप से प्रभावित हुए। पर्यटन नगरी की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा था। मामला मीडिया में गूंजा तो प्रशासन हरकत में आया और तत्काल संयुक्त बैठक बुलाकर समाधान की दिशा में कदम बढ़ाया।बैठक में अमरकंटक के पर्यटन स्थलों, परिक्रमा तट परिवर्तन और स्थानीय भ्रमण हेतु एक समान पर्यटन दर सूची भी स्वीकृत की गई।  महत्वपूर्ण यह भी कि यह दर सूची केवल वाहनों तक सीमित नहीं रहेगी। अमरकंटक के सभी होटल, आश्रम, धर्मशालाएँ और आवासीय संस्थान भी इसे अपने परिसर में अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करेंगे, जिससे पर्यटक बिना किसी भ्रम के उचित दरों की जानकारी प्राप्त कर सकें।

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