सशक्त हस्ताक्षर की सशक्त 35 वीं काव्य गोष्ठी संपन्न - कवि संगम त्रिपाठी
जबलपुर
सशक्त हस्ताक्षर की 35 वीं काव्य गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में सानंद सम्पन्न हुई। संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने अपनी वाणी से सभी अतिथियों ,कवि-कवयित्रियों का आत्मीय स्वागत किया। अतिथियों द्वारा माँ वीणा पाणि का पूजन होने के बाद सरस्वती वंदन आकाशवाणी में कम्पेयर लखन रजक ने की ၊
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ और ख्यातिलब्ध शायर सोहन परोहा सलिल जी, अध्यक्षता महामहोपाध्याय आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ समाजसेवक एड. राजीव लाल श्रीवास्तव, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण,मंगलभाव, पत्रकार,सशक्त हस्ताक्षर के सलाहकार,कवि संगम त्रिपाठी व मदन श्रीवास्तव वरिष्ठ साहित्यकार अध्यक्ष सशक्त हस्ताक्षर की गरिमामय उपस्थिति रही। इस अवसर पर एड. राजीव लाल श्रीवास्तव को शाल,कलमश्री,मानपत्र,पुष्प माल से सम्मानित किया गया।
काव्य गोष्ठी में भावों के अनेक रंग बिखरे ၊ गोष्ठी की शुरुआत सिहोरा से पधारे शिक्षक इन्द्रसिंह राजपूत ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। महासचिव गुलजारी जैन ने समसामयिक घटना पर झकझोर देने वाली, अपना आक्रोश प्रगट करने वाली,व्यथा रचना के माध्यम से प्रकट की। बुंदेली-हिन्दी के सशक्त हस्ताक्षर लखन रजक, ज्योति प्यासी, अरुण शुक्ल,प्रकाश सिंह ठाकुर ने अपनी प्रस्तुति से खूब तालियाँ बटोरी। कवि संगम त्रिपाठी, बुंदेली के प्रसिद्ध,म. प्र. साहित्य अकादमी से पुरुस्कृत पं. दीनदयाल तिवारी बेताल,वीर श्रीवास्तव,डॉ. रश्मि श्रीवास्तव,प्रभा बच्चन श्रीवास्तव ने शानदार गज़ल पढ़ी। संस्कारधानी के प्रसिद्ध शायर सुरेश दर्पण को सबने खूब सराहा ၊ अमर सिंह वर्मा, सिहोरा से पधारे शिक्षक नारायण तिवारी ने भाव भरी गज़लें पढ़ी। बच्चन श्रीवास्तव, अनूप पाण्डे, सुमित्रा सेन, संदीप खरे युवराज ने सियासत पर व्यंग्यात्मक रचना पढ़ गोष्ठी को ऊँचाईयाँ दी। मंचस्थ अतिथियों ने भी एक से बढ़कर रचनाएँ पढ़कर सदन को चकित कर दिया। रमाकांत गौतम की उपस्थिति उल्लेखनीय रही ၊ संचालन प्यासाजी एवं आभार प्रदर्शन सह सचिव बुंदेली हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री तरुणा खरे ने किया।